मार्च 31, 2015

तेज आँधी व बारिश से ईंट भट्टों से करोड़ों रूपये का नुकसान............ चिमनी मालिक हुए हलकान

कृष्णमोहन सोनी की रिपोर्ट :- अचानक आये तबाही के मंजर से कोसी- पूर्व बिहार में तेज आंधी तूफान व बारिश से भारी नुकसान हुआ है. सोमवार दोपहर आँधी  के साथ मुसलाधार बारिश ने पुरे राज्य सहित कोसी व पूर्व बिहार में भारी क्षति पहुंचायी. दोपहर में ही रात सा नजारा रहा इस तेज तूफान, ओला वृष्टि व बारिश से शहर में जहाँ सड़को पर पानी ही पानी तो कई जगहों पर बिजली के तार टूटे  तो वही डी बी रोड में तार के विशाल बृक्ष टूटकर सड़क पर गिर गया जिससे कई दुकानो को भी क्षति पहुंची. 
वही तेज तूफान ओला वृष्टि, बारिश से कोसी के इलाकों की चिमनियों से निकल रहे ईट को ही नही बर्वाद किया वल्कि इस वर्ष बनाये गए मिट्टी से करोड़ों रुपये का कच्चा ईंट भी बर्बाद हो गया जिससे सहरसा जिले के लगभग 40 ईंट भट्टों के मालिकों को भारी नुकसान पहुंचाया है और उनका सपना चूर चूर हो गया है। इस बावत शहर के चर्चित U.K.B. ईंट भट्टा चिमनी के मालिक उमेश कुमार ने बताया कि बारिश व तूफान से करीब दो लाख कच्चा ईंट का नुकसान हो गया. जिले के लगभग 40 ईंट भट्टो की चिमनियों पर मजदूरों द्धारा ईंट के लिए मिट्टी से पथाई किये गए कच्चा ईंट तेज बारिश व तूफान में बर्बाद हो गया. इस नुकसान को लेकर शहर के ईंट भट्टा चिमनी मालिकों के बीच हरकंम्प मचा गया है.

ट्रेफिक नियमो का पालन आखिर कैसे होगी..........

सहरसा टाईम्स कैमरे  की पैनी नज़र.…
कृष्णमोहन सोनी की रिपोर्ट:- शहर में यातायात नियमों का पालन करना हर किसी के लिए जरूरी है इस नियम का पालन करने से जहां लोग सुरक्षित होंगे वही शहर में यातायात व्यवस्था भी चुस्त दुरुस्त होगा,ट्रेफिक नियम को पालन करने के उद्देश्य से जिला प्रशासन द्धारा शहर के विभिन्न चौक चौराहा पर बोर्ड भी लगाया गया है. जिस पर लिखा हुआ है की यातायात नियमो का पालन करें, नोइन्ट्री का समय सुबह 8 बजे से रत 9 बजे तक. इस बात को जरूर ध्यान दे की नोइन्ट्री का समय सीमा तय है इस नियम का अगर  उल्लंघन कोई करता है तो इसकी शिकायत स्थानीय सदर थाना, अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी और पुलिस अधीक्षक को भी दे सकते है.  

इसके लिए बोर्ड पर मोबाईल नम्बर भी दिया गया है। इस तरह के बोर्ड को लगाने के लिए जिला पुलिस द्धारा जनहीत में किये गए कार्य को भले लोग धन्यवाद दे रहे हों मगर पंजाब नेशनल बैंक का सौजन्य भी कहा जा सकता है. इस बोर्ड बोर्ड पर बैंक का नाम और मोबाईल नंबर स्पष्ट लिखा हुआ है लेकिन पुलिस अधीक्षक महोदय का यह मोवाइल नंंबर जिस पर 943122995 यानी 9 अंकों का ही अंकित है इस मोवाइल नंंबर पर सहरसा पुलिस अधीक्षक को आप सुचना देंगे तो भला आपकी कौन सुने सबसे ताजुब्ब की बात तो यह है की जिस उद्देश्य से लगाया गया है इस पर शहर वासियो या वाहन चालकों की नजर पड़ी हो या नही मगर जिला प्रशासन और पुलिस प्रशासन के भी किसी भी अधिकारियों की नजर ऐसी भूल को सुधारने के लिए नही पड़ी है तो ऐसे में इस व्यवस्था को आप क्या कहेंगे और उस बैंक में ग्राहकों के लिए कैसी व्यवस्था होगी जिनके सौजन्य से यह बोर्ड सड़क पर शोभा की बस्तु बनी व्यवस्था को मुँह  चिढ़ा रहा है.   

मार्च 25, 2015

अनाज की कालाबाजारी का खुलासा ...........



सहरसा टाईम्स की रिपोर्ट:-  बीती रात सदर थाना के झपरा टोला में गुप्त सूचना पर सहरसा पुलिस ने कालाबाजारी के सैकड़ों बोड़े गेंहूँ और चावल बरामद किये.पुलिस को यह सफलता उस समय मिली जब ट्रक से सरकारी अनाज उतारकर एक निजी गोदाम में रखे जा रहे थे.इस गोदाम में सरकारी अंजाज को दूसरे बोड़े में भरकर खुले बाजार में खपाया जा रहा था. गरीबों के मुंह के निवाले को छीनकर,उसकी कालाबाजारी करके वर्षों से धंधेबाज मालामाल होते रहे हैं.पुलिस के लिए यह बड़ी कामयाबी है लेकिन ऐसे कालाबाजारियों पर आजतक कोई बड़ी कार्रवाई नहीं हुयी है.आगे देखना दिलचस्प होगा की इस कालाबाजारी के सरगना पर कोई बड़ी कार्रवाई होती है या फिर यह अधिकारियों के लिए सोने की मुर्गी साबित होता है.
सहरसा एसपी पंकज कुमार सिन्हा
ये हैं मोहम्मद कौसर.जनाब गोदाम के मालिक भर नहीं बल्कि इस कालाबाजारी के खेल के सरगना हैं.लेकिन इन्हें कुछ भी नहीं मालूम है की इनके गोदाम में सरकारी अनाज कैसे आया.आप इनके बयान को सुनकर समझ सकते हैं की खिलाड़ी पुराना और जमा हुआ है और यह बेईमानी के यह हर हुनर में सिद्धस्त भी है.यहां पर कालाबाजारी के अनाज को.सरकारी अनाज को यहां पर लाकर उसकी पहले रिपैकिंग की जाती ही फिर उसे खुले बाजार में खपाया जाता है.यहां पर चार सौ अस्सी बोड़े गेंहूँ और दो सौ उनचालीस बोड़े चावल के बरामद किये गए हैं. सदर एसडीपीओ प्रेम सागर के नेतृत्व में छापामारी की गयी है.चूँकि मामला बड़ा और कामयाबी वाला था इसलिए मौके पर पुलिस कप्तान पंकज कुमार सिन्हा भी आये हैं और इस मामले की खुद से तहकीकात कर रहे हैं.गोदाम मालिक मोहम्मद कौसर और नौ मजदूरों को यहां से गिरफ्तार किया गया है.देर रात तक छापामारी चलती रही. इस इलाके में गरीबों के मुंह के निवाले का सौदा होता है.गरीबों की बेबसी और लाचारी का सौदा होता है.गरीबों के लिए बहुतेरी योजनाएं सरकारी फाईल की बस शोभा बढ़ाते हैं और उनकी योजनाओं का लाभ बिचौलिए लेकर धन--कुबेर बन रहे हैं.

चैती छठ..........


सहरसा टाईम्स की रिपोर्ट:- सहरसा में भी चैती छठ काफी हर्षोउल्लास से मनाया जा रहा है.जिला मुख्यालय की सात जगहों पर अवस्थित पोखरों पर यह छठ पर्व मनाया जा रहा है.हम आपको शंकर चौक स्थित पोखर का नजारा दिखा रहे हैं जहां सैंकड़ों की तायदाद में लोग आस्था का यह महापर्व मना रहे हैं. आज लोगों ने अस्ताचल सूर्य को अर्ग दिए.इस मौके पर भक्तों का कहना था की उन्होनें अपने घर--परिवार से लेकर राजयवासियों और देशवासियों के लिए ख़ुशी और तरक्की मांगी है.

अनाथों की दुआ हो कबूल ..............


