कटिहार से तौकीर रज़ा की रिपोर्ट -----
बिहार राज्य के कटिहार जिला अंतर्गत आजमनगर प्रखंड क्षेत्र के निमौल पंचायत स्थित सिसिया गांव में एक माँ ने बीते रविवार को एक अजूबे बच्चे को जन्म को दिया. यह बच्चा बीते दिन में ही माँ के गोद में बैठ व खड़े भी हो जा रहा है.
इतना हीं नहीं बोलता भी है बच्चे का वजन लगभग 13-14 केजी बताया गया जिसको स्थानीय लोगों ने एलियन समझा. जिसकी खबर इलाके में फ़ैल गयी. फिर क्या था उस अजूबे बच्चे को देखने के वालों का तांता लग गया. बच्चे की आँख बड़ी बड़ी और गोल है सिर चपटा और माथे पर एक ग्रंथी सा दिखाई देता है इंशानी बच्चे का इस तरह जन्म लेना जिज्ञासा जगाता है इस पर चिकित्सकों और जंतु विज्ञान के जानकार शिक्षक ने अलग अलग तर्क दिए हैं
जंतु विज्ञान के जानकार:- जंतु विज्ञान के जानकार मो.अफाक आलम बताते हैं कि इस तरह के मामले हो मां-बाप के (जीन) में हुए म्यूटेशन के कारण भी बच्चे का ऐसा रूप हुआ होगा बच्चे के शरीर के उपर किराटिम लेयर होता है जिससे बच्चे की त्वचा आक्सीजन नहीं ले पाती है ऐसे अद्भुत बच्चे के जन्म लेने का यह भी एक कारण हो सकता है।
चिकित्सक कहते है ----- आजमनगर प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के चिकित्सा पदाधिकारी अब्दुस्लाम ने बताया कि इस तरह के मामले हर्लेक्विन इचथिस्योसिस की बीमारी भी होने पर ऐसे बच्चे का जन्म हो सकता है। 10 लाख बच्चों में से कोई एक बच्चा ऐसा अद्भुत रूप लेकर जन्म लेता है जिसे अविकसित भी कहा जा सकता है।
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