जनवरी 02, 2015

सामूहिक दुष्कर्म

कृष्ण मोहन सोनी की रिपोर्ट:- बीती देर रात सहरसा जिले के सिमरी बख्तियारपुर थाना के करुआ गाँव में दो दरिंदों ने एक महिला की अस्मत के चीथड़े उड़ा डाले. हद और जुल्म की इंतहा देखिये की अस्मत को चाक कर के ये दरिंदे बेहोश पड़ी महिला के शरीर के सारे जेवरात भी उड़ा ले गए. गंभीर रूप से जख्मी महिला को देर रात ग्रामीणों ने सिमरी बख्तियारपुर अस्पताल में भर्ती कराया लेकिन उसकी स्थिति नाजुक देखते हुए डॉक्टरों ने उसे बेहतर ईलाज के लिए आज सदर अस्पताल भेज दिया है. इंसानियत एक बार फिर शर्मसार हुयी, मानवता एक बार फिर कलंकित हुयी. 
हवस के दो दरिंदों ने एक अबला की अस्मत को तार--तार कर के रख दिया. गरीबी की वजह से पति सुरेश मुखिया पंजाब में रहकर कमाता है. चार छोटे--छोटे बच्चे हैं जिसकी परवरिश में यह अबला जुटी रहती थी. बीती देर रात अपने घर से निकलकर यह महिला पानी लेने के लिए चापाकल पर गयी थी की अस्मत के दो लुटेरे नीरो यादव और धीरो यादव ने उसके मुंह पर कपड़ा डालकर उसे वहाँ से उठा लिया और बगल के एक घर में जाकर उसके साथ सामूहिक दुष्कर्म किया. 
नीरो यादव जहां करुआ गाँव का रहने वाला है वहीँ धीरो यादव बगल के गाँव बड़खुड़वा गाँव का रहने वाला है. महिला इस घटना के बाद बेहोश हो गयी. होश आते ही उसने हल्ला किया तब जाकर आसपास के लोगों ने उसे अस्पताल पहुंचाया जहां उसकी स्थिति नाजुक बनी हुयी है. पीड़िता की स्थित बेहद नाजुक है और अस्पताल में वह रह--रह कर बेहोश हो जा रही है. पीड़िता और उसके परिजन यशमन मुखिया घटना के बाबत जानकारी दे रहे हैं.
महिला थानाध्यक्षा आरती सिंह
सदर अस्पताल में जिले की महिला थानाध्यक्षा आरती सिंह पीड़िता का बयान ले रही हैं.इनका कहना है की महिला ने दो लोगों पर दुष्कर्म का आरोप लगाया है.पीड़िता का मेडिकल कराया जा रहा है और जैसा रिपोर्ट आएगा,वैसे अग्रतर कार्रवाई होगी. जाहिर सी बात है की आगे पुलिस की कार्रवाई पीड़िता के मेडिकल रिपोर्ट के आधार पर होगी. लेकिन यहां यह बताना जरुरी है की जिस करुआ गाँव की रहनेवाली पीड़िता है, उसी गाँव के रहने वाले सिमरी बख्तियारपुर के जदयू विधायक डॉक्टर अरुण कुमार यादव हैं. आगे देखना दिलचस्प होगा की जिस गाँव के रहने वाले सुशासन के विधायक हैं वहाँ की पीड़िता को कितनी तेजी से न्याय मिलता है और पुलिस की कार्रवाई आगे कैसी होती है.

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*अपनी बात*

अपनी बात---थोड़ी भावनाओं की तासीर,थोड़ी दिल की रजामंदी और थोड़ी जिस्मानी धधक वाली मुहब्बत कई शाख पर बैठती है ।लेकिन रूहानी मुहब्बत ना केवल एक जगह काबिज और कायम रहती है बल्कि ताउम्र उसी इक शख्सियत के संग कुलाचें भरती है ।