मुकेश कुमार सिंह की कलम से :- देश का झंडा सदा ऊंचा रहे,इसके लिए कुसहा त्रासदी के सताए हुए अनाथ बच्चे ना केवल उपवास पर हैं बल्कि यज्ञ और हवन भी कर रहे हैं.सहरसा के आकांक्षा अनाथ आश्रम के बच्चे क्रिकेट में कल सेमीफाईनल और फिर फाईनल में भारत की जीत के लिए उपवास में रहकर यज्ञ और हवन कर रहे हैं.बिना किसी सरकारी मदद के आमलोगों की दया और चंदे के दम पर चल रहे इस आश्रम के अनाथ बच्चों की यह पहल निश्चित रूप से नायाब और बेनजीर है.इन अनाथ बच्चों की दुआ कबूल हो परवरदिगार.


यह है बिना किसी सरकारी मदद के आमलोगों की दया और चंदे के दम पर चल रहे आकांक्षा अनाथ आश्रम का नजारा.कुसहा त्रासदी में अनाथ हुए नौ बच्चे सहित कुल इक्कीस अनाथ बच्चे इस आश्रम में पल रहे हैं.पेट की भूख मिटाना इन बच्चों के लिए मुश्किल है.इन बच्चों की जिंदगी एक जंग है.इन मासूम बच्चों को सपने देखने की ईजाजत नहीं है लेकिन ये बच्चे भारतीय क्रिकेट टीम की सेमीफाईनल और फिर फाईनल में जीत के लिए उपवास में रहकर यज्ञ और हवन कर रहे हैं.खुद का भविष्य इनका दांव पर लगा हुआ है लेकिन देश का मान बढ़ा रहे इस जज्बे से ये सभी लवरेज हैं.बच्चे और आश्रम संचालक शिवेंद्र कुमार सभी समवेत कह रहे हैं की भारत की जीत सुनिश्चित है.

यज्ञ और हवन करा रहे विद्वान पंडित जी पंडित भगवान मिश्र आस्ट्रेलिया स्वाहा और न्यूजीलैंड स्वाहा के मंत्रोचारण से पुरे वातावरण में भारतीय जीत का शंखनाद कर रहे हैं. मासूम नौनिहाल भी मंत्रोचारण में दिलोजान से जुटे हैं.पंडित जी का -साफ़-साफ़ कहना है की इस बार भारत की विजय को रोकना नामुमकिन है. यह यज्ञ और हवन नवरात्रा में हो है,इसलिए भारत की जीत सुनिश्चित है.
सहरसा टाईम्स इन अनाथ बच्चों के इस नायाब जज्बे को सलाम करता है.इन अनाथों की दुआ कबूल हो मेरे मौला.

मार्च 24, 2015

शहर में आने वाले हर किसी को आकर्षित करता, होटल संगम बिहार.........

कृष्णमोहन सोनी की रिपोर्ट:- रोजमर्रा की दौड़भाग वाली जिंदगी की थकान मिटानी है या फिर शादी के बंधन में बंधने हो तो आपका स्वागत करता है होटल संगम बिहार…………………………  


ये तस्वीर आप देख रहे हैं. ये तस्वीर है किसी महानगर या बड़े शहरों में बने किसी फाइव स्टार होटल की नहीं बल्कि सहरसा में स्थित होटल संगम बिहार की  है. आपने अब तक विभिन्न शहरों में एक से एक बड़े -बड़े  होटल में ठहराव किया होगा चाहे फाइव स्टार हो या फिर ताज महल या अन्य होटल हो, सहरसा की धरती पर भी आप को अब  एक से एक ऐसा ही  होटल मिलेगा। इन दिनों स्थानीय चांदनी चौक से  दक्षिण भाग, सिमरी बख्तियारपु रोड  के सटे होटल संगम बिहार जो शहर में आने वाले हर किसी को अपनी ओर आकर्षित कर रहा है. 
होटल के एक कर्मी अजय कुमार ने बताया कि इस  होटल की एक अलग खासियत है कि होटल में ठहरने वालो के लिए आपातकालीन चिकित्सा व्यवस्था की भी सुविधा उपलब्ध है, आरामदेह बेडों वाली कमरों के साथ-साथ आधुनिक मॉडलों से लेश रेस्टोरेन्ट पंडाल पैसेज, कुकिंग, मैरेज हॉल , 24 घंटे बिजली a/c none a/c सुविधा युक्त है. होटल में आधुनिक मॉडलों का किचन में बंगाल के कारीगरों द्धारा एक से एक व्यंजनों की सुविधाये   ग्राहकों की इच्छानुसार दी जाती है. खूब सूरत सुसज्जित परिसर में मॉर्निग वॉक के समय सजा गार्डन में रंग बिरंगे प्राकृतिक फूलों कि खुशबुओं से आप दिन भर अपने को ताजगी महसूश करेंगे। 
परिसर में वाहनो के लिए अलग से पार्क की  व्यवस्था है. इस होटल में ग्राहकों को किसी भी तरह कि कोई असुविधा न हो इसका हमेशा ख्याल रखा जाता है इसके लिए प्रत्येक सप्ताह होटल कर्मियों की एक विशेष बैठक भी  बुलाई जाती है. 

मार्च 23, 2015

नीरज बबलू के दहकते बयान............

शहीद भगत सिंह को पुष्पअर्पित करे नीरज बबलू 
मुकेश कुमार सिंह की रिपोर्ट:-  महान वीर सपूत शहीद भगत सिंह की पुण्यतिथि के मौके पर जदयू के बागी विधायक नीरज कुमार बबलू के सहरसा जिला मुख्यालय के गंगजला स्थित आवास पर आज एक सादे समारोह का आयोजन किया जिसमें शहीद की तस्वीर पर फूल चढ़ाये गए. इस मौके पर विधायक बबलू ने कई विवादित बयान दिए. महान वीर सपूत शहीद भगत सिंह की पुण्यतिथि के मौके पर देखिये सहरसा जिला मुख्यालय के गंगजला स्थित नीरज बबलू के आवास पर आज एक सादे समारोह में नीरज बबलू सहित अन्य अतिथि शहीद की तस्वीर पर फूल चढ़ा रहे हैं.

जदयू के बागी विधायक नीरज कुमार बबलू 
 इस मौके पर नीरज बबलू ने महात्मा गांधी पर काफी तीखे हमले करते हुए विवादित टिप्पणी की. बबलू ने कहा कि अगर समय पर गांधी जी पहल किये होते तो भगत सिंह की फांसी टाली जा सकती थी लेकिन गांधी ने ईमानदारी से प्रयास नहीं किये. नीरज बबलू एक लहजे में महात्मा गांधी को ही भगत सिंह को फांसी दिए जाने के लिए जिम्मेवार ठहरा रहे थे. बबलू ने कहा कि आजादी की लड़ाई में दो धारा थी, पहली गांधीवादी और दूसरी क्रांतिकारी. गांधीवादी लोग क्रांतिकारियों को पसंद नहीं करते थे. इस बड़े और विवादित बयान के बाद बबलू ने कहा की बिहार में जिनको अपनी नैया पार लगानी है वे मांझी को अपने साथ लेंगे. वैसे मांझी बीजेपी के सिवा कहीं नहीं जाएंगे. बिहार दिवस को लेकर पुरे सूबे में आयोजित कार्यक्रम को लेकर बबलू ने कहा की बिहार दिवस पर विभिन्य जिलों में महज कुछ बत्तियां जलाकर अधिकारी फर्जी बिल बनाकर मालामाल हो रहे हैं.कहीं भी सही तरह से कार्यक्रम नहीं हो रहे हैं.

जज्बे को सलाम.............



सहरसा टाइम्स की रिपोर्ट:- मैट्रिक परीक्षा में आज सुबह आठ बजे एक बच्चे को जन्म देने वाली माँ सुबह दस बजे से शुरू परीक्षा में ना केवल शामिल हुयी बल्कि असाध्य पीड़ा के बाद भी उसने सभी प्रश्नों के जबाब भी लिखे.अपने भविष्य को लेकर सिद्दत से गंभीर इस युवती का जज्बा निसंदेह समाज और नयी पीढ़ी लिए एक नजीर है. सहरसा टाईम्स इस युवती के साहस और जज्बे को सलाम करता है.
यह है सहरसा का रमेश झा महिला कॉलेज.मैट्रिक परीक्षा में शामिल हो रही यह युवती है जिले के सौर बाजार की रहने वाली चंदन कुमारी.अदम्य साहस और दृढ निश्चय की यह नयी ईबारत लिख रही है.इसने साबित कर दिया है की अगर महिलायें ठान ले तो कुछ भी कर सकती हैं.

