अक्तूबर 25, 2016

भाकपा माओवादी संघटन के लातेहार इलाके का सब जोनल कमांडर बालेश्वर ने किया आत्मसमर्पण

माओवादियों को भी प्यार की है भूख......

वे भी समाज की मुख्यधारा से जुड़कर राज्य का नाम करना चाहते हैं रौशन ......
भाकपा माओवादी संघटन के लातेहार इलाके का सब जोनल कमांडर बालेश्वर ने किया आत्मसमर्पण...
DGP के समक्ष किया आत्मसमर्पण .......
झारखंड में भाकपा माओवादी संघटन को लगा बड़ा झटका ....
लातेहार SP के प्रयास से हुआ सरेन्डर ......
झारखंड की बदल रही है आवो--हवा .......
हाल के दिनो मे कई नक्सलियों ने किया सरेन्डर झारखंड पुलिस का मनोबल सातवें आसमान पर

वरिष्ठ पत्रकार मुकेश कुमार सिंह 

रांची से मुकेश कुमार सिंह की खास रिपोर्ट------भाकपा माओवादी संगठन का सब जोनल कमांडर बालेश्वर ने आज झारखण्ड पुलिस मुख्यालय में डीजीपी डी.के.पांडे के समक्ष आत्मसमर्पण कर दिया ।सरकार ने बालेश्वर पर 5 लाख के इनाम रखे थे और झारखंड पुलिस सरगर्मी से इसकी तलाश कर रही थी ।लेकिन पुलिस के लिए खासा सरदर्द बने बालेश्वर ने आज खुद आत्मसमर्पण कर दिया ।इसके आत्मसमर्पण करने से पुलिस ने राहत की लंबी सांस ली है । बताना लाजिमी है की लातेहार के कटिया में जवान के पेट मे बम लगाने मे भी यह शामिल रहा था ।यही नहीं इसपर दर्जनों संगीन नक्सली मामले हैं दर्ज हैं ।इसमें कोई शक नहीं है की बालेश्वर के इस आत्मसमर्पण से लातेहार के इलाके मे भाकपा माओवादी संघटन को बड़ा झटका लगा है और संगठन अब बैकफुट पर है ।हांलांकि इसे पहले भी लातेहार के कई हार्डकोर नक्सली ने सरेन्डर किया है ।

झारखंड पुलिस के ऑपरेशन में आये बदलाव से आत्मसमर्पण एक मुहीम की तर्ज पर रंग ला रहा है ।नक्सली अब बंदूक छोड़ मुख्यधारा में शामिल हो रहे हैं ।सब से अहम् बात यह निकलकर आ रही है की नक्सली संघटन मे शीर्ष नक्सलियों ने माना है की संघटन में अब कोई सिद्धांत नहीं रहा है ।कई नक्सलियों ने पूर्व मे किया आत्मसमर्पण किया है  और आगे भी कई नक्सली आत्मसमर्पण करेंगे ।
लातेहार के एसपी अनूप बिरथरे कहते हैं की 
झारखंड पुलिस उन नक्सलियों का स्वागत करती हैं जो अब बंदूक छोड़ मुख्यधारा मे शामिल हो रहे हैं ।वे समझ रहे हैं की बंदूक से कुछ मिलने वाला नहीं हैं ।एसपी ने नक्सलियों से आह्वान करते हुए कहा जो अब भी बंदूक थामे हुए हैं वे मुख्यधारा में  शामिल हो जाएँ और झारखंड के विकास मे कदम  से कदम मिला कर साथ चलें ।हाल के दिनो में कई नक्सलियों ने आत्मसमर्पण किया है और कई नक्सली आत्मसमर्पण करने वाले हैं ।एसपी ने यह भी कहा की जो नक्सली बने हुए रहना चाहते हैं वे जल्द अपने विचार बदलते हुए आत्मसमर्पण करें नहीं तो वे सभी मारे जायेंगे ।
झारखंड के डीजीपी डी.के.पांडे ने कहा की 
झारखण्ड पुलिस का ऑपरेशन "नई दिशा" की कामयाबी अब 109 तक पहुँच गयी है ।झारखंड पुलिस का मिशन है राज्य से जल्द नक्सलियों का खात्मा हो ।उन्होनें आगे कहा की झारखंड के लातेहार SP अनूप बीरथरे के प्रयास अब तक काफी सफल रहा है और एसपी के प्रयास से ही बालेश्वर ने आज सरेन्डर किया है ।लातेहार मे दो दिन पहले ही बड़ी सफलता मिली थी ।भाकपा माओवादी संघटन के एक नक्सली कैम्प को ध्वस्त किया गया था,जहां से भारी मात्रा मे विस्फोट भी बरामद किये गए थे ।
उड़ान पंखों से नहीं हौसलों से भरी जाती है ।इस कहावत को साबित कर दिखाया है लातेहार SP ने ।लातेहार एसपी की मानें तो रणनीति के तहत नक्सलियों के खिलाफ अभियान चला कर और ग्रामीणों का दिल जीत कर नक्सलवाद के खात्मे का रोड मैप तैयार किया जा रहा है ।
झारखंड में भाकपा माओवादी संघटन को पहले से आदिवासी नेता की कमी थी अब बालेश्वर के आत्मसमर्पण कर देने से उसे और घोर किल्लत हो गयी है ।
भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (माओवादी) या भाकपा माओवादी झारखंड का प्रमुख सुधाकरण अभी भूमिगत हो गया हैं ।सुधाकरण  झारखण्ड पुलिस के मेन टार्गेट पर हैं । आत्मसमर्पण के बाद बालेश्वर ने कहा की सुधाकरण पार्टी को मजबूती देने आया था लेकिन उसके आने के बाद भी कई नक्सलियों ने आत्मसमर्पण किया है ।वैसे झारखंड के नक्सली सुधाकरण को अपना नेता मानने तैयार नहीं हैं । अब हालात यह हो गयी है की झारखंड मे संघटन के शीर्ष नेता को विश्वास ही नहीं रहा इसलिए  झारखंड में संघटन मे दो गुट हो गए हैं ।
बालेश्वर उरांव ने बड़े साफ़ लहजे में कहा की भाकपा माओवादी में अब कोई कोइ सिद्धांत नहीं रहा ।बाहर से आये नक्सली झारखंड के नक्सली के साथ नजरिया अच्छा नहीं रखते हैं ।बड़े नक्सली ऐश मौज की जिंदगी जी रहे हैं ।सुधाकरण के आने से झारखंड मे नक्सलियों का मनोबल टूटा है और गरीबों का खूब हो शोषण हो रहा है ।

बालेश्वर के आत्मसमर्पण से निश्चित रूप से झारखण्ड पुलिस की हौसला आफजाई हुयी है । लेकिन बालेश्वर ने नक्सलियों के बीच का जो सच उगला है,हमारी समझ से आने वाले दिनों में झारखंड पुलिस के लिए यह संजीवनी का काम करेगा ।

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