मार्च 08, 2013

दो दिवसीय कोसी महोत्सव की हुआ आगाज


 सहरसा टाईम्स:  वर्ष 2002 से आयोजित हो रहे दो दिवसीय कोसी महोत्सव (08 और 09) मार्च का आज दोपहर साढ़े बारह बजे सहरसा स्टेडियम परिसर में विधिवत  आगाज हो गया।राज्य के अनुसूचित जाति--जनजाति सह सहरसा के प्रभारी मंत्री जीतन राम मांझी ने महोत्सव का दीप प्रज्ज्वलित कर के उदघाटन किया।इस मौके पर सहरसा के भाजपा विधायक डॉक्टर अलोक रंजन,सिमरी बख्तियारपुर के जदयू विधायक डॉक्टर अरुण कुमार,जदयू और भाजपा के जिला अध्यक्ष,कोसी प्रमंडल के आयुक्त विमलानंद झा सहित जिले के सभी वरीय अधिकारी मौजूद थे।कार्यक्रम की अध्यक्षता सहरसा के जिलाधिकारी सतीश चन्द्र झा कर रहे थे।कार्यक्रम के दौरान मंत्री जी ने कोसी दर्पण पत्रिका का विमोचन भी किया।
उदघाटन समारोह को भव्य बनाने के लिए स्वारांजलि नाट्य--नृत्य संस्था सहरसा द्वारा स्वागत गान और बेहतरीन होली नृत्य पेश किये गए।बताना लाजिमी है की महोत्सव के आगाज के बाद अगली कड़ी में आज शाम से देर रात तक भव्य सांस्कृतिक कार्यक्रम के तहत मुम्बई की स्थापित पार्श्व गायिका तृप्ति शाक्या म्यूजिकल ग्रुप द्वारा कार्यक्रम की प्रस्तुति होगी।लगे हाथ यह भी बताते चलें की कार्यक्रम के दुसरे दिन यानि कल दरभंगा आकाशवाणी के कलाकार,क्षेत्रीय कलाकार और प्रसिद्ध भोजपुरी पार्श्व गायिका नूतन कुमारी नीतू सूरों की शमां बांधेंगी।यही नहीं कार्यक्रम के दुसरे दिन ही असम का बिहू नृत्य भी होगा।साथ ही कार्यक्रम के दुसरे दिन क्षेत्रीय कलाकार भी अपने सुरों का जादू बिखेड़ेंगे।इस मौके पर विभिन्य तरह के खेलों का भी  हो रहा है।कोसी महोत्सव के उदघाटन के मौके पर अपने भाषण के दौरान मंत्री जीतन राम मांझी ने कहा की वे शौभाग्यशाली हैं की उन्हें कोसी महोत्सव में शामिल होने का गौरव हासिल हुआ।मंचासीन सभी सम्मानित नेताओं और प्रमंडलीय आयुक्त के साथ---साथ जिलाधिकारी ने भी कोसी महोत्सव और इस इलाके सांस्कृतिक,पौराणिक और एतिहासिक विशिष्टताओं को लेकर खूब कसीदे कढ़े।
कोसीवासियों के लिए यह दो दिन झुमने,नांचने--गाने और थिरक--थिरक कर मदहोश हो जाने वाला है।लोग इस महोत्सव का शांतिपूर्ण तरीके से पल--पल आनंद लें,सहरसा टाईम्स इसके लिए सौ--सौ दुआएं करता है।

3 टिप्‍पणियां:

  1. bahut hi achchha lga Saharsa ki gati vidhiyon ko dekh kr. Saharsa rason ke sath hai atah sabhi rason ka indradhnushi roop swaroop hai .
    Saharsa-- khushiyon ke sath aao...
    Saharsa-- shahar ki tarah hai kintu apne me vikas ki anant sambhawnaon ko liye.....

    shefalika verma

    जवाब देंहटाएं
  2. bahut hi achchha lga Saharsa ki gati vidhiyon ko dekh kr. Saharsa rason ke sath hai atah sabhi rason ka indradhnushi roop swaroop hai .
    Saharsa-- khushiyon ke sath aao...
    Saharsa-- shahar ki tarah hai kintu apne me vikas ki anant sambhawnaon ko liye.....

    shefalika verma

    जवाब देंहटाएं
  3. awesome pics with nice report

    जवाब देंहटाएं


THANKS FOR YOURS COMMENTS.

*अपनी बात*

अपनी बात---थोड़ी भावनाओं की तासीर,थोड़ी दिल की रजामंदी और थोड़ी जिस्मानी धधक वाली मुहब्बत कई शाख पर बैठती है ।लेकिन रूहानी मुहब्बत ना केवल एक जगह काबिज और कायम रहती है बल्कि ताउम्र उसी इक शख्सियत के संग कुलाचें भरती है ।