आज सुबह आठ बजे इसने अपनी कोख से अपनी पहली संतान को जन्म दिया है.इसे पुत्र हुआ है. इसे असाध्य पीड़ा है लेकिन इसके साहस को देखिये की इसने अपने घर वालों के लाख मना करने के बाद भी यह परीक्षा देने परीक्षा केंद्र पर चली आई.हद तो इस बात की है की केंद्र पर प्रतिनियुक्त महिला दंडाधिकारी,केंद्राधीक्षक सहित अन्य वीक्षकों ने इसे लेटकर परीक्षा देने की सलाह दी लेकिन इसने विशेष सुविधा लेने से इंकार कर दिया.इसने वहीँ बैठकर परीक्षा दी,जहां उसकी तय जगह थी.हांलांकि उसकी बड़ी बहन को उसे संभालने लिए उसके बगल में बैठने को कहा गया.कदाचार के बिना साफ़--सुथड़े और बिना किसी बाहरी मदद के परीक्षा दे रही चंदन देवी कह रही है की उसे काफी तकलीफ हो रही है.चक्कर आ रहे हैं और उसका शरीर घूम रहा है.लेकिन भविष्य में कुछ बनना है,इसलिए वह परीक्षा दे रही है.

केंद्र पर तैनात महिला दंडाधिकारी दमयंती देवी सारी कहानी बता रही हैं.कह रहीं की अपनी तरफ से उन्होने इस युवती के लिए अतिरिक्त व्यवस्था देने की कोशिश की लेकिन उसने कोई भी सुविधा लेने से इंकार कर दिया.परीक्षा के दौरान वह बार--बार उसे देखने जाती रही.इनकी नजर में यह युवती पढ़ने वाली है और पढ़ाई का महत्व वह समझती है.उसके साहस से सभी को सीख लेनी चाहिए.देश,समाज को यह प्रेरणा दे रही है.इनकी मानें तो महिला अगर चाह ले तो कुछ भी कर सकती है.केंद्र पर तैनात वीक्षक भी इस साहस को ना केवल बेमिशाल बता रहे हैं बल्कि खुद गौरवान्वित भी महसूस कर रहे हैं.
महिलाएं किसी से कम नहीं है,यह बात अब काफी पुरानी हो चुकी है.आज परीक्षा में शामिल होकर यह युवती सिर्फ महिलाओं को नहीं बल्कि पुरे आदमजात को सन्देश दे रही है.सहरसा टाईम्स इस युवती के जज्बे को अंतरतम से सलाम करता है.

देश की आजादी में प्राणों की आहुति देने वालों को याद करना हमारी नैतिक जिम्मेवारी ----- रिजवान

कैंडल मार्च निकलते हुए संगठन के सदस्य 
कृष्णमोहन सोनी की रिपोर्ट:- ब्रिटिश हुकूमत की क्रूरता को समाप्त कर अपने देश वासियों को आजाद कराकर भारत कि पवित्र धरती पर खुशहाली देने वाले वीर भगत सिंह की शहादत को देशवासी कभीभुला  नही पाएंगे जब देश में अंग्रेजों द्धारा जुल्म ढाया जाता था तो देश की आजादी के लिए अपने प्राणो को न्योछावर कर भारत माता को आजाद कराने वाले ऐसे  वीर सपूतों वीर भगत सिंह, राजगुरु  सुखदेव को कोसी समाज सेवा संगठन के युवा साथी सत सत नमन करते है.  उक्त बाते संगठन के संस्थापक सह संयोजक मीर रिजवान ने कहा. उन्होंने कहा कि आज का दिन वैसे तो हम देशवासियों के लिए दुःख की घड़ी है कि हमारे देश के वीर सपूत वीर भगत सिंह और उनके कई साथियों ने शहादत दी आज के दिन ही 23 मार्च को वीर भगत सिंह ने देश की खातिर फांसी की तख्त को चूमा था. 
शहीदों को पुष्प अर्पित करते हुए मीर रिजवान 
शहादत दिवस के मौके पर कोसी समाज सेवा संगठन के बैनर तले सेकड़ो युवाओ ने शहर में केंडिल मार्च निकाल कर श्रद्धांजलि दिया. कैंडिल मार्च शहर के रिफ्यूजी क्लोनी स्थित सुभाष चन्द्र बॉस चौक से निकल कर मीर टोला , महावीर चौक , होते हुए चांदनी चौक स्थित शहीद चौक पर पहुंच कर वीर शहीदों के स्मारक पर पुष्प अर्पित कर श्रद्धांजलि दिया गया इस मौके पर संगठन के मीर रिजवान ने कहा कि देश कि आजादी के लिए अपने प्राणों कि आहुति देने वालो को याद करना हमारी नैतिक जिम्मेवारी है उन्होंने लोगों से सकारात्मक सोंच के साथ आपसी सद्भाव कायम करने कि अपील की शहादत दिवस के मौके पर श्रद्धांजलि देने वालों में संगठन के जिला महासचिव जावेद अनवर चाँद , मनोज , पाठक मो०आरिफ, जिला अध्यक्ष - पिंटू शर्मा,  मासूम जिया रहमानी , दीपक कुमार , मो० आफ़ताव  बबलू , अभिषेक ,राजपूत  महबूब अली केशर , शाहव उद्दीन ,संजय यादव , भूषण कुमार ,  सिंटू , अंशु , सुचेन  कुमार , बनती , अब्दुल , हैप्पी , साकिब , मो० परवेज, अजहर, सरताज, कल्लू , सज्जाद, आमिर, नौशाद समशद खान, मो० हैदर ,अब्दुल्लाह, इरफ़ान , इमरान , सफी  अहमद , आदि मुख्य रूप से भाग लिया।    

बिहार के गौरवशाली विरासत को अक्षुण्ण बनाये, सामाजिक संकीर्णता से ऊपर उठकर - डी.एम.

कृष्ण मोहन सोनी की रिपोर्ट:- बिहार की अस्मिताव गौरव शाली विरासत की निरंतर रक्षा के लिए हम सभी बिहारियों को अपनी बिहारी अस्मिता की पहचान को मजबूत बनाकर सामाजिक संकीर्णता से ऊपर  उठकर बिहार को प्रगति के पथ पर निरंतर आगे ले जाने के लिए सभी को एक साथ मिलकर आगे बढ़ना है. उक्त बातें सहरसा में बिहार दिवस के मौके पर आयोजित कार्यक्रमों में अधिकारीयों को संकल्प दिलाते हुए जिला पदाधिकारी शशिभूषण कुमार ने कहा. 
बिहार दिवस को लेकर सहरसा जिला समाहरणालय परिसर को  दुल्हन की तरह सजाया गया इस अवसर पर जिला प्रशासन की ओर से कई कार्यक्रम भी आयोजित किये गए. संध्या में सुपर बाजार स्थित कलाभवन में सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित की गयी, वही उससे पूर्व सुबह में प्रभात फेरी निकाली गयी. इस मौके पर विभिन्न विभागों के अधिकारी भी मौजूद थे.जिला पदाधिकारी की मौजूदगी में उपस्थित विभागीय अधिकारीयों व कर्मियों ने बिहार के गौरवशाली विरासत को अक्षुण्ण बनाये रखने व बिहार को विकासशील बनाने के लिए संकल्प लिया.इस मौके पर जिला प्रशासन की ओर से आयोजित एथलेटिक्स व सांस्कृतिक कार्यक्रमों  में भाग लेने वाले विजेताओ के बीच  परितोसिक वितरण किया गया. इस अवसर पर डी.डी.सी हरेन्द्र नाथ दुवे, सदर एस.डी.ओ. राजेश कुमार, डी.पी.आर.ओ. विन्दुसार मंडल, आरक्षी अधीक्षक डी. एस. पी. प्रेम सागर, डीएफ ओ के के ओझा, मुक्तेश्वर सिंह मुकेश सहित अन्य

