** पत्र लिखकर निर्जीव अनाथ आश्रम में भरी ऊर्जा ..
** क्या अनाथ आश्रम के अब बहुरेंगे दिन ?
आकांक्षा अनाथ आश्रम में बीते 22 जनवरी को दो अनाथ बच्चियों की एक साथ शादी हुई. इसमें से एक बच्ची सुमन दिव्यांग है जिसके दोनों टांगें कटे हुए हैं. दूसरी बच्ची रंजू कुमारी है. हांलांकि शादी पहले 28 दिसम्बर को होने वाली थी लेकिन पैसे का इंतजाम नहीं होने के कारण तिथि में बदलाव हुआ.
सहरसा टाईम्स अपने पाठकों को एक्सक्लूसिव जानकारी दे रहा है की इस शादी को लेकर महामहिम राज्यपाल रामनाथ कोविन्द ने आश्रम संचालक के नाम 12 जनवरी की तिथि में पत्र संप्रेषित कर दोनों बच्चियों के उज्जवल भविष्य की कामना की थी।
अपने पत्र में महामहिम ने कहा यह जानकार प्रसन्नता हुई की आकांक्षा अनाथ आश्रम, सहरसा, बिहार के तत्वाधान में सामूहिक कन्यादान का वैवाहिक कार्यक्रम आगामी 22 जनवरी को संपन्न होने जा रहा है। आशा है उक्त समारोह के आयोजन से समाज के कमजोर और अभिवंचित वर्ग की अनाथ युवतियों के जीवन में नया सवेरा आएगा और वे सुख और आनंद के साथ अपना भावी जीवन यापन कर सकेंगी । मैं उक्त वैवाहिक आयोजन की सफलता की मंगल कामना करता हूँ ।
यह पत्र आकांक्षा अनाथ आश्रम में अकूत ऊर्जा भरने का काम कर रहा है । हमारी कोशिश है की आश्रम संचालक को राष्ट्रपति पुरस्कार मिले ।साथ ही इस आश्रम का बहुत जल्द सरकारी निबंधन हो ।हमें पूरी उम्मीद है की अब इस अनाथ आश्रम के दिन जरूर बहुरेंगे ।
टिप्पणी--- आखिर महामहिम राज्यपाल रामनाथ कोविन्द के एक अनाथ आश्रम को संप्रेषित पत्र की खबर तमाम बड़े अखबार और टीवी चैनल्स की सुर्खियां क्यों नहीं बनी ? आखिर अनाथ बच्चों और अनाथ आश्रम के प्रति अखबार और टीवी चैनल्स को सहानुभूति क्यों नहीं ? बड़ा सवाल फजां में मौजूं है ।
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