मार्च 31, 2017

सहरसा में अपराधी बेलगाम...

आशीष कुमार सिंह की रिपोर्ट -----
बीते दिनों 23 मार्च को एक्सिस बैंक के पास 21 लाख रूपये लूट के प्रयास और गोलीबारी मामले में घायल बैंक कर्मी नीरज कुमार सिंह की मौत हो गई। शव के साथ आक्रोशित परिजन व जनप्रतिनिधि द्वारा थाना चौक को जाम कर प्रदर्शन किया और प्रसाशन के खिलाफ नारेबाजी की. प्रदर्शन करी अपराधियों की गिरफ़्तारी और मुआवजे की माँग के साथ साथ बीच सड़क पर टायर जला कर विरोध किया. 
मृतक नीरज कुमार जो इंडसलैंड बैंक का कर्मचारी था और विगत 23 तारीख को 21 लाख रूपये के साथ जमा करने एक्सिस बैंक पहुंचा था, अपराधियों ने नीरज का पीछा करते हुए एक्सिस बैंक मुख्य द्वार पर गोलीबारी शुरू कर दी. मृतक नीरज एक्सिस बैंक के गार्ड को गेट खोलने की गुहार लगाता रहा लेकिन गार्ड ने दरवाजा नहीं खोला। इस बीच अपराधी चार बार उस पर फायर किया तीन बार वो असफल रहा लेकिन आखरी वक़्त उसे गोली लग गयी। इन सारे घटनाक्रम का सीसीटीवी में कैद होता रहा. 
नीरज की मौत बीते दिनों हो गई जिसके बाद मृतक के परिजन व जनप्रतिनिधि द्वारा थाना चौक जाम किया गया और मांग की गई की अपराधियों की जल्द से जल्द गिरफ़्तारी की जाये, 21 लाख रूपए मुआवजा दी जाये, परिवार के एक सदस्य को बैंक में नौकरी।
जाम तोड़वाने पहुंचे सहरसा सदर एसडीओ और डीएसपी ने मांग को मानते हुए बैंक और अपने अधिकारियों से वार्ता करने की बात कही तब जाकर परिजनों द्वारा जाम हटाया गया

बनगांव चौक से पश्चिम लावारिश वृद्ध का शव बरामद

आशीष कुमार सिंह की रिपोर्ट -----
बनगांव चौक से पश्चिम थाने के समीप एक पुल के नीचे से एक वृद्ध का शव शुक्रवार को बरामद हुआ। आशंका जतायी जा रही है हत्या कर शव को यहां लाकर फेंक दिया गया। हालांकि शव की पहचान नहीं हो पायी है। पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम कराकर थाने में सुरक्षित रखा है। 
जानकारी के अनुसार, कुछ लोगों ने पुल के नीचे शव को देखकर पुलिस को सूचना थी। मृत व्यक्ति के शरीर पर बनियान था। जबकि पैंट व घड़ी पहने हुआ है। चेहरा पर कई जगह चोट व जख्म के निशान हैं। सूचना पर पहुंची पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर मामले की छानबीन शुरू कर दी है।
 बनगांव थानाध्यक्ष मो. नजीमुद्दीन ने बताया कि शव की शिनाख्त नहीं हो पायी है। शिनाख्त कराने का प्रयास किया जा रहा है। मौत कैसे हुई इसकी पुष्टि पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही हो सकती है। वहीं यह आशंका जतायी जा रही है कि हत्या करने के बाद शव को यहां फेंका गया है। यह भी कहा जा रहा है कि सड़क दुर्घटना में मौत होने के बाद शव को यहां फेंक दिया गया हो। वैसे शव के गले में ताबीज रहने व जांच में यह पता चला कि किसी मुस्लिम समुदाय के वृद्ध का शव है। पुलिस मामले की छानबीन में जुटी हुई है।

