 सहरसा टाईम्स की रिपोर्ट : मानसून आने से पहले ही संभावित बाढ़ के मद्देनजर बिहार सरकार पूर्व से ही  पूरी तरह से सतर्कता बरत रही है. पूर्वी कोसी तटबंध पर अभी से ही सुरक्षा बरती जा रही है. जिला स्तर से भी बाढ़ के मद्देनजर कंट्रोल रूम बनाया गया है.  गौरतलब है कि कोसी का यह इलाका प्रत्येक वर्ष बाढ़ की चपेट में आ जाता है. 15 जून से 15 अक्तूबर तक बाढ के मद्देनजर जिला स्तर तक के अधकारी भी सतर्क रहते है. मौसम विभाग के अनुसार इस वर्ष वर्षा अधिक होने के आसार है.कोई चुक न हो इस लिए पूर्वी कोसी तटबंध का निरीक्षण करने पहुँचे राज्य के जल संसाधन मंत्री ललन सिंह ने सभी इंजीनियरों की छूट्टी 15 अक्तूबर तक रद्द कर दी है और कई निर्देश भी दिए.
सहरसा टाईम्स की रिपोर्ट : मानसून आने से पहले ही संभावित बाढ़ के मद्देनजर बिहार सरकार पूर्व से ही  पूरी तरह से सतर्कता बरत रही है. पूर्वी कोसी तटबंध पर अभी से ही सुरक्षा बरती जा रही है. जिला स्तर से भी बाढ़ के मद्देनजर कंट्रोल रूम बनाया गया है.  गौरतलब है कि कोसी का यह इलाका प्रत्येक वर्ष बाढ़ की चपेट में आ जाता है. 15 जून से 15 अक्तूबर तक बाढ के मद्देनजर जिला स्तर तक के अधकारी भी सतर्क रहते है. मौसम विभाग के अनुसार इस वर्ष वर्षा अधिक होने के आसार है.कोई चुक न हो इस लिए पूर्वी कोसी तटबंध का निरीक्षण करने पहुँचे राज्य के जल संसाधन मंत्री ललन सिंह ने सभी इंजीनियरों की छूट्टी 15 अक्तूबर तक रद्द कर दी है और कई निर्देश भी दिए.जून 16, 2016
बाढ़ के मद्देनजर सरकारी तंत्र सतर्क .....
 सहरसा टाईम्स की रिपोर्ट : मानसून आने से पहले ही संभावित बाढ़ के मद्देनजर बिहार सरकार पूर्व से ही  पूरी तरह से सतर्कता बरत रही है. पूर्वी कोसी तटबंध पर अभी से ही सुरक्षा बरती जा रही है. जिला स्तर से भी बाढ़ के मद्देनजर कंट्रोल रूम बनाया गया है.  गौरतलब है कि कोसी का यह इलाका प्रत्येक वर्ष बाढ़ की चपेट में आ जाता है. 15 जून से 15 अक्तूबर तक बाढ के मद्देनजर जिला स्तर तक के अधकारी भी सतर्क रहते है. मौसम विभाग के अनुसार इस वर्ष वर्षा अधिक होने के आसार है.कोई चुक न हो इस लिए पूर्वी कोसी तटबंध का निरीक्षण करने पहुँचे राज्य के जल संसाधन मंत्री ललन सिंह ने सभी इंजीनियरों की छूट्टी 15 अक्तूबर तक रद्द कर दी है और कई निर्देश भी दिए.
सहरसा टाईम्स की रिपोर्ट : मानसून आने से पहले ही संभावित बाढ़ के मद्देनजर बिहार सरकार पूर्व से ही  पूरी तरह से सतर्कता बरत रही है. पूर्वी कोसी तटबंध पर अभी से ही सुरक्षा बरती जा रही है. जिला स्तर से भी बाढ़ के मद्देनजर कंट्रोल रूम बनाया गया है.  गौरतलब है कि कोसी का यह इलाका प्रत्येक वर्ष बाढ़ की चपेट में आ जाता है. 15 जून से 15 अक्तूबर तक बाढ के मद्देनजर जिला स्तर तक के अधकारी भी सतर्क रहते है. मौसम विभाग के अनुसार इस वर्ष वर्षा अधिक होने के आसार है.कोई चुक न हो इस लिए पूर्वी कोसी तटबंध का निरीक्षण करने पहुँचे राज्य के जल संसाधन मंत्री ललन सिंह ने सभी इंजीनियरों की छूट्टी 15 अक्तूबर तक रद्द कर दी है और कई निर्देश भी दिए.
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