रिपोर्ट चन्दन सिंह: महिषी
स्थित उग्रतारा मंदिर में मुख्यमंत्री के पहले से घोषित पूजा करने के
प्रोग्राम की वजह से आज सुबह से ही आम भक्तों को इस मंदिर में पूजा नहीं
करने दी गयी।जाहिर तौर पर इस इलाके के भक्तों से लेकर दूर--दराज इलाकों से
आने वाले भक्तों के लिए यह पहला ऐसा कुमौका था जब उन्हें माँ के बिना दर्शन
और बिना पूजा-- के ही उन्हें यहाँ से लौटना पर रहा था।इस बात से आम लोगों
में खासा आक्रोश था जिसका वे अपने तरीके से खुल कर विरोध भी कर रहे थे।आज
अहले सुबह से ही माँ उग्रतारा मंदिर पुलिस छावनी में तब्दील था।मुख्यमंत्री
यहाँ करीब साढे ग्यारह बजे पहुंचे और माँ की पूजा की।बताते चलें
की नवरात्रे में दूर--दूर,यहाँ तक की नेपाल से भी इस मंदिर में पूजा करने
के लिए हजारों की संख्यां में भक्त यहाँ आते हैं।लेकिन आज का दिन इन भक्तों
के लिए मनहूस साबित हुआ और सभी भक्तों को यहाँ मौजूद पुलिस-प्रशासन के
धौंस और खौफ की वजह से बिना पूजा किये ही यहाँ लौट गए।इसमें कोई शक नहीं है
की माँ के दरबार में भी पद,कद और हैसियत से आज की पूजा हुयी।आमलोगों
ने सकते में आकर इसका पुरजोर विरोध जताया लेकिन इसका नतीजा सिफर ही
निकला।हद बात तो यह थी की बच्चे---बूढ़े और महिलाओं को भी पूजा नहीं करने दी
गयी।
भगवान् के
घर भी आदमी को खुश करने की कोशिश।यह ऐसा दरबार है जहां भक्त सिर्फ भक्त
होते हैं लेकिन यहाँ मुख्यमंत्री के सामने सारे भक्त बौने पर गए।
SAB BHRST HAI PAWER KA ISTEMAL KARTA HAI OR GALT KAAM KARTA HAI
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