मार्च 30, 2017

11 हजार दीपों से रौशन हुआ मंदिर

मलय झा की रिपोर्ट -----
विक्रम संवत 2074 के आगमन पर श्रीराम सेवा संघ पूर्णियां इकाई के सदस्यों ने राष्ट्रीय उच्च पथ संख्या 31के जेल चौक के समीप स्थित आस्था मंदिर में 11 हजार दीये जलाकर भारतीय नववर्ष का स्वागत किया। 
एक साथ 11 हजार दीये की जगमगाहट से चहुंओर दीवाली सा नजारा था। पूरे मंदिर परिसर में चारों ओर टिमटिमाते मिट्टी के दीये की रौशनी एक अदभुत छटा बिखेर रही थी। इस मौके पर बड़ी संख्या में पुरुष और महिला श्रद्धालुओं ने पूरे  भक्तिभाव के साथ भगवान की स्तुति की और दीये भी जलाए। 
रौशनी से आलोकित अदभुत नजारे को हर कोई कैमरे में कैद करते दिखे। मंदिर को आकर्षक ढ़ंग से सजाया गया था। श्रीराम सेवा संघ के सदस्यों ने नववर्ष के आगमन पर मंदिर पहुंचे भक्तों के बीच प्रसाद का वितरण किया। संघ के संयोजक राणा प्रताप सिंह ने कहा कि नववर्ष के आगमन पर दीप प्रज्वलन कर हम अपनी खोई संस्कृति को पुनर्जीवित कर रहे हैं।
उन्होंने ने इस पर्व का वैज्ञानिक महत्व बताते हुए कहा कि चैत्र मास में चारों ओर हरियाली और खुशहाली का माहौल रहता है , पेड़ों में नवपल्लव, मंजर और कोयल की कूक से वातावरण में आनंद का एहसास होता है। 
संघ के सदस्यों ने नववर्ष के आगमन पर सबों को बधाइयां दी। इस अवसर पर श्रीराम सेवा संघ के सदस्य आतिश सनातनी, अंकित सिंह, सौरव सिंह, अक्षय मिश्र,सूरज कुमार साह सहित अन्य सदस्य मौजूद थे।

लूट की घटना में बैंक कर्मी की इलाज के दौरान मौत

सहरसा से बड़ी ख़बर -----
सहरसा टाईम्स की रिपोर्ट --------
एक सप्ताह पूर्व शहर के मारूफगंज स्थित एक्सीस बैंक के समीप राशि लूट के दौरान हुई गोलीबारी में जख्मी नीरज कुमार सिंह की ईलाज के दौरान हुयी मौत ।।
नीरज कुमार सिंह तस्वरी फाईल फोटो 
Induslnd बैंक के कर्मी फाइनेंस की राशि जमा करने के क्रम में एक्सिस बैंक के पास बाईक सवार अज्ञात अपराधियों ने नगद लूटने के क्रम में उस पर गोली चलाई थी जिसमे नीरज कुमार सिंह को गोली लगी थी। लेकिन ईलाज के दौरान आज उनकी मौत हो गई.   