लोग मौजूद थे।  

मार्च 22, 2015

बिकने---लुटने से बचा बचपन


मुकेश कुमार सिंह की कलम से खास रिपोर्ट---- आज सहरसा रेल पुलिस(GRP)को एक बड़ी कामयाबी मिली.रेल पुलिस ने चाईल्ड लाईन संस्था की गुप्त सूचना पर सुबह करीब साढ़े आठ बजे सहरसा रेलवे  जनसेवा एक्सप्रेस जो सहरसा से पंजाब जाती है पर सवार तीन दलाल सहित बाईस मासूम बच्चों को अपनी गिरफ्त में ले लिया.लूटने से बचे ये तमाम बच्चे पुर्णिया,सुपौल और सहरसा जिले के रहने वाले हैं जिन्हें दलाल काम कराने के नाम पर पंजाब ले जा रहे थे.हांलांकि मुख्य दलाल भागने में कामयाब हो गया लेकिन फिर भी जीआरपी की यह कामयाबी काबिले--तारीफ़ है.रेल थाना में लाये गए ये बच्चे पंजाब के जालंधर ले जाए जाने के दौरान आज जनसेवा एक्सप्रेस से बरामद किये गए हैं.दलाल इन्हें बहला--फुसलाकर जालंधर ले जा रहे थे.
यह सच है की जिन मासूम हाथों में कलम--किताब होनी चाहिए वह मज़बूरी में परदेश,वह भी कमाने के लिए जा रहे हैं. देखिये इन मासूमों की आँखों को.ये रो रहे हैं.बिलख और सुबक रहे हैं.इनकी विवशता व्यवस्था और हुक्मरानों से कई सवाल एक साथ कर रहे हैं.गरीबी क्या होती है ज़रा इनकी बेजा चिथड़ों में लिपटी जिन्दगी में उतरकर देखिये.य़े बच्चे कह रहे हैं की वे पढ़ना चाहते हैं लेकिन मज़बूरी में कमाने जा रहे हैं.घर में अनाज नहीं है.जाहिर तौर पर ये मासूम अपनी इच्छा को कुचलकर परदेश जा रहे थे.

रेल पुलिस की गिरफ्त में आये ये तीनों दलाल है. संतोष राम और अरविन्द कुमार जहां सुपौल जिले के रहने वाले हैं वहीँ दिनेश कुमार पुर्णिया जिले का रहने वाला है. पुलिस अधिकारी धनंजय कुमार, थानाध्यक्ष, रेल थाना थाना,सहरसा घटना की पूरी जानकारी देते हुए कह रहे हैं की मुख्य दलाल खुदर राम जो अठारह बच्चों को ले जा रहा था वह भागने में कामयाब हो गया.उसकी गिरफ्तारी के लिए स्पेशल टीम का गठन करके छापामारी की जा रही है.अधिकारी इस कामयाबी से गदगद हैं और आगे भी उचित कारवाई का भरोसा दे रहे हैं.
हर साल बाढ़ की विभीषिका झेलने वाले इस इलाके में गरीबी बेकारी,भुखमरी, बीमारी और तरह--तरह की समस्याएं सुबह की पहली किरण के साथ ही मुंह बाए खड़ी रहती है.इस इलाके में गरीबी कुलाचें भर रही है.खासकर के पूर्वी और पश्चिमी तटबंध के भीतर की स्थिति तो और भी नाजुक और कलेजे को चाक करने वाली है.पेट की आग बुझाना यहाँ पहाड़ खोदकर दूध निकाले के समान है.ऐसे में गरीब हर वक्त किसी तारणहार की बाट जोहते नजर आते हैं.इस लाचारी में ये गरीब माँ--बाप मानव तस्कर के झांसे में आ जाते हैं और महज कुछ रूपये की लालच में अपने कलेजे के टुकड़ों को उनके हाथों बेच देते हैं.दो से दस हजार के बीच की रकम देकर दलाल इन गरीब लोगों के मासूमों को खरीदकर दूसरे प्रांत ले जाते हैं जहां ऊँची कीमत पर उन बच्चों को बेचकर मालामाल होते हैं
कई ऐसे मामले आये हैं की ये दलाल हर साल बच्चों को अलग--अलग कीमत में अलग--अलग जगहों पर बेचते हैं.पिछले दस वर्षों के दौरान कोसी इलाके के 25 हजार से ज्यादा बच्चों को दलाल खरीदकर दूसरे प्रांत ले गए हैं.यह अलग बात है की कुछ स्व्यंसेवी संघटनों ने अभीतक करीब 10 हजार बच्चों को इन दलालों के चंगुल से मुक्त कराने सफलता पायी है.लेकिन हद की इंतहा देखिये मुक्त कराये गए इन बच्चों को वायदे के मुताबिक़ आजतक ठीक से पुनर्वासित भी नहीं किया गया है.जाहिर सी बात है की इतने संवेदनशील मामले में सरकार की तरफ से कोई ठोस कदम क्या ख़ाक उठाये जायेंगे, सरकारी फाईलों से गरीबों के नाम पर निकलने वाली करोड़ों--अरबों की योजनायें धरातल पर नहीं पहुच पाती हैं यह उसी का नतीजा है.
कोसी इलाके में मासूम सपनों की बलि चढाने का सिलसिला बदस्तूर जारी है.सरकार के कागजी आंकड़े और जमीनी सच में कोई मेल नहीं है.गरीब के लिए ही लगभग सारी बड़ी योजनायें है लेकिन गरीब को इन योजनाओं का फलाफल मिलना तो दूर इन योजनाओं की पूरी जानकारी भी नहीं हो पाती है और उनकी अर्थी निकल जातीहै.गरीबों की ज्यादातर योजनायें बाबू--हाकिम से लेकर बिचौलियों के बीच ही उछलती--फुदकती रह जाती है.ये गरीब अपने मासूम नौनिहालों के सपने बेचते हैं,उनकी जिन्दगी और उनकी अहमियत बेचते हैं.जबतक गरीबी और रोजगार का टोंटा रहेगा इस इलाके में मानव तस्कर बच्चों को यूँ ही खरीदते रहेंगे.

लूट----

मुकेश कुमार सिंह की रिपोर्ट:- आज रात करीब सवा नौ बजे मोटरसाईकिल सवार दो अपराधियों ने हथियार की नोंक पर एक चावल व्यवसायी से चौवन हजार पांच सौ रूपये लूट लिए और आराम से हवा में हथियार लहराते हुए नौ दो ग्यारह हो गए.घटना सदर थाना के विश्कर्मा चौक की है.घटना के बाद मौके पर पुलिस के आलाधिकारी ने पहुंचकर तफ्तीश तो शुरू कर दी लेकिन इस घटना के बाबत कोई भी जानकारी पुलिस के बड़े अधिकारी ने हमें देने से साफ़ इंकार कर दिया. लम्बे समय से अपने बिगड़ैल कार्यशैली को लेकर खासा बदनाम रही सहरसा पुलिस को एक बार फिर अपराधियों ने करारा तमाचा जड़ा है. सदर थाना के मीर टोला स्थित अपनी दूकान से वापिस अपने घर शिवपुरी मुहल्ला लौट रहे युवा चावल व्यवसायी चन्दन कुमार भगत से अपराधियों ने चौवन हजार पांच सौ रूपये सहित अन्य सभी महत्वपूर्ण कागजात लूट लिए. घटनास्थल पर एसडीपीओ प्रेमसागर, इन्स्पेक्टर श्याम किशोर सिंह, सदर थानाध्यक्ष संजय सिंह सहित अन्य अधिकारियों के बीच पीड़ित व्यवसायी अपने साथ घटी घटना की जानकारी दिया. अधिकारियों के द्वारा घटना की जानकारी लेने के इसी दौड़ के बीच सहरसा के पुलिस कप्तान पंकज सिन्हा भी यहां पहुंचे और फिर अपने स्टाईल में पूछताछ की और तफ्तीश को आगे बढ़ाया.  
हमने इस लूट की घटना को लेकर पुलिस के बड़े अधिकारी से जबाब--तलब करना चाहा.लेकिन हद की इंतहा देखिये की सारे अधिकारी इस घटना पर "हम अभी कुछ नहीं कहेंगे" कहते हुए तल्ख अंदाज में घटनास्थल से निकल गए. हांलांकि अपराधियों के सामने घुटने टेक चुकी सहरसा पुलिस को हम आसानी से यूँ ही जाने देने वाले नहीं थे. हमें सदर थाना के एसएचओ संजय सिंह मिल गए, जिन्हें यह जानकारी नहीं थी की उनके बड़े साहब हमारे कैमरे से बचकर भाग निकले हैं. संजय सिंह ने घटना को लेकर जानकारी देते हुए अपराधियों को जल्द गिरफ्तार कर लेने का दावा किया. दावे से इतर हमें पता है की साहब का दावा महज तकिया कलाम है.
इस जिले में पुलिस की नहीं अपराधियों की समानांतर सरकार चल रही है. यहां की पुलिस सुस्त और अपराधी मस्त हैं.जाहिर तौर पर एक तरफ जहां अपराधी पुलिस पर पूरी तरह से भारी पर रहे हैं वहीँ आम लोगों की सुरक्षा अब अपराधियों के रहमोकरम पर टिकी है.

