मई 24, 2012

अगवा डॉ की ह्त्या के विरोध में बाजार बन्द

डी.बी रोड की  बंद दुकाने 
24-05-2012 
21 मई को अगवा वेटनरी डॉक्टर की ह्त्या से बौखलाए सहरसा के व्यवसायियों ने आज सुबह से सहरसा बाजार को पूरी तरह से बन्द करा दिया लेकिन अभी बाजार की सिथिति सामान्य है.चूँकि मृतक डॉक्टर संतोष कुमार भगत सहरसा के समृद्ध व्यवसायी घराने का था इसलिए व्यवसायी सड़क प़र उतरकर खुल्लम--खुल्ला पुलिस का ना केवल विरोध कर रहे थे बल्कि पुलिस की कार्यशैली को डॉक्टर की ह्त्या के लिए जिम्मेवार भी ठहरा रहे थे.मृतक की लाश बीती देर रात खगड़िया से सहरसा पुलिस लेकर मृतक के घर आई.मृतक के घर में कोहराम मचा है.आज सुबह जब मृतक की गर्भवती बेबा सारिका अपने मायके झारखण्ड के गोड्डा जिले के महगामा गाँव से अपनी ससुराल पहुंची तो उसके विलाप से पूरा इलाका गम के सुनामी में डूब सा गया.इलाके की हर आँख आंसुओं से तर और हर चेहरा दुःख से बोझिल और बेजार था.इस पूरी घटना में पुलिस के काम करने का अंदाज बहुत ही शर्मसार करने वाला रहा.बताना लाजिमी है की मृतक के परिजन द्वारा डॉक्टर के अपहरण का मामला दर्ज कराने के बाद भी पुलिस इस मामले को अपहरण का मानने से इनकार करती रही.अब नतीजा सामने है.यूँ व्यवसायियों ने कल शाम में ही आज के सहरसा बन्द का एलान कर रखा था.यही वजह थी की सहरसा के जिलाधिकारी मिसबाह बारी ने जिला मुख्यालय में हाई अलर्ट जारी करते हुए शहर की मुख्य जगहों प़र दंडाधिकारी और पुलिस अधिकारी के साथ-साथ थोक में सशस्त्र बल की तैनाती आज सुबह से ही करा रखी थी.स्थति की नाजुकता को देख मौके प़र एस.पी ने पहुंचकर लोगों को समझाया--बुझाया और किसी तरह की अनहोनी ना हो जाए इसके लिए खूब माहौल तैयार किया.

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें


THANKS FOR YOURS COMMENTS.

*अपनी बात*

अपनी बात---थोड़ी भावनाओं की तासीर,थोड़ी दिल की रजामंदी और थोड़ी जिस्मानी धधक वाली मुहब्बत कई शाख पर बैठती है ।लेकिन रूहानी मुहब्बत ना केवल एक जगह काबिज और कायम रहती है बल्कि ताउम्र उसी इक शख्सियत के संग कुलाचें भरती है ।