जनवरी 24, 2015

हे राम.....पुलिस वालों के घर डाका

 मुकेश कुमार सिंह की रिपोर्ट:- पुलिस और कानून का खौफ अब बिल्कुल खत्म हो चुका है.अपराधी खुलकर नंगा नांच कर रहे हैं और पुलिस अधिकारी महज अपराध के मामले दर्ज कर अपना कर्तव्य निभा रहे है.बीती रात सदर थाना के मत्स्यगंधा इलाके में डकैतों ने दो पुलिस वाले और एक उन्हीं के रिस्तेदार के यहां जमकर उत्पात मचाये.हांलांकि घर वालों के कड़े विरोध और त्वरित गति से इलाके में पुलिस वालों के पहुँच जाने से डकैत अधिक की लूटपाट नहीं कर सके लेकिन डकैती के दौरान उन्होने जमकर गोलीबारी और घर वालों के साथ मारपीट भी की.मौके पर पुलिस अधीक्षक खुद से पहुंचकर तफ्तीश में जुट चुके हैं लेकिन इस घटना ने इतना साफ़ कर दिया है की अपराधियों से जब पुलिस वाले सुरक्षित नहीं रहे तो अब आम आदमी की सुरक्षा निसंदेह पूरी तरह से खतरे में है.

बीती रात सदर थाना के मत्स्यगंधा इलाके में डकैतों ने दो पुलिस वाले और एक उन्हीं के रिस्तेदार के यहां जमकर उत्पात मचाये.देखिये पीड़ित के घर खुद एसपी पंकज कुमार सिन्हा पहुंचे हैं और घूम--घूमकर जायजा ले रहे हैं.बीती रात करीब एक से दो बजे के बीच पंद्रह से बीस की संख्यां में नकाबपोश डकैतों ने दारोगा बद्री नारायण झा,जीआरपी जवान जीवक्ष झा और बद्री झा के शाले चन्दन झा के यहां हमला किया.इस दौरान डकैतों ने जीवक्ष झा और बद्री झा के यहां से कुछ कीमती जेवरात और नकदी लूट लिए.चन्दन झा, उनकी पति और उनकी मासूम बेटी ने डकैतों का जमकर विरोध किया. इसी दौरान चन्दन झा की पत्नी ने सुपौल जिले के पीपड़ा थाना में पदस्थापित अपने एक रिस्तेदार को फोन कर दिया.उक्त रिस्तेदार ने सदर थाना सहरसा को सूचना दी.यह है सच है की बिना समय गंवाए सदर थाना की पुलिस वारदात इलाके की तरफ कूच कर गयी.नतीजतन पुलिस गाडी की आवाज सुनकर डकैत फरार हो गए.हांलांकि इस दौरान डकैतों ने जमकर फायरिंग भी की.बताते चलें की डकैतों से उलझने के दौरान गिना देवी नाम की एक महिला जख्मी भी हुयी है.बड़ी डकैती में असफल रहे डकैतों ने जाते--जाते पीड़ित परिवार के लोगों को धमकी दी है की वे फिर से आएंगे और बड़ी लूट की घटना को अंजाम देकर रहेंगे.

पुलिस अधीक्षक ने इस घटना के बाबत कुछ भी जबाब देना मुनासिब नहीं समझा.चूँकि घटना पुलिस वाले के घर घटी है,इसलिए उनको अपनी नाक कटती दिखी होगी और शायद यही वजह थी की वे बिना जबाब दिए ही गाडी पर बैठ भाग निकले.हमने अपनी तरफ से भरपूर कोशिश की थी की बड़े हाकिम के मुंह से कुछ लजीज बाते निकले लेकिन। हांलांकि बाद में इस घटना के बारे में सदर एसएचओ संजय कुमार सिंह ने पूरी जानकारी दी. उन्होने कहा की वे रात भी वारदात स्थल पर आये थे.उनके थाना क्षेत्र के लोगों की सुरक्षा की पूरी जिम्मेवारी उनकी है.लोगों की सुरक्षा के लिए वे अपनी जान की बाजी लगा देंगे.इस घटना को अंजाम देने वालों को भी बख्सा नहीं जाएगा,अतिशीघ्र उनकी गिरफ्तारी होगी.

जाहिर सी बात है की सहरसा में अपराधियों की समानांतर सरकार है.अपराधी पुलिस पर ना केवल भारी हैं बल्कि पुलिस से कई कदम आगे भी हैं.जब पुलिस वालों की सुरक्षा खुद खतरे में हो तो,समझा जा सकता है की इस इलाके के लोगों की सुरक्षा निश्चित रूप से अपराधियों की मेहरबानी और भगवान के भरोसे है.

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