सहरसा में अपराधियों का तांडव बदस्तूर जारी है.सुशासन में एक बार फिर से जंगल राज की याद सिद्दत से ताजा हो रही है.बीते 21 मई को सदर थाना के अति व्यस्ततम बाजार डी.बी.रोड स्थित अपने आवास से शाम के समय कहीं घुमने निकले पशु डॉक्टर 32 वर्षीय संतोष कुमार भगत आजतक वापिस लौट कर नहीं आये.परिजनों ने सारी रात पहले तो उनकी खूब तलाश की लेकिन जब उनका कोई पता नहीं चला तो 22 मई को परिजनों ने सदर थाना में अपहरण का मामला दर्ज कराया.लेकिन हद की इंतहा देखिये की लम्बे समय से अपनी बिगडैल कार्यशैली के लिए ख़ासा बदनाम रही सहरसा पुलिस कल की बजाय आज दोपहर बाद पीड़ित परिवार के बीच तहकीकात के लिए पहुंची.अब आलम यह है की अगवा डॉक्टर के परिजन डॉक्टर की कहीं ह्त्या ना हो गयी हो,इसकी आशंका से हलकान---परेशान हैं.पुलिस के हाकिम घटना के कारण का पता लगाने से लेकर तमाम तरह के दावों में कहीं कोई कमी नहीं कर रहे हैं.बताते चलें की व्यवसायी परिवार से आने वाले इस डॉक्टर के अगवा होने से सहरसा का व्यवसायी वर्ग भी काफी दुखी है और किसी भी अप्रिय घटना के बाद उग्र आन्दोलन करने की हुंकार भी भर रहा है. सहरसा में अपराधी ना केवल बेलगाम हैं बल्कि वे अलमस्त होकर समानान्तर सरकार भी चला रहे हैं.इस जिले में आमलोग पुलिस के भरोसे नहीं बल्कि अपराधियों के रहमोकरम पर टिके हैं.इस मामले में अगवा डॉक्टर का क्या होगा कहना नामुमकिन है.सहरसा टाइम्स उनकी सकुशल बरामदगी की दिल से कामना करता है.
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