मैट्रिक परीक्षा में शख्त हुआ जिला प्रशासन

सहरसा टाईम्स की रिपोर्ट :- प्रशासन के इस शख्त रवैये की वजह से जहां विभिन्य परीक्षा केन्द्रों में प्रवेश से पहले परीक्षार्थियों को चेक किया गया वहीँ पुलिस के अधिकारी भी विभिन्य परीक्षा केंद्रों पर भागते--दौड़ते दिखे. इस शख्ती में जहां विभिन्य परीक्षा केन्द्रों से कदाचार में लिप्त 36 परीक्षार्थियों को निष्काषित किया गया वहीँ चोरी करा रहे 114 अभिभावकों को भी गिरफ्तार किया गया. यही नहीं बनवारी शंकर कॉलेज से अपने भाई की जगह परीक्षा दे रहे एक मुन्ना भाई और चोरी करा रहे एक होम गार्ड के जवान को भी गिरफ्तार किया गया. बनवारी शंकर कॉलेज केंद्र से अपने फुफेरे भाई की जगह परीक्षा दे रहे इंटर में पढ़ने वाले एक भाई को भी दबोचा गया है. टिंकू कुमार नाम का यह मुन्ना भाई आखिरकार अपने गुनाह को नहीं छुपा सका और कम उम्र में ही उसे जेल जाने को विवश होना पड़ा. सदर थाना में मेले सी भीड़ है. 114 अभिभावक चिट कराते दबोचे गए हैं. हाजत  me अब तिल रखने की भी जगह नहीं है.अपने बच्चों को सब से आगे देखने के लिए इनलोगों ने गलत रास्ता चुना जिसकी इन्हें सजा मिल रही है.हांलांकि ये अभी भी बेशर्मी से कह रहे हैं की ये चोरी नहीं करा रहे थे बल्कि ये केंद्र के समीप खड़े थे और पुलिस वालों ने उन्हें जबरन धर--दबोचा है.
अधिकारियों के लिए कल का दिन कामयाबियों से भरा दिन था .अपनी कामयाबी को एसडीओ राजेश कुमार सिंह बेहद नायाब अंदाज में बयान कर रहे हैं और अपने इस करतब के दम पर बड़े--बड़े दावे भी कर रहे हैं.लेकिन साहेब ये भूल रहे हैं की लोगों ने मैट्रिक परीक्षा की शुरुआत से लेकर अबतक उनके कर्तव्य को बाखूबी देखा है

मार्च 21, 2015

स्थापना दिवस पर 61 दीप प्रज्वलित के साथ फहराये जायेंगे प्रतिक ध्वज.......

कृष्णमोहन सोनी की रिपोर्ट:- 61 वें स्थापना दिवस पर जलेंगे 61 दीप, फहराये जायेंगे सहरसा जिले का  प्रतीक ध्वज।  जिले के 61 वें स्थापना दिवस समारोह को लेकर जिला पदाधिकारी शशिभूषण कुमार की अध्यक्षता में विभिन्न विभागीय अधिकारियों के साथ बैठक आयोजित की गयी. बैठक में जिला पदाधिकारी शशिभूषण कुमार ने पूर्व  की भांति इस वर्ष भी जिला स्थापना दिवस को धूम धाम से उत्सवी माहौल में मनाये जाने का निर्णय लिया है।  इस मौके पर स्थानीय जिला समाहरणालय परिसर में जिले का प्रतिक ध्वज फहराया जाएगा। वहीं स्थानीय स्टेडियम परिसर में मुख्य मंच पर सांस्कृतिक संध्या में कलाकारों का होगा एक से एक प्रस्तुति। इस  मौके पर जिले की सुख समृद्धि खुशाहाली व विकास 61 दीप प्रज्वलित किये जायेगे समारोह  सुबह में स्कूली बच्चों द्धारा प्रभात फेरी निकल मानव श्रृंखला तैयार की जाएगी इस मौके पर जिले के विभिन्न विभागीय अधिकारियों सहित जनप्रतिनिधि भी भाग लेंगे।  समारोह की संध्या में स्थानीय स्टेडियम में सांस्कृतिक कार्यक्रम में कई नामचीन कलाकारों द्धारा  व लोकगीतों की प्रस्तुति होगी स्थापना दिवस की तैयारी बैठक में संबंधित विभागीय अधिकारियों को कड़े निर्देश दिए गए हैं। इस बैठक में उप विकास पदाधिकारी हरेन्द्र नाथ दुबे , सदर एस डी ओ राजेश कुमार , सिविल सर्जन डॉ भोला नाथ झा , डी सी एल आर राजीव कुमार ,डी पी आर ओ विंदूसार मंडल सहित अन्य विभागीय अधिकारी मौजूद थे।

कोसी महोत्सव में कोसी वासी अब उठायेगे लुत्फ़ 4 -5 अप्रैल को

अधिकारीयों  के साथ बैठक करते सहरसा के जिला पदाधिकारी
कृष्ण मोहन सोनी की रिपोर्ट:- हर वर्ष की भाँती इस वर्ष भी आगामी 4 -5 अप्रैल को सहरसा के स्टेडियम के मैदान में  आयोजित होने वाले कोसी महोत्सव में स्थानीय कलाकारों से लेकर राष्ट्रीय स्तर के कलाकारों का सुर संगम ,देश के विभिन्न राज्यों के लोक नृत्य का लुत्फ़ कोसी वासी उठायेंगें। इस दिशा में जिला प्रशासन द्धारा विभागीय स्तर के अधिकारियों के साथ एक बैठक आयोजित की गयी ।हलांकि कोसी महोत्सव 24 -25मार्च  को होना था लेकिन पर्यटन विभाग से मिले पत्र की आलोक में महोत्सव की तिथि बढ़ाकर करजिला प्रशासन ने 4 -5 अप्रैल कर दिया है कोसी महोत्सव की तिथि बढ़ाये जाने की पुष्टि करते हुए जिला पदाधिकारीशशिभूषण कुमार ने कहा कि अब 4 -5 अप्रैल को सहरसा के स्टेडियम में कोसी महोत्सव धूमधाम से मनाया जाएगा।  बताया जाता है कि विधान सभा सत्र के दौरान छुट्टी के दिन महोत्सव आयोजन करने का निर्णय इस लिए लिया गया है कि संभवतःमुख्य मंत्री या उनके प्रतिनिधि मंत्री भाग लेंगे। महोत्सव में सांस्कृतिक कार्यक्रम में सहरसा , सुपौल , मधेपुरा के स्थानीय कलाकारों को मौका दिया जायेगा। इस आयोजन में  25 लाख से अधिक राशि का कला संस्कृति को पर्यटन विभाग से मांग किया गया है लेकिन अब तक महोत्सव के आयोजन  पर्यटन विभाग की ओर   से राशि मुहिया नही कराया गया है। कोसी महोत्सव में राष्ट्रीय स्तर के नामचीन कलाकारों का जलवा व उनके  सुरों को कोसी वासियों ने पूर्व के महोत्सव में स्टेडियम के मैदान में बने भव्य पंडाल से मंच पर आये महान पार्स गायक मो०अजीज , पंकज उदास , कविता कृष्णमूर्ति ,शारदा सिन्हा , कुमार सानु , की जादुई सुरों को सुना व देश के विभिन्न राज्यों के लोक नृत्य को भी देखा है इस बार भी कोसी वासियों कि आँखें ऐसे कलाकारों को देखने के लिए इन्तजार में है।

