कृष्ण मोहन सोनी की रिपोर्ट :- कोसी का लाईफ लाइन
कहे जाने वाला सहरसा जक्सन का परिसर इन दिनों दुसरे राज्यों में रोजगार की खोज में
जानेवालों से रेलवे स्टेशन के पश्चिम का परिसर यात्रियों से भाड़ा रहता है. सुबह
में जनसेवा ट्रेन पकड़ने के लिए दूरदराज से आने वाले लोग रात्रि में ही आ जाते है
जिसके कारण भीड़ रहती है.
गौरतलब है कि रात
होते ही वेश्यावृति के माध्यम से अपने जीविका को चलाने वाली सेक्स वर्कर भी अपने
ग्राहक को तलाशती नज़र आती है और इसी भीड़भाड़ में गरीब तबके के लोगो को अपना शिकार
बनाती है. सहरसा टाईम्स के द्वारा ली गई इस तस्वीर से स्पष्ट होता है कि रात होते
ही यहाँ क्या गुल खिलती होगी. सहरसा टाईम्स के केमरे से एक ने तो अपना चेहरा छुपा ली लेकिन दूसरी वाली को कोई फर्क नहीं पड़ा. इस सेक्स वर्कर का सेटर रिक्शावाला भी होता है जो
दलाल के रूप में काम करता है जब हमने एक रिक्शेवाले को टटोला तो उसने कहा कि यहाँ
100 रूपये से लेकर 1000 तक में काम हो जाता है और ग्राहक के अनुसार भी आइटम उपलब्ध
होता है तथा सुपौल, मधेपुरा से वैश्यावृति में लिप्त महिलाये यहाँ धंधा करने आती
है.
जाहिरतौर पर चाँदनी
चौक से तक़रीबन 1.5 किलोमीटर के दुरी पर स्थित रेड लाईट मोहल्ला होने के कारण यहाँ
पर वेश्यावृति में संलिप्त महिलाओं की चहलकदमी रात में ज्यादा होती है. इस क्षेत्र
में आपको रात में वेश्याये तो अपने ग्राहक की तलाश में मिल जाएगी महज हमारी पुलिस
तंत्र कहीं नज़र नहीं आ सकती है. प्रशाशन के द्वारा इस पर कोई पहल नहीं की जा रही
है जो की अत्यंत ही दुखद है.
Jee agar kuch achi news ho lyk some development education to wo bh share kre..
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