जमकर चली तीर और भांजे गए
फरसे
रिपोर्ट----मुकेश कुमार सिंह: आज अहले सुबह सहरसा जिला के सीमावर्ती मधेपुरा जिला के खोपैती गाँव में जमीन विवाद में ना केवल जमकर तीर चली बल्कि खूब फरसे भी भांजे गए।इस जघन्य घटना में थोक में खून के छींटे उड़े जिसमें पांच लोग गंभीर रूप से जख्मी हुए हैं।इन जख्मियों में दो के शरीर में तीर फंसे हुए हैं जिनकी हालत काफी नाजुक है और इन्हें बेहतर इलाज के लिए PMCH रेफर किया गया है।अन्य तीन जख्मियों का इलाज सहरसा सदर अस्पताल में किया जा रहा है।इस मामले में जहां तक पुलिसिया कारवाई की बात है तो चूँकि मामला मधेपुरा जिले का है इसलिए सहरसा पुलिस इस मामले में कहीं से कोई दिलचस्पी नहीं दिखा रही है।
झकस मुखिया,तीर लगा जख्मी |
रिपोर्ट----मुकेश कुमार सिंह: आज अहले सुबह सहरसा जिला के सीमावर्ती मधेपुरा जिला के खोपैती गाँव में जमीन विवाद में ना केवल जमकर तीर चली बल्कि खूब फरसे भी भांजे गए।इस जघन्य घटना में थोक में खून के छींटे उड़े जिसमें पांच लोग गंभीर रूप से जख्मी हुए हैं।इन जख्मियों में दो के शरीर में तीर फंसे हुए हैं जिनकी हालत काफी नाजुक है और इन्हें बेहतर इलाज के लिए PMCH रेफर किया गया है।अन्य तीन जख्मियों का इलाज सहरसा सदर अस्पताल में किया जा रहा है।इस मामले में जहां तक पुलिसिया कारवाई की बात है तो चूँकि मामला मधेपुरा जिले का है इसलिए सहरसा पुलिस इस मामले में कहीं से कोई दिलचस्पी नहीं दिखा रही है।
आपने जमीन विवाद या फिर अन्य विवाद में खून के छींटे
उड़ते
देखे होंगे लेकिन यह घटना आम घटना से बिलकुल अलग है।देखिये इन दोनों
जख्मियों झकस मुखिया और रंजन मुखिया को।ये दोनों आपस में ससुर दामाद
हैं।एक की पेट और एक के पीठ के हिस्से में तीर किस तरह से आरपार
होकर फंसी हुयी है। खोपैती गाँव में आपसी जमीनी रंजिश में यह खुनी वारदात
हुयी है।दुसरे पक्ष के लोगों ने आज अहले सुबह तीन बजे के बाद पीड़ित पक्षः
के घर को चारो तरफ से घेरकर ताबड़तोड़ तीर चलाने लगे।यही नहीं इन आतातायियों
ने जमकर लाठी और फरसे भी भांजे।इन्हें इलाज के लिए सदर अस्पताल सहरसा लाया गया लेकिन इनका इलाज यहाँ
सम्भव नहीं हुआ तो इन्हें PMCH भेजा जा रहा है।कुछ जख्मियों को इस अस्पताल
में रखकर उनका इलाज किया जा रहा है।घटना
को अंजाम जख्मी लोगों के सगे रिश्तेदारों ने बाहर से मंगाए गुंडों की मदद
से दिया है।जख्मी अपने कुछ रिश्तेदार मोहित मुखिया,वीरेंद्र मुखिया,कारी
मुखिया,विष्णुदेव मुखिया,रमेन मुखिया आदि को आरोपी बना रहे हैं।
अस्पताल के डॉक्टर भुवन कुमार सिंह ने इन जख्मियों के इलाज करने की हर संभव कोशिश की
लेकिन इनके शरीर से तीर निकाल पाना इनके बूते से बाहर साबित हुआ।थक--हारकर
इन्हें PMCH रेफर किया गया है।जमीन
के चंद टुकड़े और थोड़े से वक्ती फायदे में लोग अपनों की भी जिन्दगी लीलने
से बाज नहीं आ रहे हैं।इस तरह की घटना के लिए पुलिस और कानून का कम होता
खौफ असल में पूरी तरह से जिम्मेवार है।
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