जुलाई 02, 2016

बकाये वेतन की मांग और भूख की कुल-कुलाहट पर मौत भाड़ी......

सहरसा टाईम्स की रिपोर्ट  -------
बिहार में संविदा कर्मी की हालात बद से बत्तर हो चुकी है. बिहार सरकार के अधिकाश विभाग इन संविदा कर्मियों के बदोलत चल रही है. लेकिन बर्तमान समय में इनकी दुर्दशा **** से भी ज्यादा बत्तर हो चुकी है. अन्य विभागों में संविदा पर कार्य कर रहे कर्मियों का वेतन कई महीनों से नहीं मिला है. जिसके कारण परिवार का भरण पोषण करना इनके लिए मिल का पत्थर साबित हो रहा है. 
गौरतलब है कि बीते कल समस्तीपुर में बकाये मानदेय के भुगतान को लेकर अनशन पर बैठी मुख्य साधनसेवी में से पिंकी कुमारी की मौत हो गई. अनशन पर बैठी पिंकी को पेट की भूख की कुलकुलाहट और बकाये वेतन की मांग पर मौत भाड़ी पर गई. बिहार की सरकार संविदा कर्मियों पर कितनी मेहरबान है इसकी सत्यता पिंकी की मौत साबित करती है. 
आखिर बिहार सरकार इनके प्रति कब संवेदनशीलता देखाएगी, क्या वर्तमान सरकार बिहार में संविदा पर कार्य कर रहे कर्मियों के लिए कोई हल ढूंढेगी ये बड़ा सवाल है. 

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अपनी बात---थोड़ी भावनाओं की तासीर,थोड़ी दिल की रजामंदी और थोड़ी जिस्मानी धधक वाली मुहब्बत कई शाख पर बैठती है ।लेकिन रूहानी मुहब्बत ना केवल एक जगह काबिज और कायम रहती है बल्कि ताउम्र उसी इक शख्सियत के संग कुलाचें भरती है ।