सितंबर 05, 2016

बाप का फरमान, जेहादी बन जा बेटे (सुपौल)

पाकिस्तान के लिए लड़ोगे तो रूपये भी मिलेंगे और जन्नत भी......
एक बेटा अपने बाप पर आतंकी बनाने का लगा रहा आरोप.......
बिहार में आतंकी बनाने के मिल रहे हैं संकेत..........
खुफिया एजेंसियों के लिए एक बड़ी चुनौती.......
बिहार के सुपौल से लेकर मुंगेर तक तार जुड़े होने की आशंका.......
मुकेश कुमार सिंह की सनसनीखेज रिपोर्ट----
हम जो सच अपने पाठकों को बताने जा रहे हैं वह एक बेटे की जुबानी बताने जा रहे हैं । एक बेटे ने अपने पिता पर एक ऐसा गंभीर आरोप लगाया है की जिसे सुनकर आप ना केवल हैरान हो जाएंगे बल्कि आपके पाँव के नीचे की जमीन ही खिसक जायेगी । सुपौल जिला मुख्यालय के वार्ड संख्यां  5 के रहने वाले राजाउद्दीन ने अपने पिता शाहबुद्दीन पर उसे आतंकवादी बनाने का दबाब डालने का बेहद गंभीर और संगीन आरोप लगाया है । बेटे ने ना केवल मौखिक आरोप लगाया है बल्कि थाना पहुँच कर शिकायत भी की है । 
उसने थाने में दिए अपने आवेदन में कहा है की उसे कश्मीर का जेहादी बनाकर पाकिस्तान के लिए काम करवाने की कोशिश की जा रही है । आतंकी बनाने को लेकर उसपर और उसकी पत्नी पर उसके पिता तरह--तरह के जुल्म ढां रहे हैं ।वे अब जुल्म सहने की स्थिति में नहीं हैं । राजाउद्दीन शहर के वार्ड नंबर 05 के डकहीघाट मोहल्ले का रहने वाला है ।इसका बेहद गंभीर आरोप है की इसके पिता लालची मौलवी हैं जो मुंगेर जिले में मदरसा में रह कर चन्दा करते हैं ।
बेटे राजाउद्दीन का कहना है की मेरे पिता ना केवल कट्टरपंथी हैं बल्कि बहुत ही लालची किस्म के इंसान भी हैं ।वे लालच में कुछ भी कर और करवा सकते हैं । मुंगेर में भी वे मुस्लिम भाईयों में जहर का बीज बो रहे हैं । राजाउद्दीन आगे बताता है की मुझे मेरी शादी के बाद से ही वे कहने लगे की तुम्हे कश्मीर जाना है । पाकिस्तानी मुस्लमान के लिए तुम्हे मुजाहिद्दीन बनना या आतंकी बनना है । इसके लिए तुम्हें ढ़ेर सारे रूपये मिलेंगे और तुम जन्नती बन जाओगे ।तुम्हें इतने सारे पैसे मिलेंगे जिससे तुम्हारा सारा परिवार अपनी सारी जिंदगी ऐश करेगा । लेकिन जब इस फरमान को उसने मानने से इंकार किया तो उसे परिवार से निकाल दिया गया है ।वह और उसकी पत्नी को घर से निकाल कर एक छोटे से कोने में रहने के लिए दिया गया है । 
उसकी पत्नी और उसपर पिता और भाई दोनों मिलकर जुल्म ढ़ा रहे हैं ।हमने राजउद्दीन के पुलिस को दिए आवेदन को देखा--परखा और उससे घंटों बातें की ।फिर हम उसके घर पहुंचे जहां उसकी पत्नी वजीफा खातुन से भी बात की ।उसका भी कहना है की उसके श्वसुर और उसके पति के भाई दोनों मिलकर उसके शौहर को आतंकी बनाना चाहते हैं ।पिता और भाई की बात नहीं मानने के बाद उसके साथ मारपीट भी की जाती है ।वे सभी काफी डरे--सहमे हैं ।उन्हें  इन्साफ चाहिए ।वे सभी आमलोगों की तरह जिंदगी जीना चाहते हैं । इधर आरोपी पिता शाहबुद्दीन से भी हमने गंभीरता से बात की ।अपने ऊपर लग रहे तमाम आरोपों को वे ख़ारिज कर रहे हैं और मामले को आपसी विवाद का रंग दे रहे हैं ।
इस गंभीर मसले को लेकर हम सदर थाना पहुंचे और सदर थानाध्यक्ष राम इकबाल यादव से भी  बातचीत की ।इतने गंभीर मसले को वे बेहद हल्के अंदाज में लेते हुए कहा की मामला पारिवारिक विवाद से जुड़ा है और यह विवाद भाईयों और पिता को लेकर है ।वैसे गंभीरता से जांच की जा रही है ।जांच में जो भी निकलकर सामने आएगा,उसी के अनुसार आगे की कार्रवाई होगी ।
हम इस मामले में जज की हैसियत से कोई टिपण्णी नहीं कर रहे हैं लेकिन देश अभी जिस तरह से आतंकवादी गतिविधि से जल रहा है,ऐसे में इस मामले को हल्के में कतई नहीं लिया जाना चाहिए ।राजाउद्दीन ने ना केवल खुद के आतंकी बनाने की कोशिश की बात की है बल्कि उसके पिता मुंगेर में भी गुल खिला रहे हैं,यह भी कहा है । जाहिर तौर पर मसला गंभीर दिख रहा है,इसे आयी--गयी बात की तर्ज पर लेना,किसी बड़े खतरे को न्योता देने के समान है ।
सबसे अहम बात यह है की सुपौल जिले से नेपाल की खुली सीमा लगी हुयी है । नेपाल की तरफ से कोसी और सीमांचल इलाके में आतंकी के घुसपैठ के पहले कई पुख्ता प्रमाण भी मिले हैं ।इसके बाद दरभंगा और झारखंड से आतंकवादी की पूर्व में हुयी गिरफ्तारी,कई तरह की शंकाओं को जन्म दे रहा है ।अभी कश्मीर घाटी में सेना के जवान और वहाँ की पुलिस को आतंकवादियों ने निशाने पर ले रखा है । 
आतंकी रोज नए--नए शगूफे छोड़ रहे हैं । ऐसे में राजाउद्दीन के मामले को गंभीरता से लिया जाना चाहिए और बड़ी जांच एजेंसी से जांच कराकर पुरे मामले को बेपर्दा करना चाहिए ।वैसे हमारे यहां घटना के बाद जागने की आदत है ।कहीं देर ना हो जाए....कहीं देर ना हो जाए... जागो सरकार जागो...हम तो तन्त्र और सरकार को बस खबरदार भर कर सकते हैं ।हमने अपना फर्ज बाखूबी निभा दिया है ।आगे देखना यह बेहद जरुरी है की जिनके जिम्मे यह मामला है ।वे इस मामले का खुलासा कैसे और क्या करते है ?

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें


THANKS FOR YOURS COMMENTS.

*अपनी बात*

अपनी बात---थोड़ी भावनाओं की तासीर,थोड़ी दिल की रजामंदी और थोड़ी जिस्मानी धधक वाली मुहब्बत कई शाख पर बैठती है ।लेकिन रूहानी मुहब्बत ना केवल एक जगह काबिज और कायम रहती है बल्कि ताउम्र उसी इक शख्सियत के संग कुलाचें भरती है ।