अप्रैल 25, 2016

आग की प्रचंड ज्वाला में दो मासूम बच्चे जलकर हुए ख़ाक


सहरसा टाइम्स रिपोर्ट: --- बीती रात बसनही थाना के गोदरामा गाँव में आग में जहां पांच घर जलकर राख हो गए वहीं दो मासूम बच्चे भी उस आगजनी में पूरी तरह से जलकर खाक हो गए। घटना उस वक्त घटी जब लोग अपने--अपने घर में सोये हुए थे । चूल्हे में बची आग की एक चिंगारी निकली और  देखते ही देखते पांच घरों को अपनी चपेट में ले लिया।
घर के समर्थ (बड़े)लोगों ने किसी तरह भागकर अपनी जान बचा ली लेकिन मच्छरदानी में सो रहे दो मासूम को कोई नहीं निकाल पाया ।दोनों बच्चे आग की प्रचंड ज्वाला में जलकर ख़ाक हो गए ।लाखों की कुल जमापूंजी भी जलकर राख हो चुके हैं ।घटना रात के करीब साढ़े ग्यारह बजे की है ।ग्रामीणों ने अपनी भगीरथ कोशिश से आग पर काबू पाया ।मृतक दोनों बच्चे जोगेन्द्र शर्मा के हैं ।एक बच्चा छः साल का और दूसरा आठ साल का था ।शर्मा परिवार के साथ--साथ पूरा गाँव इस घटना से शोकाकुल है ।कल चमन था,आज एक सहरा हुआ ।देखते ही देखते ये क्या हुआ ।
अभीतक मौक़ा ए वारदात पर कोई भी बड़े अधिकारी नहीं पहुंचे हैं ।वैसे अब पीड़ित परिवार को सरकारी राहत के नाम पर तय चन्द सुविधाएं जरूर दी जाएंगी लेकिन असमय काल कलवित दो मासूम नौनिहाल अब कभी लौटकर इस दुनिया में नहीं आएंगे ।
बड़ा सवाल तो यह है की हर साल हजारों घर जलकर ख़ाक होते हैं लेकिन ना तो अग्निशमन व्यवस्था को दुरुस्त किया जाता है और ना ही आग से कैसे बचें इसके लिए जागरूकता के लिए कोई ठोस कदम ही उठाये जाते हैं ।खासकर के गर्मी के मौसम में कोसी और सीमांचल इलाके में एनडीआरएफ की टीम को ऐसी परिस्थितियों से निपटने के लिए जरूर रखा जाना चाहिए ।

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अपनी बात---थोड़ी भावनाओं की तासीर,थोड़ी दिल की रजामंदी और थोड़ी जिस्मानी धधक वाली मुहब्बत कई शाख पर बैठती है ।लेकिन रूहानी मुहब्बत ना केवल एक जगह काबिज और कायम रहती है बल्कि ताउम्र उसी इक शख्सियत के संग कुलाचें भरती है ।