फ़रवरी 23, 2017

देश को सन्देश दे रहा यह दाम्पत्य जोड़ी

जोड़ी हो तो ऐसी

शौर्य से लवरेज सुखद दाम्पत्य जीवन का जीवंत स्पंदन

खोते और गुम हो रहे रिश्ते को गर्माहट देने वाला है यह दाम्पत्य जीवन 
दिल्ली से मुकेश कुमार सिंह की खास रिपोर्ट---
आज के आधुनिक काल में आपाधापी, अंधदौड़ और कोलतार की सड़क पर रेंगती जिंदगी के बीच आत्मीय चेतना मर सी गयी है ।ऐसे में विविध सांसारिक रिश्तों की मर्यादा और गर्माहट बेहद कम या यूँ कहें की ना मात्र रह गयी है । भौतिकवादी सुखों के संग्रहण में रिश्ते की मजबूत दिवार धराशायी हो रही है ।एक तरह से कहें तो भोग और विलास में जीवन अभिसप्त हो गया है ।
ऐसे माहौल में आज हम एक अलग विषय लेकर हाजिर हुए हैं जो हमारे समाज को कई तरह की प्रेरणा दे रहा है ।आज हम सुखद दाम्पत्य जीवन की चर्चा कर रहे हैं ।हांलांकि अपने इस आलेख में हम सुखद दाम्पत्य जीवन के बहुतेरे टिप्स देने नहीं जा रहे है बल्कि एक दम्पति की कहानी लेकर मयस्सर हो रहे हैं जिनके जीवन में रस,आनंद और खुशी की दरिया बह रही है ।
हम RAF के सेकण्ड कमांडेंट अश्वनी झा और उनकी एंकर सह उद्घोषिका पत्नी ऋतू झा के सुखद दाम्पत्य जीवन की चर्चा अपने इस आलेख में करने जा रहे हैं । 
सबसे पहले हम इनके जीवन के शुरूआती पक्ष को करीने से जान लेते हैं ।अश्वनी झा का जन्म बिहार के दरभंगा जिले के बहेरा थाना क्षेत्र के सजहौर गाँव में हुआ था । अश्वनी तीन भाई और एक बहन में सब से छोटे हैं ।कहते हैं की जल्लाद को भी अपनी संतान प्यारी होती है । अश्वनी झा के पिता श्यामानंद झा अपनी पत्नी लीला झा के साथ बच्चों की बेहतर परवरिश के लिए कोलकाता चले गए और पियरलेस बीमा कम्पनी में नौकरी करने लगे ।शुरू में सभी कुछ ठीक--ठाक था लेकिन बाद में कम्पनी दिवालिया हो गयी और श्यामाकांत झा सड़क पर आ गए । फिर परिवार के बुरे दिन आ गए लेकिन श्यामाकांत झा ने हिम्मत नहीं हारी और फुटकर नौकरी से अपने बच्चों की बेहतर परवरिश जारी रखी ।
अश्वनी झा की प्रारंभिक शिक्षा सेंट थॉमस हाई स्कूल दासनगर हावड़ा से हुयी ।1991 में भारत सरकार की तरफ से उन्हें मेरिट छात्रवृति मिली और फिर उनका दाखिला आर.के.मिशन पुरुलिया में हुआ ।उस समय तक उन्हें मानव संसाधन और विकास विभाग से छात्रवृति मिल रही थी । 
कोलकाता से अश्वनी झा ने मनोविज्ञान विषय से स्नातक की डिग्री ली । इनकी सीधी नियुक्ति CRPF में गजेटेड ऑफिसर के तौर पर हुयी । अभी वर्तमान में ये RAF में सेकेण्ड इन कमांडेंट के तौर पर कार्यरत हैं जो CRPF का ही एक विशिष्ट भाग है ।अभी अश्वनी झा झाड़खंड के जमशेदपुर में तैनात हैं ।