मार्च 17, 2015

ऑल इंडिया लोको रनिंग स्टाफ एसोसिएशन का अधिवेशन संपन्न


कृष्णमोहन सोनी की रिपोर्ट:- देश के हजारों रेल यात्रियों को लेकर अपनी जान पर खेल कर महज लोहे के दो रेल पटरियों पर ट्रेन को लेकर चलने वाले रेल कर्मियों की दर्द को रेल के कर्मी ही जान सकते हैं या रेल विभाग के अधिकारी मगर इन कर्मियों की व्यथा को रेल के अधिकारीयों द्धारा न सूना जाना कहीं न कहीं  नाइंसाफी है इसी कारण रेल कर्मियों ने अपनी चट्टानी एकता के सहारे अपनी मांगों को लेकर बार-बार रेल विभाग के अधिकारियों से मांग करती रही है. आखिर कबतक विभाग इनके मांगों को नजर अंदाज करती रहेगी. एक न एक दिन ये रेल कर्मी अपने अधिकार को लेकर रहेंगे उक्त बातें ऑल इंडिया लोको रनिंग स्टाफ एसोसिएशन पूर्व मध्य रेलवे, मंडल समस्तीपुर के ऑल इंडिया लोको रनिंग स्टाफ एसोसिएशन सहरसा शाखा द्धारा आयोजित एक दिवसीय अधिवेशन में अपने अधिकार को लेकर लड़ाई को तेज करने का शंखनाद किया गया. स्थानीय पश्चिमी रेलवे क्लोनी में ऑल इंडिया लोको रनिंग स्टाफ एसोसिएशन का एकदिवसीय अधिवेशन संम्पन्न हुआ अधिवेशन में सैकड़ों रेल कर्मियों ने भाग लिया अधिवेशन में कामरेड ए०बी० थापा के देख रेख कई महत्वपूर्ण फैसले भी लिए गए. अधिवेशन कि शुरुआत में ही गर्म जोशी के साथ दुनिया के मजदूरों एक हो के नारों के साथ लोको रेल रनिंग स्टाफ के रेल कर्मियों की समस्याओं पर विस्तार पूर्वक चर्चाये की गयी.
अधिवेशन में सात सूत्री मांगों का एक प्रस्ताव सर्व सम्मति से पास किये गए जिसमे  रनिंग केडर के सभी रिक्त पदों को अविलंब भरने, छुट्टी तथा सिक पर से प्रतिबंध हटाये जाने, ड्यूटी अवधि 10 घंटे से ज्यादा नही लेने, राघोपुर में रेस्ट रूम की व्यवस्था करने, रनिंग स्टॉफ को 36 घंटे के अंदर हेड क्वाटर वापस बुलाने , हेड क्वाटर की ओभर सूट कराकर  गाडी कार्य नही कराने,जर्जर रेल आवास को अविलम्ब मरम्मत करने एवं 24 घंटा इमरजेंसी लेत की व्यवस्था करने आदि मांग शामिल है।  अधिवेशन में एसोसिएशन के नये  पदाधिकारियों का भी चयन किया गया जिसमे शाखा अध्यक्ष आर०के० प्रसाद सिंह , कार्यकारणी  अध्यक्ष एच के सिन्हा, सचिव मनोज कुमार, संयुक्त शाखा सचिव एन के निर्मल, संगठन सचिव राजेश कुमार , कोषाध्यक्ष आशिष रंजन, आकंक्षक के.के.धर और शाखा कार्यकारणी सदस्य कुशाग्र, वीरेन्द्र पासवान, कामेश्वर तुरी, मनीष कुमार गुप्ता, राजीव कुमार, अंगद कुमार को बनाया गया है .

आध्यात्मिक परिचर्चा से मानव जीवन को मिलती है शान्ति ........

कृष्णमोहन सोनी की रिपोर्ट:-  सहरसा में लगातार एक सप्ताह से हो रहे अष्टयाम, भजन कीर्तन में भारी  संख्यां में महिला पुरुषों ने भाग लिया. इस आध्यात्मिक परिचर्चा संकीतर्न में जिले के विभिन्न क्षेत्रों सहित नेपाल, भूटान सहित अन्य जगहों से सांस्कृतिक कार्यक्रमों के कलाकारों, भजन गायकों ने भक्तिमय संगीतों की प्रस्तुति और नृत्यकला भजनो से शहर वासियों का मन मोह लिया. 
स्थानीय बड़ी दुर्गा स्थान के प्रांगण में शहर के व्यवसायी संघ, सब्जी बाजार सहरसा द्धारा आयोजित अष्टयाम लगातार सात दिनों तक चल कर सम्पन्न हुआ. इस कार्यक्रम को सुरक्षित संचालित करने के लिए जगह जगह स्वयं सेवकों को रखा गया जिसमे महिला एवं पुरुष स्वयं सेवक द्धारा भक्तजनो के बीच समय समय पर पेयजल सेवा कि व्यवस्था किये गए.  इस मौके पर व्यवसायी संघ के सचिव श्याम सुंदर साह ने कहा कि इस तरह का आयोजन हर वर्ष व्यवसायी संघ के द्धारा किया जाता है आध्यामिक परिचर्चा, अष्टयाम सत्यसंग संकीर्तन भजन से सामाजिक व्यवस्था जहां संतुलित रहता है वही लोगो के बीच फैली कुरीतियां दूर होकर मानव जीवन को शांति भी मिलती है और सामाजिक सौहार्द एक दूसरे के बीच कायम रहता है. इस तरह का आयोजन में सब्जी बाजार के सभी व्यवसायी वर्ग का सहयोग रहता है.जिसमे लाखों रूपया खर्च होता है उन्होंने कहा की इस अष्टयाम में भगवान राम सीता लक्ष्मण हनुमान शिवशंकर आदि कि मूर्तियां भी बनाई जाती है और अग्नि हवन कुण्ड भी इस भजन संकीतर्न में कलाकारों द्धारा रामलीला भी दिखाया जाता है.
इस मौके पर व्यवसायी संघ के अध्यक्ष वीरेन्द्र सिंह, दिलीप केशरी, सुभाष साह, बिट्टू भगत, छोटेलाल भगत , अर्जुन भगत, श्याम पंडित, कैलाश प्रसाद दास, मुन्ना भगत , पंकजभगत , राजू चौधरी , राजेन्द्र भगत , आदि ने मुख्य रूप से भाग लिया। 

अब गरीबों के बीच जाएगी केंद्र सरकार की कल्याणकारी योजना........... प्रवीण

कृष्णमोहन सोनी की रिपोर्ट:-  केंद्र सरकार कि जनहित में किये गए कार्यों कि जानकारी और विकास के साथ -साथ सभी लोगो को पार्टी से जुड़ कर एक मजबूत जनाधार कायम करने के लिए सहरसा में भाजपा का अभियान तेज हो गया है. इस अभियान को गंभीरता से लेते हुए भाजपा के कार्यकर्ताओं ने अपनी ताकत को झोकनी शुरू कर दिया है. इस बावत भाजपा के प्रवीण आनन्द, जिला परिषद सदस्य ने महिषी विधानसभा क्षेत्र के अन्तर्गत पड़ने वाली करीब 42 पंचायतों के गांवो को चिन्हित कर केंद्र सरकार की ओर से चलाई जा रही जनहित में सभी योजनाओ की जानकारी देने का भाजपा के अभियान भाजपा चली घर-घर की ओर कार्यक्रम को लेकर अभियान में जुटकर लोगो को दी. भाजपा के इस संदेश को देकर लोगों को पार्टी से भी जोड़ने, मोबाईल से मोबाईल एसएमएस करने का तरीका भी ग्रामीण क्षेत्रों के ग्रामीण महिला और पुरुषों को बताया गया. भाजपा नेता प्रवीण आनन्द ने अपने सैकड़ों पार्टी के कार्यकर्ताओं,समर्थको की एक टोली बनाकर पार्टी के बैनर तले जिले के सत्तर कटेया प्रखंड क्षेत्र के ग्रामीण क्षेत्रों के सिहौल, बारा, बिहरा, पटोरी, पुरिख, बरहाशेर आदि ग्रामीण क्षेत्रों में घर-घर घूम घूम कर महिलाओं और पुरुषों के बीच जाकर पार्टी से जोड़ने और केंद्र कि मोदी सरकार द्धारा देश की विकासात्मक योजनाओं कि जानकारी लोगों तक पहुंचाया.
अभियान में लगे प्रवीण आनन्द ने कहा कि केंद्र सरकार कि योजनाओं की जानकारी अधिकतर यह देखा गया है कि ग्रामीण क्षेत्रों के गरीबो के बीच नहीं रहने से गरीब सरकार की इस लाभ से वंचित रह जाते है इसलिए हमने महिषी विधान सभा क्षेत्रो को चिन्हित किया क्योंकि यह क्षेत्र कोसी नदी से घिरा हुआ है. जहां कई समस्याओं से लोग जूझते रहते हैं. इस ग्रामीण क्षेत्रो के गरीबों के बीच सरकार की कल्याणकारी  योजनाओ की जानकारी नही रहने से लाभ नही ले पाते है. जबकि केंद्र की भाजपा की सरकार ने गरीबो के लिए कई योजना को दिया जिससे गरीबो के घर तक केंद्र सरकार की योजना पहुंच सके और गरीब लाभ उठा सके. उन्होंने बताया की यह अभियान लगातार चलाया जायेगा और महिषी विधान सभा के कुल 42 पंचायतों के गांवो के हर घर में इसकी जानकारी देने के लिए हम पार्टी के साथियों के साथ काम  कर रहे हैं.  

