** सहरसा पुलिस को एक बड़ी कामयाबी.............
** 2 लाख में सौदा तय ........
** 40 हजार का भुगतान.........
** लड़की के प्रलोभन में वह घर से निकला.....
** मृतक अय्यास प्रवृति का ..........
मुकेश कुमार सिंह की रिपोर्ट : बीते 16 अप्रैल की रात में हुयी राजद युवा जिलाध्यक्ष श्यामसुन्दर तांती ह्त्या मामले का पुलिस ने खुलासा कर दिया है । मृतक युवा नेता की सगी चाची सोमनी देवी ने पुराने जमीनी विवाद को लेकर दो लाख की सुपारी देकर शूटर से अपने भतीजे की ह्त्या करवाई थी ।पुलिस ने इस मामले में हत्यारिन चाची के साथ--साथ चार अन्य अपराधियों को दबोचने में कामयाबी पायी है । हांलांकि मुख्य शूटर विकास यादव अभी भी पुलिस की पकड़ से बाहर है ।
लंबे समय से अपराधिक मामले के पटाक्षेप में फिसड्डी साबित हो रही सहरसा पुलिस को एक बड़ी कामयाबी हाथ लगी है । राजद के युवा नेता की हुयी हत्या से सहरसा पुलिस ना केवल बेहद परेशान हाल थी बल्कि उसके हाथ--पाँव फूल रहे थे । पुलिस के अधिकारियों ने अपनी बिगड़ैल कार्यशैली के दाग को इस बार धोने का मन बना लिया और इस मामले को चुनौती के तौर पर लिया । पुलिस अधिकारियों नें दिन--रात को एक करते हुए अपनी तफ्तीश को आगे बढ़ाया और आज उसका सुखद नतीजा सामने आ गया ।
चाची सोमनी देवी |
मृतक श्यामसुन्दर तांती के अपनी चाची सोमनी देवी के साथ जमीन को लेकर पुराना विवाद था ।चाची ने अपने पडोसी और रिश्ते में भतीजे भवेश तांती को श्यामसुन्दर कोठिकाने लगाने की जिम्मेवारी सौंपी । भवेश ने इस काम के लिए इलाके का शूटर विकास यादव को इस हत्या को अंजाम देने का जिम्मा सौंपा. 2 लाख में सौदा तय हुआ जिसमें से 40 हजार का भुगतान कर दिया गया। बांकी रूपये ह्त्या के बाद देने की बात हुयी। भवेश हत्या की रात श्यामसुन्दर तांती को उसके घर यह कहकर बुलाने आया की उसके लिए एक लड़की का इंतजाम किया गया है ।
श्यामसुन्दर के घर के लोग चैती मेला देखने गए थे, वह घर पर अकेला था ।
लड़की के प्रलोभन में वह घर से निकला और जब घटनास्थल पर पहुंचा तो वहाँ पहले से विकास यादव अपने एक अन्य साथी के साथ मौजूद था । फिर वहाँ पर गोलियां बरसीं और चाक़ू का ताबडतोड़ वार तबतक होता रहा जबतक श्यामसुन्दर की मौत नहीं हो गयी।
इस हत्या मामले में यह भी साफ़ हुआ है की मृतक अय्यास प्रवृति के थे और लड़की के झांसे में अपने घर से निकले थे। इस हत्याकांड में सोमनी देवी और भवेश तांती के साथ--साथ संतराज तांती, अमित यादव और नवीन यादव की गिरफ्तारी हुयी है। मुख्य शूटर विकास यादव के साथ उसका एक और दोस्त पुलिस की पकड़ से अभी बाहर है । पुलिस इस मामले के पटाक्षेप से राहत और सुकून की साँसें ले रही है ।
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