अर्राहा विधालय में सम्मान समारोह का आयोजन

 विकास कुमार सौरबाजार(सहरसा)।प्रखंड के मध्य विद्यालय अर्राहा में वार्षिक मूल्यांकन के उपरान्त सोमवार को आठवीं कक्षा के छात्र-छात्राओं के द्वारा एक सम्मान समारोह का आयोजन किया।इस मौके पर बच्चों के मनोबल को बढ़ाने व प्रोत्साहित करने पहुँचे प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी अरुण कुमार ने प्रसन्नता व्यक्त किया।साथ ही उन्होंने बच्चों के उज्ज्वल भविष्य का कामना किये।
प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी के अलावे विनीत रंजन सिंह,संकुल समन्वयक अजमल हुसैन,विद्यालय प्रधान दीपक कुमार,शिक्षक अमित कुमार झा,मनोज कुमार,मालती झा,रेखा रानी,मनीषा भारती,किरण कुमारी,पूनम कुमारी,मौसमी कुमारी,समीना परवीन,मध्य विद्यालय भवटीया के प्रधान रमण कुमार झा,शिक्षक रणवीर कुमार,विद्यालय शिक्षा समिति अध्यक्ष मनीष साह,सचिव पिंकी देवी के आलावे कई अन्य ग्रामीण उपस्थित रहे।मालूम हो कि प्रत्येक वर्ष की भाँति इस वर्ष भी आठवीं कक्षा के बच्चों के द्वारा कार्यक्रम के अलावे भोज का भी आयोजन किया।शिक्षक अमित कुमार झा ने बच्चों के द्वारा इस तरह के कार्यक्रम के आयोजन जहाँ अनुकरणीय है,वहीं इस हेतु विद्यालय के बच्चों को धन्यवाद दिया।

मार्च 29, 2017

वार्ड न० 19 नर्क में तब्दिल


आशीष कुमार की रिपोर्ट ----
यह तस्वीर है सहरसा के वार्ड नं-19, चाणक्य पुरी मोहल्ले की. एक हलकी सी बारिश की बौछार ने रास्ते को नर्क में तब्दील कर दिया. मजबूरीवश मोहल्ले वासी इसी नर्क के रास्ते चलने को मजबूर हैं।ज्ञातव्य हो कि इस मोहल्ले के वार्ड पार्षद राजू महतो जी पिछले 10 वर्षों से (रबड़ स्टाम्प की भाँति) नगर परिषद के चैयरमेन भी हैं। इन दस वर्षों में माननीय चैयरमेन साहब की दिन दूनी रात चौगुनी तरक्की हुई लेकिन जनता नर्क में रहने- चलने को मजबूर है। एक बार फिर वार्ड पार्षद का चुनाव सर पर है और नेताओं ने अपने वादे के पिटारे खोल दिए हैं देखना है जनता जनार्दन क्या फैसला करती है।


सेविका सहायिका ने की डीडीसी का घेराव किया

पूर्णिया से अवधेश कुमार की रिपोर्ट ------
अपने मांग को लेकर पहले से धरने पर बैठे सेविका सहायिकाओ ने उप विकाश आयुक्त राम शंकर प्रसाद का घेराव करते हुये केंद्र सरकार व सूबे सरकार तथा प्रशासन का नारे बाजी की । उप विकाश आयुक्त को अपने मांग पत्र यूनियन अध्यक्ष कुमारी पल्लवी ने सोपा ।अपने मांग पुरे करने की बात डीडीसी के निकट रखा ।
डीडीसी राम शंकर प्रसाद ने सेविका सहायिका को भरोशा दिलाते हुए कहा कि आपके मांग पत्र के जरिये सरकार से यह मांग रखूंगा कि आपका मानदेय साथ ही सारी सुविधा जिस तरह सरकारी कर्मचारियों को मिलती है उस प्रकार मिले वही कसबा बीडीओ लोक प्रकाश ने सेविका एवं सहायिका के मांग को जायज बताया।गौरतलब हो कि बिहार राज्य आंगनबाड़ी कर्मचारी के तत्वाधान में 24 मार्च 2017 से अपने -अपने आंगनबाड़ी केंद्र का ताला जड़ कर अनिश्चित कालीन हड़ताल पर बैठ गए है अपने मांग में जैसे सेविका को सात हजार तथा सहायिका को पैतालीस सौ दी जाना मांग पर बैठे है ।

