नवंबर 08, 2016

प्रेमी के साथ मिलकर रची अपहरण की गहरी साजिश

प्रेम में अपनों से साजिश.....

एमडी कर रही छात्रा ने प्रेमी के साथ मिलकर रची अपहरण की गहरी साजिश........

रिहाई के बदले पहले एक करोड़,फिर 70 लाख की मांगी फिरौती....
अपराधियों की जगह स्वार्थ में,खुद दे रहे अपराध को अंजाम......
पुलिस की जितनी भी तारीफ की जाए कम है.......

भागलपुर से मुकेश कुमार सिंह की दो टूक----बिहार के भागलपुर में मेडिकल छात्रा के अपहरण की घटना में एक बेहद शर्मनाक मोड़ आ गया है । बीते शुक्रवार को मेडिकल छात्रा शाश्वती के अपहरण का मामला सामने आया था ।पुरे बिहार में एक तरह से भूचाल आ गया था ।कयास यह लगाया जाने लगा था की बिहार में एक बार फिर से अपहरण उद्योग चलने लगा है ।पैसे वाले,कोई बड़े पदधारक और रसुखवाले अब कोई सुरक्षित नहीं हैं ।बिहार में अपराधियों का नंगा नाच हो रहा है ।शाश्वती के मामले में परिजन पहले तो चुप्पी साधे थे ।फिर पारिवारिक सूत्रों से जानकारी मिली की बच्ची की रिहाई के बदले अपहर्ता एक करोड़ की मांग कर रहे हैं ।फिर परिजनों पर दबाब बढ़ा और उन्होने साफ़--साफ़ कहा की छात्रा को रिहा करने के लिये 70 लाख रुपये फिरौती की मांग की गयी है ।अब पुलिस ने इस पूरे मामले का बड़े नाटकीय ढंग से खुलासा कर लिया है ।भागलपुर एसएसपी मनोज कुमार की माने तो यह पूरा मामला सोची-समझी साजिश के तहत एक फर्जी अपहरण की साजिश के रूप में फ़िल्मी स्टाईल में रची गयी थी ।पुलिस के मुताबिक मेडिकल की छात्रा शाश्वती ने अपने पिता के अकूत पैसे पर हाथ साफ़ करने के लिये अपने प्रेमी के साथ मिलकर एक झूठे अपहरण की साजिश रची थी । बताना लाजिमी है की शाश्वती कर्नाटक के बेलगाम से एमडी की डिग्री हासिल कर रही है और छठ में घर आई थी ।आस्था के महापर्व में शाश्वती की साजिश नाकामयाब हो गयी और उसका सुन्दर चेहरा कई तरह के दागों से पलभर में लवरेज हो गया ।
आपको जानकार बेहद हैरानी होगी की शाश्वती  का प्रेमी दिल्ली के एक नामी अस्पताल में डॉक्टर है ।उसका नाम केतन आनंद है ।घटना के दिन वह दिल्ली से भागलपुर आकर कचहरी चौक के राजहंस होटल में ठहरा हुआ था ।

आखिर कैसे हुआ साजिश का खुलासा ?
पुलिस अधिकारियों की माने तो मोबाइल के लोकेशन ने इस पूरे प्रकरण को उजागर करने में मुख्य भूमिका निभायी ।पुलिस ने अपनी जांच को जैसे ही आगे बढ़ाया तो पाया की शाश्वती के मोबाइल लोकेशन भागलपुर और पटना के बीच कई स्थानों पर मिले ।इतना ही नहीं उसके  व्हाट्सएप एकाउंट का टुडे लास्ट सीन का विवरण भी शुक्रवार शाम का दिखा रहा था । गौरतलब है की अपहृता के परिजनों ने बताया था कि उन्होंने उसी शाम शाश्वती को अपने मामा के लड़के के साथ भागलपुर के पुलिस लाईन के पास रिक्शे से जाते हुए देखा था ।शाश्वती के परिजनों द्वारा दी गयी इस सूचना के बाद पुलिस ने अपने तरीके से जांच शुरू की ।जांच में यह साफ हो गया कि मामला प्रेम प्रसंग और झूठी अपरहण की साजिश से जुडी हुयी है ।पुलिस ने शाश्वती के प्रेमी डॉ. केतन को होटल से अपने कब्जे में ले लिया और जब उनसे सख्ती से पूछताछ की गयी तो पूरा मामला आईने की तरह साफ हो गया ।
क्या करते है शश्वती के पिता ?
जानकारी के मुताबिक शाश्वती के पिता अजय रॉय भागलपुर में आर्यभट्ट इंस्टिट्यूट चलाते हैं और लॉ कॉलेज में टीचर भी हैं ।मोटे तौर पर आमदनी अच्छी है और बैंक अकाउंट में भी मोटी राशि जमा है ।इस घटना में भागलपुर में आरोपी डॉक्टर के ठहरने के लिये उसके मित्र ने कमरा बुक कराया था ।
अब क्या होगा इनका ?डॉक्टर केतन आनंद और शाश्वती दोनों पुलिस की हिरासत में हैं ।अब इस मामले में पुलिस अधिकारी आगे क्या करते हैं,यह देखना बेहद जरुरी है ।वैसे यह मामला बेहद हाई प्रोफाइल है । सरकार में बने कई लोग और कई अधिकारी अजय रॉय से जुड़े हुए हैं ।इससे यह कह देना की अब अपराधियों की तरह इनके साथ सलूक होगा,यह कतई सम्भव नहीं है ।

वैसे बिहार में गुंडाराज संभव है हो लेकिन भागलपुर पुलिस ने निसंदेह चमत्कार किया है । उसकी जितनी तारीफ़ की जाए वह कम है ।इस मामले में हर किसी को पुलिस को पीठ थप--थपानी चाहिए और उसकी हौसला आफजाई करनी चाहिए ।हम भी तहे दिल से पुलिस का शुक्रिया अदा करते हैं ।

लेकिन इस घटना ने इतना तो साफ कर दिया है की '"बाप बड़ो ना भइयो,सबसे बड़ो रूपयिओ" । पैसा हो तो रिश्ता भी अब खरीदा जा सकता है । वैसे रूपये के दम से कुकर्म और भोग-विलास तो होते ही रहते हैं ।

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें


THANKS FOR YOURS COMMENTS.

*अपनी बात*

अपनी बात---थोड़ी भावनाओं की तासीर,थोड़ी दिल की रजामंदी और थोड़ी जिस्मानी धधक वाली मुहब्बत कई शाख पर बैठती है ।लेकिन रूहानी मुहब्बत ना केवल एक जगह काबिज और कायम रहती है बल्कि ताउम्र उसी इक शख्सियत के संग कुलाचें भरती है ।