अप्रैल 30, 2013

महाविद्यालय में अनिश्चितकालीन धरना और तालाबंदी


सहरसा टाइम्स: आज राजकीय शिक्षक प्रशिक्षण महाविद्यालय में जीव विज्ञान के चयनित छात्र---छात्राओं ने उनके अभीतक महाविद्यालय में नामांकन नहीं किये जाने को लेकर ना केवल जमकर बबाल काटे बल्कि महाविद्यालय में तालाबंदी कर अनिश्चितकालीन धरने पर भी बैठ गए।इस धरना और तालाबंदी में खास बात यह भी रही की कौंग्रेस के छात्र संगठन NSUI,छात्र राजद और AISF के छात्र नेताओं ने भी इसमें ना केवल बढ़---चढ़कर हिस्सा लिया बल्कि महाविद्यालय में तालाबंदी और धरने पर बैठने में वे ही सबसे आगे थे।बारह बजे से महाविद्यालय में हंगामा शुरू हुआ जो दोपहर बाद तीन बजे तक अनवरत चलता रहा।
छात्र नेताओं ने यहाँ पर ना केवल जमकर बबाल किये बल्कि इस दौरान छात्र नेताओं ने प्रभारी प्राचार्य से वार्ता भी की लेकिन उसका तत्काल कोई भी फलाफल नहीं आया।करीब तीन घंटे तक प्राभारी प्राचार्य को इनलोगों ने बंधक बनाकर रखा।यही नहीं ये प्रदर्शनकारी छात्र नेता प्राचार्य पर घूसखोरी सहित कई गंभीर आरोप भी लगाए। महाविद्यालय के प्रभारी प्राचार्य डॉक्टर राणा जयराम सिंह का कहना है की जीव विज्ञान में एक चयनित बच्ची की वजह से अड़चन आ गयी है जिसका चयन एक अन्य संकाय में भी है।उन्होनें राज्य मुख्यालय में बैठे विभाग के निदेशक को इस बाबत पत्र प्रेषित कर दिशा निर्देश माँगा है।जैसे ही दिशा निर्देश मिलता है सभी चयनित छात्र--छात्राओं का नामांकन हो जाएगा।
आज पुरे दिन महाविद्यालय में तालाबंदी की वजह से पूरा काम--काज ठप्प रहा।इन छात्र--छात्राओं की जिद को देखकर लगता है की महाविद्यालय में कल भी तालाबंदी रहेगी और किसी तरह का काम--काज यहाँ पर नहीं होगा।ऐसे में विभाग से तत्क्षण निर्देश प्राप्त कर जो न्याय सम्मत है उसे कर लिया जाना चाहिए।जाहिर तौर पर सभी विषयों की पढ़ाई शुरू हो गयी हो और सिर्फ एक विषय की पढाई बंद हो तो इन चयनित छात्र--छात्राओं में कोफ़्त होना और उनका बौखलाना लाजिमी है।

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अपनी बात---थोड़ी भावनाओं की तासीर,थोड़ी दिल की रजामंदी और थोड़ी जिस्मानी धधक वाली मुहब्बत कई शाख पर बैठती है ।लेकिन रूहानी मुहब्बत ना केवल एक जगह काबिज और कायम रहती है बल्कि ताउम्र उसी इक शख्सियत के संग कुलाचें भरती है ।