एक ऐतिहासिक पुरुष की गाथा


आपाधापी और जीवन के अंधदौड़ में किवदंती की तरह एक शास्वत जीवन की कहानी

ब्रिटिशकालीन अनमोल विविध पुस्तकें,अन्य विषयों की समकालीन और पौराणिक पुस्तकें बिटिशकालीन सिक्के और पुराने डाक टिकट के  संग्रह से बिखेर रहे हैं नूर
जहां लोग धन संचय में जुटे हैं,वहाँ यह बुजुर्ग ज्ञान संचय की लिख रहे हैं नयी ईबारत
जीवन की आपाधापी और अंधदौड़ में इंसान कोलतार की सड़कों पर रेंगता नजर आता है । जीवन में खुद अपने और अपने स्वजन--परिजन के हितार्थ,दूसरों के हितों का सर कलम करना आज के मौजूं दौर में एक शगल,या यूँ कहें की एक रिवायत बन गयी है ।ख्वाहिशों की खातिर दुनिया एक मंडी का शक्ल अख्तियार कर चुकी है ।यहां अब हर चीज की नहीं बल्कि इंसानियत तक की बोली लगती है ।पुरुष हैवान,तो,नारी वस्तु बनी दिख रही है ।झंझावत में जीवन मूल्य कहीं गुम से हो रहे हैं । 

