रिपोर्ट सहरसा टाईम्स : सिमरी
बख्तियारपुर थाना के मोहनपुर गाँव में संयुक्त परिवार के
चार भाईयों के घर एक साथ बेख़ौफ़ डकैतों ने भीषण डकैती की घटना को अंजाम
दिया।रात बारह बजे के कुछ देर बाद 15--20 की संख्यां में हथियार से लैस
डकैतों ने हमला बोलकर इस घटना को अंजाम दिया।डकैती की घटना का विरोध करने
पर लाठी--डंडे से पीटकर एक महिला सहित तीन और
बम मारकर एक को डकैतों ने जख्मी कर दिया।सभी जख्मी सदर अस्पताल में भर्ती
हैं।घर के सबसे बुजुर्ग डाककर्मी शोभाकांत झा की हालत
नाजुक है।इस डकैती की घटना में डकैतों ने ढाई से तीन लाख नकदी और करीब 12
लाख के जेवरात उड़ाए।घटना के बाद एस.पी रात में ही घटनास्थल पर पहुंचे
थे।उनका कहना है की टास्क
फ़ोर्स गठित कर डकैतों को दबोचने का वे हर संभव प्रयास कर रहे हैं।यहाँ
बताते चलें की एस.पी साहब जो घायलों की संख्यां और लूट का ब्योरा दे रहे
हैं वह पीड़ितों के बयान से बिल्कुल मेल नहीं खा रहा है।
सबसे पहले
मोहनपुर गाँव स्थित डाककर्मी शोभाकांत झा के उस आवासीय
परिसर को देखिये जहां पर उनके चार भाईयों का परिवार संयुक्त रूप से रह रहा
है।डकैतों ने बारी---बारी से सभी घरों में हमला बोलकर भीषण डकैती की घटना
को अंजाम दिया।आप यहाँ का नजारा देखिये।सामान किस तरह से छितराए हुए
हैं।विरोध करने पर डकैतों ने एक महिला सहित तीन घर के सदस्य और एक
ग्रामीण युवक को बम मारकर जख्मी कर दिया।अब चलिए सदर अस्पताल।देखिये यहाँ
पर जख्मी का इलाज चल रहा है।
गाँव से लेकर अस्पताल में पीड़ित और ग्रामीण चीख---चीखकर घटना के बाबत पूरी जानकारी दे रहे हैं।सभी डकैत हथियारों से लैस थे।डकैतों ने बम धमाके के साथ---साथ हवा में कई चक्र गोलियां भी चलाई।प्रेम शंकर झा,ग्रामीण,भारती कुमारी, रिश्तेदार,वन्दना देवी और कुमोद कुमार झा इस घटना में जख्मी हुए और मौजूद कई लोग लूटपाट में गयी संपत्ति का भी पूरा ब्योरा दे रहे हैं।अस्पताल में एक पुलिस अधिकारी पीड़ितों का बयान लेने में जुटे हैं।
गाँव से लेकर अस्पताल में पीड़ित और ग्रामीण चीख---चीखकर घटना के बाबत पूरी जानकारी दे रहे हैं।सभी डकैत हथियारों से लैस थे।डकैतों ने बम धमाके के साथ---साथ हवा में कई चक्र गोलियां भी चलाई।प्रेम शंकर झा,ग्रामीण,भारती कुमारी, रिश्तेदार,वन्दना देवी और कुमोद कुमार झा इस घटना में जख्मी हुए और मौजूद कई लोग लूटपाट में गयी संपत्ति का भी पूरा ब्योरा दे रहे हैं।अस्पताल में एक पुलिस अधिकारी पीड़ितों का बयान लेने में जुटे हैं।
अब एस.पी साहब को सुनिए। वे इस घटना को बड़ी घटना जरुर मान रहे हैं
लेकिन इनके हिसाब से लुट की रकम महज 20 --25 हजार और कुछ गहने हैं।यही नहीं
ये बम धमाके और गोलियों के चलने की बात से भी इनकार कर रहे हैं।यही नहीं
इनकी नजर में सिर्फ तीन लोग इस घटना में जख्मी हैं जबकि सहरसा टाईम्स चार
जख्मियों को दिखा रहा है।इन जख्मियों में एक युवक जो की ग्रामीण है बम
धमाके में जख्मी हुआ है। एस.पी ने कहा की इस मामले में उन्होनें टास्क फ़ोर्स
का गठन किया है जिसमे कई अधिकारियों को लगाया गया है। उन्हें उम्मीद है की
जल्द ही घटना का पटाक्षेप कर लिया जाएगा।
दावों से इतर इस
जिले की जनता की सुरक्षा भगवान भरोसे या फिर अपराधियों के रहमोकरम पर टिका
हुआ है।गत वर्ष 2012 में पुरे जिले में ढाई सौ से ज्यादा चोरी की घटना हुयी
जिसमें करोड़ों की संपत्ति चोर ले गये।लेकिन आप यह जानकार हैरान हो जायेंगे
की पानी पर डंडा पीटती पुलिस एक भी मामले का उद्दभेदन आजतक नहीं कर पायी
है।जाहिर तौर पर बढ़ते अपराधिक वारदात से पुरे जिले में दहशत व्याप्त है।सच मानिए,इस जिले में पुलिस और कानून का
नहीं बल्कि गुंडे-अपराधियों का राज चल रहा है।
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