मार्च 18, 2013

रंजिश में गिरी लाश

 रिपोर्ट सहरसा टाइम्स:  बीती रात सहरसा के सौर बाजार थाना के अर्राहा नहर के समीप पहले से घात लगाए अपराधियों ने एक मोटरसाईकिल से अपने दो बच्चे और पत्नी के साथ घर लौट रहे एक युवक पर ताबड़--तोड़ गोलियां बरसानी शुरू कर दी।इस गोलीबारी में 30 वर्षीय रिंकू देवी और उनका आठ वर्षीय मासूम बेटा प्रांजल कुमार दोनों गोली लगने से मौके पर ही मारे गए जबकि रिंकू के पति अरविन्द यादव उर्फ़ बौआ यादव गंभीर रूप से जख्मी हो गए जिन्हें इलाज के लिए सदर अस्पताल में भर्ती कराया गया है।इस भीषण खूनी हादसे में छः वर्षीय मासूम प्रांशु कुमार बाल--बाल बच गया है जिसे किसी तरह की चोट तक नहीं आई है।घटना के सम्बन्ध में प्राप्त जानकारी के मुताबिक़ आपसी पुरानी रंजिश में खून के इतने गहरे छींटे उड़े जिसमें दो इंसानी जान देखते ही देखते इस दुनिया को अलविदा कह गए।
जख्मी अरविन्द यादव अपने बेटे का मधेपुरा से इलाज करवा के अपने गाँव सौर बाजार थाना के अर्राहा गाँव लौट रहे थे की यह खूनी वारदात हुयी।अरविन्द के बयान पर गाँव के ही तीन लोगों पर नामजद प्राथमिकी सौर बाजार थाना में दर्ज की गयी है जिसमें से दो की गिरफ्तारी कर ली गयी है।घटना का मुख्य आरोपी सिंटू यादव फरार है।एएक साथ--ठिठौली करके माँ--बेटे कभी बिस्तर पर चैन की नींद सोया करते थे।लेकिन देखिये आज ये दोनों आसपास ही सोये हुए हैं लेकिन उनके जिश्म बेजान हैं।रिंकू और प्रांजल रंजिश की बलि चढ़ चुके हैं।यह वह मोटरसाईकिल है जिसपर सवार होकर ये सभी गाँव लौट रहे थे लेकिन अब ये कभी अपने गाँव नहीं जा सकेंगे।सदर अस्पताल में जख्मी अरविन्द का इलाज चल रहा है।उसे बांह में गोली लगी है। जाहिर तौर पर एक परिवार की सारी खुशियाँ,सारे सपने एक साथ फना हो गए।पुरानी रंजिश और जमीनी विवाद में दो जानें चली गयी।आफत में डूबे इस परिवार के लोग घटना के बाबत जानकारी देते हैं।
इस घटना को लेकर पुलिस के अधिकारी अशोक कुमार दास,एस.डी.पी.ओ,सदर,सहरसा भी साफ़ लहजे में घटना की वजह पुरानी रंजिश और जमीनी विवाद बता रहे हैं।इनकी मानें तो जख्मी अरविन्द यादव के बयान पर तीन लोगों को नामजद आरोपी बनाते हुए सौर बाजार थाना में मामला दर्ज कर लिया गया है।दो आरोपियों की गिरफ्तारी कर ली गयी है,एक के लिए छापामारी जारी है।मुख्य आरोपी सिंटू यादव फरार है।सभी आरोपी पीड़ित के गोतिया---रिश्तेदार और उसी गाँव के रहने वाले हैं।
कहते हैं की जमीन,घर--मकान और सारा वैभव यहीं रह जाता है और लोग दुनिया से कूच कर जाते हैं।आखिर फिर क्यों लोग इस दुनियावी सामानों के लिए लहू के छींटे उड़ाते रहते हैं।

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