जुलाई 11, 2012

बलात्कारी गुरु ने शिष्या की अस्मत उतारी

रिपोर्ट चन्दन सिंह : एक बार फिर रिस्ते--नाते,मान--मर्यादा,आदर्श परंपरा और रिवायत सहित भाव--निष्ठा के ना केवल पाए दरके बल्कि जद से उसकी मिट्टी ही पलीत हो गयी.एक झटके में इंसानियत का सीना पूरी तरह से चाक हो गया.एक हवस के भेड़िये गुरु ने अपनी ही शिष्या की अस्मत के चिथड़े उड़ा डाले.जिश्म की भूख ने आँखों प़र ऐसी काली पट्टी बाँधी की यह गुरु अपनी सारी हदों को पार कर एक मासूम बच्ची को बेहतर भविष्य देने की जगह उसकी जिन्दगी को ही पूरी तरह से दोजख में धकेल दिया.बीते 9 जून को सहरसा जिले के बैजनाथपुर के सपहा चौक प़र स्थित इन्डियन पब्लिक स्कूल के प्रिंसिपल विनोद यादव ने अपने स्कूल में कोचिंग के लिए आनेवाली दशवीं की छात्रा के साथ अहले सुबह अपने कक्ष में बुलाकर उसके साथ जबरदस्ती मुंह काला किया.इस घटना से आहत बच्ची ने जब शोर मचाना चाहा तो इस हवस के भेड़िये गुरु ने अपने एक सहयोगी शिक्षक राजकुमार यादव के साथ मिलकर लड़की को मोटरसाईकिल पर लादकर वहाँ से फरार हो गया.इस घटना की जानकारी जब पीड़िता के परिजन को लगी तो उन्होने इस घटना की लिखित जानकारी बैजनाथपुर पुलिस शिविर के इंचार्ज को दी.पुलिस ने इस मामले को गंभीरता से लिया और मामला दर्ज कर लड़की की बरामदगी के लिए छापामारी शुरू कर दी.लड़की को पुलिस ने मधेपुरा जिले के मठाही गाँव के समीप से आज बरामद कर लिया.लेकिन आरोपी हैवान गुरूजी मौके से अपने सहयोगी के साथ फरार हो गया.आज सदर अस्पस्ताल में पुलिस ने जहां लड़की का मेडिकल परिक्षण कराया वहीँ सहरसा कोर्ट में सी.जी.एम के सामने लड़की का 164 का बयान करवाया.
काश यह घटना झूठी होती.भविष्य संवारने की ललक में एक बच्ची का जीवन पोर--पोर दरक गया.बच्ची की माँ आरोपी गुरु को फांसी की सजा दिलाने की मांग कर रही है.ऐसे गुरुओं को हमारी समझ से भी समाज में जीने का कोई हक़ नहीं है.पुलिसिया कारवाई और कानूनी दाँव--पेंच आखिरकार काजल को जैसा भी इन्साफ दे लेकिन काजल का जख्म बड़े--बड़े नासूरों पर भारी है जिसे आसानी से कोई नहीं भर सकता.रब काजल को इस दर्द को झेलने और वह फिर से संभले इसके लिए उसे एक मुश्ते ताकत बख्शी करे.

5 टिप्‍पणियां:

  1. It is very bad .Beat this teacher just like football till deth.

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  2. Dear chandan jee
    patrakaita yek gimebari wala our mahtpurn karya he. apka report padha padh kar hatas ho gaya.kay koi patrakar bina sachhai ko gane dekhe parkhe apna report tayar kar sakta he? apnne jo apna report chapa he ye utni hi sarmnak he jitna binod yarab ka krit. apke report me utni hi samaghdari dikhti he jitni ki 10vi ki chatra ki.
    kul mila kar dekha gay to apka report patrakarita ka balatkar he.
    binod yadav ne apne pese ka jo hars kiya wo to galat kiya. apne apne pese ka balatkar quo kiya ?

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  3. Mr. Santosh आपके कमेन्ट के लिये बहुत बहुत धन्यवाद्... आपने ख़बर तो पढ़ा लेकिन आफसोस की आप जैसा व्यक्ति अगर इस सामाज में रहेगा तो इस तरह के घटना आम बात ही लगेगी.. संतोष जी आप अपना पूरा प्रोफाइल पोस्ट करे ताकि मै ये तय कर सकूँ की आप की मिन्सिकता क्या है .... घटिया कमेन्ट के लिये फिर से धन्यवाद्

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  4. chandan jee
    ap kripia ghatna ki sahi pahlu jach kar le.ap ne ye riport sirf fir ke adhar par likha he na ki sachai ke adhar par quiki sachai kuch aur he.lekin go sachae hi wo wakai sarmnak he.

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  5. chandan jee is tarah ki ghatna kaphi hamare society me badh rahi hai aur ise aap log jaise mahan person hi news ke dwara is tarah ke ghinone purush ko saja dila sakte hai.

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*अपनी बात*

अपनी बात---थोड़ी भावनाओं की तासीर,थोड़ी दिल की रजामंदी और थोड़ी जिस्मानी धधक वाली मुहब्बत कई शाख पर बैठती है ।लेकिन रूहानी मुहब्बत ना केवल एक जगह काबिज और कायम रहती है बल्कि ताउम्र उसी इक शख्सियत के संग कुलाचें भरती है ।