रीता सिंह, शिकागो (अमेरिका) |
सहरसा टाईम्स: शिकागो
में हिन्द का परचम लहरा रही सहरसा की बेटी रीता सिंह का आज अपने घर आने
पर सहरसा में ना केवल उनका भव्य सम्मान हुआ बल्कि कोसी की बेटी को अपने
बीच पाकर यहाँ के लोग जद से भाव
विह्वल भी हुए।बताना लाजिमी है की सहरसा जिले के भरौली गाँव की रहने
वाली रीता सिंह फेडरेशन
ऑफ इन्डियन एशोसियेशन शिकागो(अमेरिका)की चुनी गयी पहली महिला अध्यक्षा
हैं।शिकागो से अपने पति और बेटी के साथ सहरसा पहुंची रीता
सिंह का सहरसा जिला मुख्यालय स्थित विजया होटल में आज शाम भव्य अभिनन्दन
किया गया।
-यह नजारा है सहरसा के विजया होटल
का। देखिये कोसी की बेटी रीता सिंह का यहाँ पर किस तरह से अभिनन्दन किया जा
रहा है।फैशन डिजायनिंग इंजीनियर रीता सिंह अपने सॉफ्टवेयर इंजीनियर पति
संजीव कुमार सिंह के साथ मिलकर शिकागो में एस.आर इंटरनेशनल इंक सॉफ्टवेयर
डेवलपमेंट आई.टी इन्फ्रास्ट्रक्चर मैनेजमेंट और आई.टी एजुकेशन के लिए काम
करती हुयी आज फेडरेशन ऑफ इन्डियन एशोसियेशन शिकागो(अमेरिका) की पहली
महिला अध्यक्षा बनकर अपने देश के साथ--साथ सूबा बिहार और अपने कोसी इलाके
का मान बढ़ाया है।जिले के भरौली गाँव की रहने वाली रीता सिंह का भव्य
अभिनन्दन देखिये कितनी गर्मजोशी से स्थनीय विजया होटल में किया जा रहा
है।
कोसी प्रमंडल के आयुक्त विमलानंद झा,प्रसिद्ध चिकित्सक गोपाल शरण
सिंह,कई वरीय अधिकारी सहित शहर के कई गण्यमान लोग इस अभिनन्दन समारोह के
गवाह बने।रीता सिंह और आयुक्त ने दीप प्रज्ज्वलित करके इस कार्यक्रम की
शुरुआत की।इस मौके पर रीता सिंह को मखान का माला पहनाया गया और अनगिनत
उपहार देकर उन्हें सम्मानित किया गया।इस सभा को आयुक्त सहित कई लोगों के
साथ खुद रीता सिंह ने भी संबोधित किया।
रीता सिंह से सहरसा टाईम्स ने खास
बातचीत की।
रीता सिंह |
सहरसा टाईम्स ने उनके पद को लेकर की उसका क्या--क्या फंक्शन
हैं और इतनी
ऊँचाई पर पहुँचने का श्रेय वह किसे देती हैं और कोसी क्षेत्र के लोगों को
क्या सन्देश देना चाहती हैं,जैसे कई सवाल किये जिसका उन्होनें बड़ी बेबाकी
से जबाब दिया।रीता ने कहा की अमेरिका में अनगिनत संगठन और कमिटी हैं जिसमें
फेडरेशन ऑफ इन्डियन एशोसियेशन शिकागो(अमेरिका),सभी की अम्ब्रेला बॉडी
है। भारत और अमेरिका के बीच विभिन्य मुद्दों के लिए यह सेतु का काम करती
है। उन्होनें अपनी उपलब्धि को लेकर कहा की उन्होने एक छोटा सा सपना देखा था
जिसमें उनके पति,मायके और ससुराल वालों ने भरपूर साथ और मुश्ते ऊर्जा
दी।
उन्होनें कहा की मेरी उपलब्धि का सारा श्रेय सभी को जाता है। रीता सिंह
ने अपने इस खैर --मकदम को लेकर कहा की वे हर साल अपनी जन्म भूमि पर आती रही
हैं लेकिन इसबार उन्हें इतना मान--सम्मान और प्यार मिलेगा,ऐसा उन्होनें
सपने में भी नहीं सोचा था।रीता सिंह ने कोसिवासियों को सन्देश देते हुए कहा
की दुनिया में कुछ भी असंभव और नामुमकिन नहीं है। आगे बढ़ने के लिए अगर दिल
से ठान लिया तो समझिये शिखर उनके इन्तजार में खड़ा है।बताना लाजिमी है की
रीता सिंह के पिता जे.बी सिंह जहां सेवानिवृत सहायक निदेशक इंटेलिजेंस
ब्यूरो,गृह मंत्रालय,भारत सरकार अभी ज़िंदा है वहीँ दादा स्वर्गीय शिवजी
प्रसाद सिंह स्वतंत्रता सेनानी थे।
जाहिर तौर पर आज सहरसा
के लिए गौरव का दिन था,क्यों की आज दूर देश में अपने देश का नाम रौशन कर
रही बेटी अपने घर आई थी।सहरसा का कोटि--कोटि आज पुलकित हो रहा था।रीता के
नाम का शौर्य और उनकी कीर्ति का डंका चहुँदिश ताकयामत बजता रहे,सहरसा
टाईम्स दिल से दुआ करता है।रीता सिंह का पूरा परिवार खुशियों से तर
रहकर देश का नाम रौशन करता रहे।दुआ।।।।खालिश ईमानदार दुआ।
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