जिसके जिम्मे भविष्य संवारने की जिम्मेवारी,
वह उतार रहे थे अस्मत
बच्चियां स्कूल में कैसे रहेंगी,
ऐसे दानवों से महफूज स्कूल का प्रिंसिपल और सहायक शिक्षक मिलकर खिलाता था गुल
ग्रामीणों ने जमकर की धुनाई
प्रिंसिपल गिरफ्तार,एक आरोपी शिक्षक फरार
मुकेश कुमार सिंह की खरी--खरी-----कहते है गुरु में भगवान का रूप होता है ।माता--पिता से भी ज्यादा महत्व आज भी लोग गुरु को देते हैं ।गुरु साँचा और असली मूर्तिकार हैं ।गुरु ही शिष्यों को तराशकर देश का महान नागरिक बनाते हैं ।लेकिन कलयुग के कुछ शिक्षक ने गुरु की इस गरिमा को पूरी तरह से शर्मसार और तार--तार करके रख दिया है ।
यह घटना बिहार के मधेपुरा जिले के उदाकिशुनगंज अनुमंडल के मंजौरा पंचायत का है । जहां उत्क्रमित मध्य विद्यालय कुम्हारपुर के प्रधानाध्यापक श्यामदेव राम द्वारा विद्यालय कार्यालय में ही रासलीला रचाया जाता था । इस बीच 28 सितम्बर को प्रधानाध्यापक श्यामदेव राम तथा विद्यालय के सहायक शिक्षक पवन कुमार यादव ने आठवीं कक्षा की एक छात्रा से लिपटकर उसकी अस्मत उतारनी चाही लेकिन छात्रा ने स्थिति की गंभीरता को भांप लिया और बुद्धिमता का परिचय देते हुए किसी प्रकार विद्यालय से बाहर निकल भागी । पहले तो इस मामले को कई स्तर से दबाने की कोशिश की गयी ।लेकिन मामला नहीं दब सका । और नतीजतन इस गंभीर मामले को लेकर आज मंजौरा पंचायत के पंचायत प्रतिनिधि समेत हजारों जनता ने विद्यालय पहुंचकर प्रधानाध्यापक की भरपूर पिटायी कर रोषपूर्ण प्रदर्शन किया ।
घटना की सूचना पाकर मंजौरा ओपी प्रभारी कामेश्वर प्रसाद तथा उदाकिशुनगंज के प्रखंड विकास पदाधिकारी शशिभूषण कुमार विद्यालय पहुंचकर बड़ी कार्रवाई करने की बात कह प्रदर्शनकारियों को किसी तरह से शांत कराया ।फिर उसके बाद बाद पीड़ित छात्रा के पिता बिजली साह के आवेदन पर प्रधानाध्यापक श्यामदेव राम को गिरफ्तार कर लिया गया ।
जबकि एक अन्य आरोपी शिक्षक पवन कुमार यादव पुलिस पकड़ से बाहर है । मंजौरा पंचायत के मुखिया मनोज रजक, पूर्व मुखिया उपेंद्र मेहता, विद्यालय अध्यक्ष सह वार्ड सदस्य ललन साह, पंसस सुनील कुमार जयसवाल,उपप्रमुख मुनेश्वर राय का कहना है कि उत्क्रमित मध्य विद्यालय के प्रधानाध्यापक श्यामदेव राम तथा विद्यालय शिक्षक पवन कुमार यादव द्वारा बीते 28 सितम्बर को विद्यालय के आठवी की छात्रा बिजली साह की पुत्री से लिपटकर दुराचार करना चाहा लेकिन छात्रा अपनी बुद्धिमता का परिचय देते हुए किसी तरह से अपनी इज्जत बचाकर विद्यालय से अपने घर तक पहुँच गयी । जिसके बाद उक्त छात्रा ने विद्यालय जाने से इंकार कर दिया ।छात्रा के विद्यालय नहीं जाने की बात पर परिवार के सदस्य को शक होने लगा ।जिसके बाद उक्त छात्रा को परिवार के सदस्य द्वारा बार-बार विद्यालय नहीं जाने का कारण पूछा जाने लगा । परिवार के सदस्य द्वारा बार- बार तंग करने पर आखिरकार गुरुवार को छात्रा ने सही बात जाहिर कर दिया ।बस और क्या था ,छात्रा के पिता ने इसकी शिकायत पंचायत प्रतिनिधि से किया । धीरे-धीरे यह बात आग की लपट की तरह पुरे गांव में फैल गयी ।जिसके बाद शुक्रवार को पंचायत के हजारों लोग विद्यालय पहुंचकर हंगामा शुरू कर दिया ।हंगामा की सूचना पर उपप्रमुख मुनेश्वर राय, मुखिया मनोज रजक, पूर्व मुखिया उपेंद्र मेहता, पंसस सुनील कुमार विद्यालय पर पहुंचकर विद्यालय अध्यक्ष ललन साह द्वारा विद्यालय कार्यालय को खुलवाया गया ।कार्यालय के खुलते ही एक बड़ी बात सामने आयी की कार्यालय में एक बेड लगा हुआ था ।जिसपर सोने का पूरा इंतजाम मौजूद था ।बेड पर से तकिया हटाया गया तो तकिये के नीचे से एक खुला कंडोम तथा चार पैक कंडोम रखा हुआ मिला ।जिसपर लोगों का गुस्सा और फुट पड़ा ।इतने में आक्रोशित लोगों ने प्रधानाध्यापक की जमकर पिटायी कर दी ।
