फ़रवरी 11, 2013

लीकतंत्र ने जमकर लूटा बच्चों के परिजनों को

नवोदय विद्यालय प्रवेश परीक्षा के प्रश्न पत्र नाम पर लाखों का ठगी।।। 
सहरसा टाईम्स: एक बार फिर शिक्षा माफियाओं के गोरख खेल में प्रश्नों के लीकतंत्र ने बच्चों के परिजनों को जमकर लूटा। बताना लाजिमी है की आयोजित हुयी जवाहर नवोदय विद्यालय प्रवेश परीक्षा के प्रश्न पत्र शनिवार की  रात से ही सहरसा बाजार में बिक रहे थे। यूँ बिक्री का यह दौर कल  सुबह में भी जारी था।हद की इंतहा यह है की बाजार में प्रश्न पत्र बेचे जा रहे थे लेकिन इसकी कोई भनक तक जिला प्रशासन को नहीं थी। 25000 हजार से लेकर 200 रूपये तक में प्रश्न--पत्र बिके। हांलांकि जब  परीक्षा शुरू हुयी और परीक्षा में बच्चों को मिले प्रश्न--पत्र से जब इस लीक हुए प्रश्न--पत्र का मिलान किया गया तो इसका उससे मिलान नहीं हुआ।जाहिर सी बात है की शिक्षा माफियाओं के खेल में बच्चों के परिजन न केवल ठगे गए बल्कि परिजनों को लाखों का चूना भी लगा।
सदर एस.डी.ओ राजेश कुमार
सहरसा टाईम्स ने इस गोरख धंधे की जानकारी जिला प्रशासन को दी,तब जाकर अधिकारियों की नींद टूटी और वे परीक्षा केंद्र पर पहुंचकर लीक  प्रश्न--पत्र का मिलान बच्चों के बीच बांटे गए प्रश्न--पत्र से करने लगे। प्रश्न--पत्र नकली निकले। सहरसा टाईम्स के सवाल का जबाब देते हुए प्रशासन के अधिकारियों ने जांच कर दोषियों के खिलाफ कड़ी कारवाई का भरोसा दिया है। यूँ बताते चलें की इससे पहले भी सहरसा में प्रश्न--पत्र लीक होने का कई बार गोरख खेल हो चुका है जिसमें जिला प्रशासन किसी भी तरफ की हल्की कारवाई करने तक में भी आजतक कामयाब नहीं हो सका है। 50 सीट के लिए नवोदय की इस प्रवेश परीक्षा में 2777 परीक्षार्थी शामिल हुए थे जिसके लिए जिला मुख्यालय में चार केंद्र बनाए गए थे।
प्रश्न--पत्र का मिलान करते अधिकारी
 परीक्षा केंद्र पर पहुंचे अधिकारी लीक प्रश्न--पत्र का मिलान बच्चों के बीच वितरित प्रश्न--पत्र से किये  ।लेकिन वह नकली साबित हुआ। इस मौके पर सहरसा टाईम्स ने सदर एस.डी.ओ राजेश कुमार से कई तल्ख़ सवाल किये। इन्होनें पिछले साल नवोदय प्रवेश परीक्षा में लीक हुए प्रश्न पत्र को सही बताते हुए कारवाई की अनुशंसा का पर्तिवेदन जिलाधिकारी सहरसा को समर्पित किया था।सहरसा टाईम्स से आज खुलकर उन्होनें इसको लेकर जिक्र भी किया लेकिन उसका परिणाम क्या निकला पूछने पर वे झेंपते दिखे। जाँच करते अधिकारी
सहरसा में शिक्षा माफियाओं की बल्ले---बल्ले है।वे जमकर चांदी काट रहे हैं लेकिन जिला प्रशासन उसपर किसी भी तरह की कारवाई करने में अभीतक समर्थ नहीं दिख रहा है।

2 टिप्‍पणियां:

  1. question paper leak hona bhut hi dhurbhagya ki ghtna hyy yeto aam bat ho chuki hyy ....patna me to sare exam ke question leak hone ki khabar to hm roj sunte hi rehte hyy jarrui rughan to ye hyy ki is samsya se niptara kayse kiya jaye mere nazar me to siksha mafiya se bhi jyada khtarnak to aaj ke guardian hyy jo apne bachoo ko chori ka papaer khardkar pass hone ke liye prarit kate hyy aise isthiti me bachho ke bhawasiya ke sath wo to khud khilwar kr rahe hy ...jagruk hame khud hona chaye kyoki tali kabhi bhi ek hath se nahi bajti hyy...aaj sikhsha mafiyo ka mn hamne khud badhaya hyy unhe paise dekr qwestion paper kaharidkr ,ankush to hame hi lagana hoga.,.siksha mafiyo ne paper leak kiya sunkar bhut dukh hua lekin parsan match nhi huye ye jankr khusi bhi hui kyoki jeet hamesa sachayi ki he honi chaye.....or jin garib bachho ke liye ye school khula hyy wo apni mehnat se pass to krenge,isprkar ki ghatna se parijno ko seekh lena chaye ki aage se wo aisa koi bhi kam na kare jisse unke bachoo ke bhawisya pr aach aye,my saharsa prasasan se bhi gujarish karna chahunga ki wo is prakar ke ghatna pr ankus lagaye ,kyoki bachhe to hamare desh ke bhawsya hyy....or parijno se bhi anurodh karunga ki apno bacche ko wo galat rasto se na gujrne de,kyoki manjil tk pahuchne ke liye do raste hote hyy ek shortcurt {galt rasta} or ek kathin or lamba {sahi rasta},or shortcut ka rasta khatarnak to hone ke sath sath bhu khatarnak hi hota hyy,or sahrsa time ko bhut bhut dhnaywad is tarha hyy ke tathya ko ujagar krne ke liye,......mayank

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अपनी बात---थोड़ी भावनाओं की तासीर,थोड़ी दिल की रजामंदी और थोड़ी जिस्मानी धधक वाली मुहब्बत कई शाख पर बैठती है ।लेकिन रूहानी मुहब्बत ना केवल एक जगह काबिज और कायम रहती है बल्कि ताउम्र उसी इक शख्सियत के संग कुलाचें भरती है ।