पटना से मुकेश कुमार सिंह का खास विश्लेषण----
 नैसर्गिक ऊष्मा से लवरेज सांसारिक वृतियों का स्पंदन कहीं देखने को नहीं मिलता है । रिश्तों को ना केवल घुन्न लग रहे हैं बल्कि उसकी गर्माहट खत्म हो रही है ।रिश्तों की मजबूत दीवारें दरक रही हैं और प्यार जैसे कालजयी रिश्ते देह पर सरक कर दम तोड़ रहे हैं ।एक तरह से पुरातन व्यवस्था और पुरातन संस्कृति के मानक और उसकी कसौटी कहीं सिसक--सिसक कर दम तोड़ रही है । जीवन की सार्थकता अब इस बात से है की आपने कितना धन संचय किया और आप आर्थिक रूप से कितना समृद्ध हैं ।ज्ञान संचय की अभीप्सा अब लेश मात्र की रह गयी है ।पढ़ाई का अर्थ नौकरी पाना और सांसारिक संसाधनों को जुटाना भर रह गया है ।
सांस्कृतिक विरासत की सारी वर्जनाएं धराशायी हो चुकी हैं ।लौकिक संसार में लौकिक सम्पन्नता ही जीवन को अर्थवान बना रहा है ।आज का समाज प्रकृति के नियमों के खिलाफ और महज चन्द दुनियावी रिवायतों के दम से चल रहा है ।हम आपको याद दिलाना चाहते हैं की "एक समय अगर किसी गाँव में किसी सज्जन पुरुष की मौत होती थी,तो,पुरे गाँव का चूल्हा बंद रहता था" ।आज पड़ोसी की मौत पर बगलगीर के घर का चूल्हा बन्द नहीं होता ।हद तो इस बात की है की एक रिश्तेदार की मौत पर भी,अब किसी रिश्तेदार के घर का चूल्हा खामोश नहीं होता ।आखिर कहाँ से कहाँ पहुँच गए हैं हम ।
इसी सामाजिक परिवेश में हम आज आपको एक अजीमो खास शख्सियत से मिलवाने जा रहे हैं जिनकी जीवन शैली ना केवल एक नजीर है बल्कि पुरे देश को एक सन्देश भी दे रहा है ।
कमलापति सिंह नाम के पचहत्तर वर्षीय यह बुजुर्ग एक किवदन्ती की तरह बचपन से लेकर अभीतक ऐसे कार्य में जुटे हैं,जो उन्हें ना केवल आम से ख़ास बना रहा है बल्कि उनके जीवंत वृतियों को युवा पीढ़ी के लिए एक नजीर भी बना रहा है ।
कमलापति सिंह बचपन से ही साहित्य प्रेमी थे । बचपन से ही उनका शौक था की वे अपनी जेब खर्च से विभिन्न विषयों की किताबें खरीदते थे और लगन से उसे पढ़ते थे ।
बाद के दिनों में इनका यह शौक इनकी आदत बन गयी और ये विभिन्य तरह की साहित्यिक,आध्यात्मिक,नैतिक, नारी विषयक, आर्थिक, सामाजिक, राजनीतिक सहित सामाजिक सरोकार से जुड़े विभिन्य विषयों की किताबों को खरीदते और पढ़ते चले गए ।आज इनका घर किसी विराट पुस्तकालय की तरह गुलजार है ।कमलापति सिंह का शौक और शगल यहीं खत्म नहीं हो रहा है ।ये बचपन से आजतक मुगलकालीन,मौर्यकालीन,पाल वंश,सम्राट अशोक कालीन,महाराणप्रताप कालीन,खिलजी सहित अन्य शासकों के काल के सिक्के और ताम पत्र सहित ब्रिटिशकालीन सिक्के जमा कर रखे हैं और जमा कर रहे हैं ।
ब्रिटिशकालीन डाक टिकट, विभिन्य देशों के हिंदुत्व डाक टिकट और आजादी के बाद के डाक टिकट,सिक्के और रूपये का भी इनके पास अकूत संग्रह है ।इन्होंने अपने इन तमाम संग्रहों की बिहार के पटना में आठ बार प्रदर्शनी भी लगाई थी जिसमें इन्हें गोल्ड मैडल देकर नवाजा भी गया ।लेकिन दुःख की बात यह है की जिस नाम और ख्याति के ये हकदार और पात्र हैं,वह इन्हें नहीं मिला ।अपने 31 साल के पत्रकारिता जीवन में हमें इस महान और ओजस्वी हस्ती से मिलने का सौभाग्य मिला ।हम इस महान पुरुष से मिलकर और उनका आशीर्वाद पाकर धन्य हो गए ।यह सौभाग्य मुझे हमारी छोटी बहन पूजा परासर के माध्यम से मिला ।बताना लाजिमी है की पूजा परासर खुद एक बड़ी लेखिका हैं । उनके आलेख का हम वर्षों से कायल रहे हैं ।