कृष्ण मोहन सोनी की रिपोर्ट:- सहरसा में सहरसा ग्रुप का मिलन समारोह व कविता पाठ कार्यक्रम बड़े जोश के से साथ नए अंदाज में आगाज किया गया जिसमे शोशल मीडिया की उपयोगिता पर जम कर चर्चाएँ हुई. इस कार्यक्रम में साहित्यकारों, पत्रकारों व कवियों ने शोशल मीडिया की उपयोगिताओं पर चर्चा की.
समारोह का विधिवत उदघाटन पटना से आये शहंशाह आलम, राजकिशोर राजन, प्रख्यात कवि श्री अरविन्द श्रीवास्तव, श्री मुक्तेश्वर मुकेश, मधेपुरा टाइम्स के प्रधान संपादक राकेश कुमार सिंह, सहरसा टाइम्स के संपादक चंदन सिंह, सहरसा ग्रुप के एडमिन रवि शंकर जी, अमित आनन्द फ्रीलांसर जर्नालिस्ट, सोनू आनंद, प्रो राम चैतन्य धीरज जी आदि ने संयुक्त रूप से दीप प्रज्वलित कर किया।
समारोह में विभिन्न क्षेत्रो से पहुंचकर सहरसा ग्रुप के सदस्यों ने अपनी उपस्थिति दर्ज कराई. समारोह में सोशल मीडिया की उपयोगिता पर साहित्यकारों, पत्रकारों व विद्वानो ने ब्याख्यान कर अपने अपने विचार व्यक्त कर सोशल मीडिया के महत्व व इसकी उपयोगिता पर वर्तमान समय में इससे समाज विकास में भागीदारी कितनी है र जम कर बहस कर एक निचोड़ व ठोस विकल्प भी दिया. जिस में मुख्य रूप से वर्तमान व्यवस्था में सोशल मीडिया से देश की एकता व सौहार्द के साथ शैक्षणिक माहोल, सामाजिक, आर्थिक, आदि क्षेत्रो में इसकी सबसे उपयुक्त बताया गया. इसके बाद फेशबुक पर कुछ अश्लील तस्वीरों पर परहेज रखते हुए ऐसे फ्रेंड्स को बार बार ऐसा करने पर उसे ब्लॉक कर देने की भी बातें हुई.
इस कार्यक्रम को सफल बनाने में ईस्ट एंड वेस्ट टीचर ट्रेनिंग कॉलेज के चैयरमेन रजनीश रंजन जी सबसे अहम भूमिका रही.श्री रजनीश रंजन [ http://www.enwttc.org/chairmanmessage.html# ] ने सहरसा परिक्षेत्र में मीमांषाक मंडन मिश्र के नाम विश्वविद्यालय खोलने की घोषणा की. विदित हो की बिहार राज्य सरकार के द्वारा 80 के दशक के उत्तरार्द्ध में मंडन मिश्र के नाम विश्वविद्यालय खोलने की मंशा व्यक्त की गयी थी परन्तु साकार नहीं हो सका. उनके द्वारा शशि सरोजनी सांस्कृतिक कार्यक्रम की प्रस्तुति पर 1100 रूपये का चेक गिफ्ट के रूप में प्रदान किया।
इस मौके पर शहर के जानेमाने साहित्यकार मुक्तेश्वर मुकेश के द्धारा एक से एक कविता को सुन लोग भाव विभोर हो गए.
इस मौके पर शहर के जानेमाने साहित्यकार मुक्तेश्वर मुकेश के द्धारा एक से एक कविता को सुन लोग भाव विभोर हो गए.
वही पटना से आये शहनशाह आलम व राजकिशोर राजन की भी कविता को खूब सराहा गया. स्वाति शाकंबरी द्धारा मैथिली कविता, किसलय कृष्ण ने भी कविता पाठ कर लोगो को गुदगुदाया वही कृष्ण मोहन सोनी की रचना सामाजिक व राजनितिक कुरितियों पर कविता दिल को झकझोर दिया. इस मौके पर अन्य रंजन जी ने भी अपने विचार रखा. कार्यक्रम में शशि सरोजनी सांस्कृतिक रंगमंच के कलाकारों द्धारा देश भक्ति गीतों पर बालिकाओ ने नृत्य कर समारोह की रौनकता को कायम रखा।
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