जबकि एक अन्य आरोपी शिक्षक पवन कुमार यादव पुलिस पकड़ से बाहर है । मंजौरा पंचायत के मुखिया मनोज रजक, पूर्व मुखिया उपेंद्र मेहता, विद्यालय अध्यक्ष सह वार्ड सदस्य ललन साह, पंसस सुनील कुमार जयसवाल,उपप्रमुख मुनेश्वर राय का कहना है कि उत्क्रमित मध्य विद्यालय के प्रधानाध्यापक श्यामदेव राम तथा विद्यालय शिक्षक पवन कुमार यादव द्वारा बीते 28 सितम्बर को विद्यालय के आठवी की छात्रा बिजली साह की पुत्री से लिपटकर दुराचार करना चाहा लेकिन छात्रा अपनी बुद्धिमता का परिचय देते हुए किसी तरह से अपनी इज्जत बचाकर विद्यालय से अपने घर तक पहुँच गयी । जिसके बाद उक्त छात्रा ने विद्यालय जाने से इंकार कर दिया ।छात्रा के विद्यालय नहीं जाने की बात पर परिवार के सदस्य को शक होने लगा ।जिसके बाद उक्त छात्रा को परिवार के सदस्य द्वारा बार-बार विद्यालय नहीं जाने का कारण पूछा जाने लगा । परिवार के सदस्य द्वारा बार- बार तंग करने पर आखिरकार गुरुवार को छात्रा ने सही बात जाहिर कर दिया ।बस और क्या था ,छात्रा के पिता ने इसकी शिकायत पंचायत प्रतिनिधि से किया । धीरे-धीरे यह बात आग की लपट की तरह पुरे गांव में फैल गयी ।जिसके बाद शुक्रवार को पंचायत के हजारों लोग विद्यालय पहुंचकर हंगामा शुरू कर दिया ।हंगामा की सूचना पर उपप्रमुख मुनेश्वर राय, मुखिया मनोज रजक, पूर्व मुखिया उपेंद्र मेहता, पंसस सुनील कुमार विद्यालय पर पहुंचकर विद्यालय अध्यक्ष ललन साह द्वारा विद्यालय कार्यालय को खुलवाया गया ।कार्यालय के खुलते ही एक बड़ी बात सामने आयी की कार्यालय में एक बेड लगा हुआ था ।जिसपर सोने का पूरा इंतजाम मौजूद था ।बेड पर से तकिया हटाया गया तो तकिये के नीचे से एक खुला कंडोम तथा चार पैक कंडोम रखा हुआ मिला ।जिसपर लोगों का गुस्सा और फुट पड़ा ।इतने में आक्रोशित लोगों ने प्रधानाध्यापक की जमकर पिटायी कर दी ।
आक्रोशित लोगों का कहना था कि विद्यालय के करीब ही प्रधानाध्यापक का घर है ।लेकिन ये घर की जगह विद्यालय में ही रहते हैं ।इनका घर की जगह विद्यालय में रहना इस बात का सबूत है कि प्रधानाध्यापक का चरित्र खराब है ।स्थानीय लोगों द्वारा मंजौरा ओपी, बिहारीगंज थाना उदाकिशुनगंज प्रखंड कार्यालय, बीआरसी को सूचना दिया गया ।सूचना के आलोक में घंटों बाद बीडीओ उदाकिशुनगंज शशिभूषण कुमार तथा मंजौरा ओपी प्रभारी कामेश्वर प्रसाद पुलिस बल के साथ विद्यालय पहुंचकर लगातार चार घंटों के प्रयास पर हंगामा को शांत किया ।जिसके बाद छात्रा के पिता बिजली साह के आवेदन पर विद्यालय प्रधानाध्यापक को गिरफ्तार किया गया है ।
एक आरोपी शिक्षक फरार है ।इस घटना ने एक बार फिर साबित कर दिया की नारी देह पर गरिमा की बलि चढ़नी अब आम बात हो गयी है ।अब आखिर भरोसा करें तो किस पर ।कई गुरूजी तो लड़कियों को लेकर फरार होने का कारनामा भी कर चुके हैं ।बच्चियों को अपनी पढ़ाई के साथ--साथ अब गुरूजी की नीयत पर भी नजर रखनी पड़ेगी ।
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