बच्ची के पेट से निकले तार


सहरसा टाईम्स की रिपोर्ट:-  सहरसा के एक निजी नर्सिंग होम में ऑपरेशन के दौरान एक चौदह वर्षीय बच्ची के पेट से पांच किलो तार निकला.तार को देखकर ऑपरेशन करने वाले डॉक्टर भी काफी हैरत में और अचंभित थे. जहां डॉक्टर इस ऑपरेशन को सफल बताते हुए मरीज की स्थिति काफी बेहतर बता रहे हैं वहीँ मरीज के परिजन हक्के--बक्के और डॉक्टर को भगवान मानकर दुआ देने में जुटे हुए हैं.
डॉक्टर रंजेश कुमार सिंह
सहरसा टाईम्स आपको सदर थाना के स्थित माँ गायत्री नर्सिंग होम लेकर आया हैं जहां ऑपरेशन थियेटर में चल रहे एक बच्ची के ऑपरेशन की एक्सक्लूसिव तस्वीर से हम अपने दर्शकों को रूबरू करा रहे हैं.देखिये जिले के कहरा प्रखंड के कमलपुर गाँव की रहने वाली यह है चौदह वर्षीय निक्कू कुमारी.इसके पेट में लगातार दर्द बना रहता था और बार--बार उलटी होती थी.खाने की तरफ इसका जी बिल्कुल नहीं जाता था.इसके परिजन इसे लेकर तेरह मार्च को माँ गायत्री नर्सिंग होम आये जहां डॉक्टर रंजेश कुमार सिंह ने इसका इलाज शुरू किया.इलाज के दौरान डॉक्टर साहब को ऑपरेशन की जरुरत महसूस हुयी और उन्होनें आज इसका ऑपरेशन किया.ऑपरेशन में बच्ची के पेट से मछली पकड़ने के लिए जो जाल बनाया जाता है वह तार निकला.पांच किलो से ज्यादा निकले तार को देखकर जहां डॉक्टर काफी हैरान हुए वहीँ इस ऑपरेशन को उन्होनें पूरी तरफ से सफल बताया.उनकी नजर में मरीज की स्थिति काफी बेहतर है.मरीज के ऑपरेशन में निकले तार को देखकर मरीज के परिजन जहां हक्के--बक्के हैं वहीँ करिश्मा करने वाले डॉक्टर को वे भगवान मानकर दुआ देने में जुटे हैं.

मार्च 15, 2015

बाहुबली से जेल में पूर्व केंद्रीय मंत्री नागमणि की मुलाक़ात

मुकेश कुमार सिंह की कलम से-----
तत्कालीन गोपालगंज डी.एम जी कृष्णैया ह्त्या मामले में करीब आठ वर्षों से आजीवन कारावास की सजा काट रहे पूर्व सांसद बाहुबली आनंद मोहन से मुलाक़ात करने पूर्व केंद्रीय मंत्री सह समरस समाज पार्टी 
के राष्ट्रीय अध्यक्ष नागमणि सहरसा जेल पहुंचे. करीब तीन घंटे तक जेल के भीतर दोनों नेताओं के बीच हुयी बातचीत के बाद नागमणि ने सहरसा टाईम्स से ख़ास बातचीत में कहा की पूर्व सांसद आनंद मोहन के निर्देश पर "बिहार में नीतीश--लालू और भाजपा गठबंधन से अलग तीसरा मोर्चा बनाया जाएगा". पूर्व सांसद आनंद मोहन को निर्दोष बताते हुए नागमणि ने कहा की आनंद मोहन जी नीतीश की साजिश के शिकार के हुए हैं. आनंद मोहन को सभी जाति --धर्म के लोगों का सर्वमान्य नेता बताते हुए नागमणि ने आनंद मोहन की जेल से रिहाई के लिए माननीय उच्चतम न्यालय के सामने न्याय मार्च निकालने की भी घोषणा की.
लगातार कई वर्षों से जेल में बंद रहने वाले बाहुबली आनंद मोहन को लेकर राजनीति के जानकारों का कहना है की आनंद मोहन की राजनीति का अब अवसान हो चुका है.कभी रॉबिन हुड की उपमा से नवाजे जाने वाले आनंद मोहन को खासकर के बिहार की राजनीति में नजर अंदाज करना नामुमकिन था. लेकिन बदले वक्त में इनकी सियासी हैसियत में काफी गिरावट आई है. बाबजूद इसके विभिन्य पार्टियों के राष्ट्रीय स्तर के नेता आज भी ना केवल इनके सम्पर्क में हैं बल्कि इनका उपयोग समय--समय पर अपने फायदे के लिए बाखूबी करते रहे हैं. ऐसे में केंद्रीय मंत्री सह समरस समाज पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष नागमणि का सहरसा जेल पहुंचकर आनंद मोहन से घंटों बातें करना निश्चित रूप से कई तरह के राजनीतिक इशारे कर रहा है. आनंद मोहन से मुलाक़ात के बाद जेल से बाहर निकले नागमणि ने सहरसा टाईम्स से ख़ास बातचीत की.बातचीत में उन्होनें कहा की उन्होनें जाति और धर्म से ऊपर उठकर समरस समाज पार्टी का निर्माण किया है.वे जेल में आनंद मोहन से इसलिए मिलने आये थे की वे बिहार में लालू--नीतीश और बीजेपी गठबंधन के खिलाफ एक तीसरा मोर्चा बनाकर जनता को इन सभी से मुक्ति दिलाना चाहते हैं.चूँकि आनंद मोहन की पकड़ सभी धर्म और जातियों के लोगों पर है, इसलिए उन्हीं के निर्देश पर तीसरे मोर्चे का गठन होगा.पूर्व सांसद आनंद मोहन को निर्दोष बताते हुए नागमणि ने कहा की आनंद मोहन जी नीतीश की साजिश के शिकार हुए हैं.आनंद मोहन को सभी जाति --धर्म के लोगों का सर्वमान्य नेता बताते हुए नागमणि ने आनंद मोहन की जेल से रिहाई के लिए माननीय उच्चतम न्यालय के सामने न्याय मार्च निकालने की भी घोषणा की.
बहरहाल,बाहुबली से हुयी इस मुलाक़ात ने इतना साफ़ कर दिया है की पूर्व सांसद आनंद मोहन के कद्रदान राजनीति में अभी भी मौजूद हैं.हमारी समझ से,आनंद मोहन की राजनीतिक हैसियत अभी इतनी बची हुयी है जिससे वे अपना ना सही लेकिन कितनों का राजनीतिक भविष्य संवार सकते हैं.