यह खास मुलाक़ात करवाने के लिए हम अपनी बहन को दिल से शुक्रिया और अशेष आशीर्वाद देते हैं ।कमलापति सिंह भोजपुर जिले के बिमवां गाँव के रहने वाले हैं ।इनकी प्रारम्भिक शिक्षा इनके नाना स्वर्गीय गंगाधर सिंह के गाँव मोहनपुर से हुयी,जो रोहतास जिले में है ।ए.एस. कॉलेज विक्रमगंज, रोहतास से इन्होनें हिंदी विषय से स्नातक की डिग्री ली और 4 दिसंबर 1966 को जीपीओ पटना में क्लर्क की नौकरी ज्वाईन की ।मामूली सी नौकरी के बाद भी मान्यवर का हौसला कभी कम नहीं हुआ ।इनका पुस्तक प्रेम,सिक्के और डाक टिकट संग्रह का जूनून और बढ़ता ही गया । 30 सितम्बर 2003 को ये एपीएम HSG से रिटायर हुए ।
रिटायरमेंट के करीब चौदह वर्ष गुजर जाने के बाद भी ये किसी जवान लड़के की तरह फुर्तीले नजर आते हैं ।75 वर्ष की आयु में भी शुरूआती आग और जूनून बरकरार है ।इन्हें तीन बेटे और एक बेटी है ।इनकी पत्नी मालती देवी का कहना है की उनके पति,अपने शौक में हमेशा तल्लीन रहे लेकिन पारिवारिक जिम्मेवारी निभाने में कभी कोई कटौती नहीं की ।उन्हें गर्व है की उन्हें कमलापति सिंह जैसे पति मिले ।उन्होने अपने पति को बेहद करीब से देखा है ।जवानी के दिनों की लगन,आजतक जस की तस उनमें मौजूद हैं ।वे अपना सारा काम किसी योद्धा की तरह निपटाते रहे हैं ।पुतोहू ब्यूटी सिंह कहती हैं की पापा का यह शौक उनलोगों सहित पुरे परिवार में एक नयी ऊर्जा का अनवरत संचार करता रहता है ।पापा के इस शौक की वजह से घर में हरवक्त पढ़ाई का माहौल बना रहता है ।साथ ही लगता है की पुरातन संस्कृति के आगोश में पूरा परिवार है ।पटना के दीघा स्थित मिथिला कॉलोनी में इनका तीन मंजिला आलिशान मकान है जो इनके तीनों बेटों ने मिलकर बनाया है ।हांलांकि इस मकान में कमलापति सिंह का भी महती योगदान है ।
नीचे के भूतल पर बने कई कमरे आलमारी और ट्रंक से भरे हैं जिसमें लाखों की बहुमूल्य किताबें,सिक्के, ताम पत्र और विश्वभर के हिंदुत्व डाक टिकट धरोहर की तरह रखे हुए हैं ।हमने कमलापति सिंह से करीब दो घण्टे बातचीत की जिसमें हमने उनके अदम्य साहस और शौर्य को जाना ।वाकई यह शख्स कभी बुजुर्ग नहीं हो सकते ।यह सदैव जवान रहेंगे और इनकी गौरवगाथा भी सदैव जवान ही रहेगी ।हमने कमलापति सिंह के यहां खाना भी खाया और कुछ घंटे उनके परिवार के सदस्यों के बीच भी गुजारा ।वाकई जहां शीर्ष से संस्कार टपकते हों,वहाँ की आवोहवा भी बोलती है ।
देश के लिए यह शख्सियत एक धरोहर हैं ।बिहार के महामहिम राज्यपाल रामनाथ कोविन्द और देश के राष्ट्रपति महामहिम प्रणव मुखर्जी तक हम यह संवाद पहुंचाना चाहते है की इस युग पुरोधा को,खास तरीके से सम्मानित किया जाना और नवाजा जाना चाहिए ।हमारे इस आलेख का यह मकसद है की देश के युवा पीढ़ी यह जानें की,देश के अंदर ऐसे महारथी हैं,जो,देश को पुरातन हवा दे रहे हैं ।वाकई आज के विषम समय में कमलापति सिंह,एक अनूठे और अजूबे इंसान हैं ।इस शख्सियत को हमारा सलाम ।कमलापति सिंह से इस खास मुलाक़ात में,हमारे साथ हमारी लेखिका बहन पूजा परासर भी हमारे साथ थीं ।देशवासियों आगे बढ़ो और इस शख्सियत को सही सम्मान दिलाने में अपनी भगीरथ कोशिश का आगाज करो ।यह महान पुरुष गुमनामी के अँधेरे में कहीं खो ना जाए ।इन्हें और इनके कृत्यों को सहेज कर रखने की जरुरत है ।इस ओजस्वी व्यक्तित्व के स्वामी और इस महानव के कृत्यों के विश्लेषण में हमने यह पाया की यह देश की अमिट पूंजी हैं जिन्हें व्यापकता का परिदृश्य देना लाजिमी है ।