अश्वनी की उपलब्धियां स्कूल के दिनों में और विश्वविद्यालय स्तर पर क्विज,अंतराक्षरी और कई प्रतियोगिता में अश्वनी झा ने प्रथम स्थान प्राप्त किया था ।बीते साल इन्होनें एक राष्ट्रीय पुरुष्कार जीता जिसमें अलका याग्निक,सुगंधा मिश्रा जैसी हस्ती भी शामिल थी ।बीते वर्ष अगस्त माह में इन्होनें ली मेरीडियन में मिथिला का लब्ध प्रतिष्ठित सम्मान "अटल मिथिला सम्मान" पाया ।इस सम्मान को पाने वालों में बिन्देश्वर पाठक,शारदा सिन्हा,उदित नारायण, प्रभात झा और पप्पू यादव जैसी हस्ती शामिल थी  ।इसके अलावे अश्वनी झा को केंद्र सरकार के युथ अफेयर्स मंत्रालय के द्वारा समर्थित राष्ट्रीय स्काउट्स और गाईड्स संगठन के द्वारा एक्ससाइलेन्स अवार्ड के लिए चुना गया ।यह अवार्ड श्री झा को बीते कल यानि 22 फ़रवरी को जम्मू और कश्मीर के महामहिम राज्यपाल एन.एन. वोहरा के हाथों मिला ।
अश्वनी झा की विदुषी पत्नी ऋतू झा बिहार के सहरसा जिले के बघवा गाँव की रहने वाली है ।ऋतू की शिक्षा--दीक्षा हावड़ा,पश्चिम बंगाल से हुयी । अश्वनी और ऋतू की शादी बड़े धूमधाम से वर्ष 2005 में हुयी ।ऋतू पहले दूरदर्शन में न्यूज एंकर थी ।उसने कई नामचीन हस्तियों का खूबसूरत अंदाज और नायाब सलीके से इंटरव्यू किया था जिससे उनकी एक अलग पहचान बनी ।ऋतू ने एक काव्य संग्रह भी लिखा है जिसका नाम "तरंग" है ।इस काव्य संग्रह में समाज और समकालीन मुद्दों को फोकस किया गया है ।ऋतू फिलवक्त जमशेदपुर आकाशवाणी में उद्घोषिका है ।अश्वनी और ऋतू को एक बिटिया है ।
अश्वनी और ऋतू यूँ तो बिहार के रहने वाले हैं लेकिन उनके सुखद दाम्पत्य जीवन की मिशाल झाड़खंड में दी जाती है ।हमने घंटों इस दम्पति के साथ गुजारे और उनकी जीवन शैली और आचार--व्यवहार को सिद्दत से टटोला ।दोनों समवेत बताते हैं की वे पति --पत्नी नौकरी में है लेकिन आजतक उनके वैवाहिक जीवन में कभी क्लेश नहीं आया । किसी बात को लेकर किच--किच और झिक--झिक नहीं हुयी ।उनके रिश्ते की गर्माहट कम होने के बजाय अनवरत बढ़ती ही जा रही है ।
आपसी प्रेम, भरोसा,उम्मीद,विश्वास,निष्ठा,समर्पण,त्याग और अंडरस्टेंडिंग की वजह से उनके दाम्पत्य जीवन में कभी कोई शोर नहीं हुआ ।आस--पड़ोस के लोगों से भी हमने इस दम्पति के बारे में जानना चाहा । सभी ने समवेत यही कहा की सफल और सुखद दाम्पत्य जीवन की मिशाल देखनी हो तो अश्वनी और ऋतू से मिलिए ।वाकई हम तो बहुत गद्गद् हुए इस अनमोल और बेनजीर जोड़े को देखकर । अश्वनी और ऋतू को देश और समाज की खातिर बहुत कुछ करने की ख्वाहिश है ।हमें भी उनके वृहत्तर कृत्यों और आसमानी स्पंदन का इन्तजार रहेगा ।आखिर में हम ताल ठोंक कर कहते हैं की सुखद,मनोरम,खुशियों तर,सफल और आदर्श दाम्पत्य जीवन की अश्वनी और ऋतू एक मिशाल है जिससे देश के दम्पतियों को सापेक्ष सीख लेनी चाहिए ।

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अपनी बात---थोड़ी भावनाओं की तासीर,थोड़ी दिल की रजामंदी और थोड़ी जिस्मानी धधक वाली मुहब्बत कई शाख पर बैठती है ।लेकिन रूहानी मुहब्बत ना केवल एक जगह काबिज और कायम रहती है बल्कि ताउम्र उसी इक शख्सियत के संग कुलाचें भरती है ।