अनशन का सच-----

सहरसा टाईम्स की रिपोर्ट:- बिहार सरकार के मुखिया नीतीश कुमार के केंद्रीय भूमि अधिग्रहण बिल के खिलाफ पटना में दो दिवसीय उपवास के समर्थन में आज पुरे सूबे के सभी जिले से लेकर प्रखंडों में जदयू के नेता और कार्यकर्ता एक दिन के उपवास पर हैं.जाहिर सी बात है की पार्टी के आका जब उपवास पर हों तो उनके समर्थक उनके साथ होंगे ही और उनके फरमान को सौ फीसदी मानेंगे भी.लेकिन सहरसा टाईम्स आपको एक ऐसे सच से रूबरू करा रहा है जिसे देखकर आपके पाँव के नीचे की जमीन ही खिसक जायेगी.जिला मुख्यालय से लेकर प्रखंड स्तर पर आयोजित उपवास में शामिल नेता--कार्यकर्ताओं को इस बिल को लेकर ना तो कोई पुख्ता जानकारी है और ना ही यह पता है की केंद्र सरकार ने बिल में कुछ संसोधन भी किये हैं.
हम आपको कोसी प्रमंडलीय आयुक्त कार्यालय के ठीक सामने का नजारा दिखा रहे हैं जहां जदयू के नेता और कार्यकर्ता एक दिन के उपवास पर बैठे हैं.सहरसा टाईम्स ने यहां पर उपवास पर बैठे लोगों से भूमि अधिग्रहण बिल की जानकारी का रियलिटी टेस्ट किया.यहां धरने पर बैठे अधिकाँश लोगों को बिल में पहले क्या--क्या प्रावधान थे और क्या--क्या उसमें बदलाव किये गए हैं,इसको लेकर कोई जानकारी नहीं थी.कई लोग तो हमारे सवाल से इतने घबरा गए की उन्होनें कहा की वे बगल से गुजर रहे थे और यहां आकर बस बैठ गए.मोदी सरकार द्वारा संसोधन की बात पर महिला नेत्री की तो घिघ्घी बंध गयी.हांलांकि पुरुष कार्यकर्ता भी कहीं से काम नहीं थे और उन्होनें हकलाते हुए जानकारी नहीं होने की बात आखिरकार स्वीकारी.इस अनशन से यह साफ़ जाहिर हो रहा है की यह अनशन फारस का अनशन है जिसमें बिल से पूरी तरह अनजान लोग बस लोगों की संख्यां बढ़ा रहे थे.

मार्च 13, 2015

जालिम पुलिस की बेदर्द करतूत...........


मुकेश कुमार सिंह की कलम से :-- अपराधियों पर नकेल कसने में फिसड्डी और अपनी बिगड़ैल कार्यशैली के लिए खासा बदनाम रही सहरसा पुलिस ने एक बार फिर से दरिंदगी भरा अपना काला चेहरा दिखाया है.ताजा मामला सोनवर्षा कचहरी थाना का है जहां बीती रात वाहन चैकिंग के नाम पर वसूली कर रही पुलिस को जब एक युवक ने नजराना नहीं दिया तो पुलिस वाले ने ना केवल उसकी बेरहमी से पिटाई की बल्कि उसका सर भी फोड़ डाला.पुलिसिया जुल्म का शिकार हुआ युवक फिलवक्त सदर अस्पताल में भर्ती है,जहां उसका इलाज किया जा रहा है.बेशर्मी की इंतहा तो यह भी है की इस जघन्य मामले पर अपना पक्ष रखने के लिए पुलिस के अधिकारी किसी भी सूरत में हमारे कैमरे पर आने से परहेज कर रहे हैं.

सदर अस्पताल में बर्बर पुलिस की काली करतूत का यह जख्मी युवक जीता--जागता नमूना है. जिले के महपुरा गाँव का रहने वाला हेमंत नाम का यह युवक मुर्गी के दाना का कारोबारी है.बीती रात यह अपनी बीमार पत्नी की दवा के लिए मोटरसाईकिल से सोनवर्षा कचहरी के एक डॉक्टर के पास गया था.गाडी खड़ी करके यह डॉक्टर से मिलने गया और जब लौटा तो पुलिस के एक जवान ने उससे कहा की बड़े साहब उसे बुला रहे हैं.वह भागा--भागा साहब के पास पहुंचा.साहब ने उससे गाडी सहित उसके ड्राईविंग के कागजात मांगे. इसने सभी कागजात दिखाए लेकिन साहब को एक हजार रूपये बतौर नजराना चाहिए था.साहब ने अपने कनीय कर्मियों से कहा की गाडी को थाने में लगाओ.युवक ने काफी मिन्नत की उसे जाने दिया जाए क्योंकि उसकी बीमार पत्नी उसकी राह तकती होगी.लेकिन पत्थर बने पुलिस अधिकारी असलम खां ने पहले तो इस युवक पर टार्च से हमला किया और जब उससे बात नहीं बनी तो एक जवान की लाठी छीनकर इसकी भरपूर पिटाई की.इस पिटाई में युवक को जहां जिश्म पर कई जगहों पर गंभीर चोटें आई है वहीँ इसका सर भी फट गया है.हद की बात यह भी है की युवक के पास करीब अट्ठाईस हजार रूपये थे जिसे पुलिस वालों ने अपराधियों की तरह उससे छीन लिए हैं.पीड़ित सारी कहानी को अपनी जुबानी सूना रहा है.
मामला बड़ा और पुलिस को कटघरे में खड़ा करने वाला है.हमने इस बाबत जिले के आला पुलिस अधिकारियों से बात की लेकिन सभी ने हमारे कैमरे पर कुछ भी बोलने से इंकार किया.वैसे हमें पता है की हर मामला की तरह इस मामले में भी उनका जबाब तकिया कलाम वाला ही होगा की "वे इस मामले की जांच करते या फिर करवाते हैं और जांच रिपोर्ट के आधार पर अग्रतर कार्रवाई होगी".लेकिन हमने भी हार नहीं मानी और सोनवर्षा कचहरी थानाध्यक्ष रुदल पासवान से घटना को लेकर जबाब--तलब कर ही लिया.रुदल जी का कहना था की इस घटना की जांच हो रही है.उन्होनें घटना से मुतल्लिक तमाम जानकारी बड़े अधिकारियों को दे दी है.आगे की कार्रवाई को लेकर अब बड़े अधिकारी ही कुछ बता सकेंगे.
सहरसा पुलिस विगत कुछ वर्षों से अपराधियों को पकड़ने में पूरी तरह से नाकाम रही है.वैसे में अब पुलिस वाले अपनी सारी खीज आम जनता पर ही निकालने लगी है.राज्य सरकार और राज्य मुख्यालय मैं बैठे पुलिस के आला जहां पुलिस और पब्लिक की मैत्री की बात कर रहे हैं वहीँ सहरसा पुलिस उनके अरमानों पर पलीता लगा रही है.

मार्च 12, 2015

घुस के रूपये लेते निगरानी ने मनोज कुमार को दबोचा....


सहरसा टाईम्स की रिपोर्ट :- आज निगरानी पटना की टीम ने सहरसा जिला सहकारिता पदाधिकारी सह संयुक्त निदेशक सहयोग समितियां, कोसी प्रमंडल मनोज कुमार को जिले के सत्तर कटैया पैक्स अध्यक्ष सुरेश कुमार से सत्तर हजार रूपये घुस लेते हुए रंगे हाथों गिरफ्तार कर लिया.
गिरफ्त में आये ये साहब हैं मनोज कुमार. सत्तर कटैया के पैक्स अध्यक्ष सुरेश कुमार के बत्तीस हजार क्विंटल धान जिसकी कीमत तीस लाख रूपये होती है के पेमेंट के एवज में मनोज कुमार ने दस प्रतिशत कमीशन यानि तीन लाख रूपये घुस की मांग की. सुरेश कुमार ने इसकी शिकायत 26 फ़रवरी को निगरानी पटना में की. वहाँ से इसका सत्यापन किया गया और आज दिन में कुल तीस लाख की जगह तीन लाख तिरपन हजार पेमेंट किये गए जिसके लिए घुस की रकम बढ़ाकर बीस प्रतिशत यानि सत्तर हजार रूपये की मांग अधिकारी मनोज कुमार ने सुरेश कुमार से की. सुरेश कुमार ने सत्तर हजार रूपये का भुगतान जिले के बैजनाथपुर चौक पर किया जहां निगरानी टीम पहले से मौजूद थी. घुस के रूपये लेते ही निगरानी ने मनोज कुमार को तुरंत रंगे हाथों दबोच लिया. 
बताते चलें की हाल के वर्षों में निगरानी ने सहरसा जिले में मनोज कुमार को लेकर दशवें अधिकारी को दबोचने में कामयाबी पायी है


*अपनी बात*

अपनी बात---थोड़ी भावनाओं की तासीर,थोड़ी दिल की रजामंदी और थोड़ी जिस्मानी धधक वाली मुहब्बत कई शाख पर बैठती है ।लेकिन रूहानी मुहब्बत ना केवल एक जगह काबिज और कायम रहती है बल्कि ताउम्र उसी इक शख्सियत के संग कुलाचें भरती है ।