नवंबर 02, 2016

काली पूजा में दिखा सर्जिकल स्ट्राईक का असर.....

 सहरसा टाईम्स के लिए चन्दन सिंह की रिपोर्ट ----- काली पूजा के अवसर पर मधेपुरा जिले के मुरलीगंज प्रखंड के विभिन्न पंचायतों में मेला का आयोजन किया गया. जिसमे कई जगहों पर संस्कृति कार्यक्रम के साथ साथ खेल प्रतियोगिता का भी आयोजन किया गया. प्रखंड के भातखोड़ा पंचायत के मुशार्नियारही गावं में इस वर्ष काली पूजा कुछ अलग अंदाज मे मनाया गया.  इस गावं में सदीयों से बड़े, बुजुर्ग और युवाओं द्वारा नाटक का मंचन किया जाता है जो की काफी चर्चित है. हजारों की संख्या में दर्शक  दूर दराज से आ कर नाटक देखते है. 
बताना लाजमी है कि दो दिवसीय मेले में सांस्कृति कार्यक्रम का आयोजन किया गया जिसमे एक रात आजाद नाट्य कला परिषद् के बैनर तले नाटक "उठा लो बन्दुक मिटा दो दुश्मनों को"  का मंचन किया गया. यह नाटक सर्जिकल स्ट्राईक और नक्सली मूवमेंट पर आधारित था. इस नाटक में वर्तमान भारत और पाकिस्तान की स्थिति को दर्शाया गया.
आजाद नाट्य कला परिषद के निर्देशक श्री बालेश्वर प्रसाद सिंह ने कहा की इस नाटक में हमने वर्तमान भारत में नक्सली मूवमेंट के साथ साथ पाकिस्तान के दोगिली नीति को दर्शाया है. खास कर हमने ये दिखाने का कोशिश किया है कि कैसे कोई मज़बूर महिला नक्सली मूवमेंट से जुड़ती है. उसकी परिस्थियों को हमने इस नाटक के जरिये दर्शाया है.    
मेला कमिटी के सचिव श्री सोहन प्रसाद सिंह ने कहा की छोटा गावं होने के कारण बढ़ते महगाई में मेला का आयोजन करने में काफी कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है लेकिन माँ काली के कृपा से हम सभी ग्रामवासी बहुत बेहतर तरीके से माँ की पूजा अर्चना के साथ साथ सांस्कृति कार्यक्रम भी कर लेते है.
जाहिर तौर से सर्जिकल स्ट्राइक और नक्सली मूवमेंट पर मंचन किया गया यह नाटक नई पीढ़ियों के लिए शिक्षाप्रद है. इस तरह के कार्यक्रम से सामाजिक स्तर पर पिछड़े वर्गों के लिए काफी सराहनीये कोशिश है.       

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