लोक समता पार्टी ने फूंका बिहार के मुख्यमंत्री नितीश कुमार का पुतला

आशीष कुमार सिंह की रिपोर्ट ----
सारसा जिला युवा लोक सभा एवं छात्र लोक समता ने आज बिजली दरों में बेतहाशा वृद्धि एव सहरसा में लगातार बढ़ते अपराध के खिलाफ शंकर चौक पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का पुतला दहन किया गया. पुतला दहन में नितीश कुमार एवं सहरसा पुलिस प्रशासन के विरोध में जमकर नारेबाजी किया गया. पुतला दहन के समय नुक्कड़ सभा को संबोधित करते हुए रालोसपा के जिला अध्यक्ष चंदन कुमार बागची ने कहा कि बिहार में नीतीश कुमार की सरकार गरीबी नहीं गरीबों को ही समाप्त कर करना चाहती है. उन्होंने जनहित में सरकार में बिजली दरों में बढ़ोतरी वापस लेने की मांग की क्षतिपूर्ति के लिए बिहार के vip के ठाठ बाट में से कटौती कर पूरा करनी चाहिए.
सभा को संबोधित करते हुए युवा लोक समता के प्रदेश महासचिव दीपेश मिश्रा एवं  सुमन विक्की ने कहा कि बिजली दरों में बढ़ोतरी वापस नहीं ली गई तो युवाओं समता बिहार में संघर्ष करेगी सभा को सम्बोधित करते हुए लोक समता के जिला अध्यक्ष दीपक सिंह एवं छात्र लोक समता के जिला अध्यक्ष अश्वनी कुमार चौबे ने कहा कि सहरसा की पुलिस प्रशासन अपराध रोकने में विफल है. यदि एक माह के अंदर पुलिस प्रशासन अपराध नहीं रोक पाती है तो रालोसपा क्रमबद्ध आंदोलन करेगी.
पुतला दहन में युवा लोक समता के प्रधान महासचिव दीपक कुमार फोटो सुधीर खा सदस्य राज्य परिषद विजय भगत प्रदेश उपाध्यक्ष वेवसाइक प्रकोष्ठ के पवन जी, जिला महासचिव चंद्रमोहन सिन्हा ,विजय दास ,प्रेमलता शारदा, मुकेश कुमार ,गोपाल तिवारी ,प्रदीप वर्मा ,आशीष वर्मा ,रंजीत मिश्रा, फिरोज खान मोहम्मद शकील, मोहम्मद रुस्तम, नंदे मिश्रा, मोहम्मद खा, युवा अल्पसंख्यक अध्यक्ष मो रोहित साजिद उर्फ सोनू सहित सैकड़ों कार्यकर्ता उपस्थित थे.

मार्च 28, 2017

35 कार्यपालक सहायकों को मिला नियोजन पत्र

समस्तीपुर से लक्ष्मी प्रसाद की रिपोर्ट-----
जिलाधिकारी प्रणव कुमार द्वारा आज 35 कार्यपालक सहायक को नियोजन पत्र समाहरणालय सभागार में वितरित किया गया। जिलाधिकारी ने सभी कार्यपालक सहायक को अपने पदस्थापन स्थल पर ससमय योगदान देने तथा पूरी जिम्मेदारी से विभागीय दायित्व के निष्पादन का निर्देश दिया।
विदित हो कि जिला के पैनल से वरीयता के आधार पर कुल 35 कार्यपालक सहायक का चयन कर आवश्यकतानुसार विभिन्न कार्यलयों में आवंटित किया गया है।
  • जिला परिवहन कार्यालय 2,
  • जिला सहकारिता कार्यालय 4,
  • लोक शिकायत निवारण कार्यालय 2,
  • जिला प्रोग्राम पदाधिकारी योजना एवं लेखा 2,
  • जिला ग्रामीण विकास अभिकरण 2,
  • अनुमण्डल कार्यालय, दलसिंहसराय 1,
  • जिला समादेष्टा 1,
  • जिला समेकित बाल विकास कार्यालय 1,
  • जिला योजना कार्यालय द्वारा हरेक प्रखण्ड में एक अर्थात 20
  • कुल - 35

*अपनी बात*

अपनी बात---थोड़ी भावनाओं की तासीर,थोड़ी दिल की रजामंदी और थोड़ी जिस्मानी धधक वाली मुहब्बत कई शाख पर बैठती है ।लेकिन रूहानी मुहब्बत ना केवल एक जगह काबिज और कायम रहती है बल्कि ताउम्र उसी इक शख्सियत के संग कुलाचें भरती है ।