अगस्त 28, 2016

मुजफ्फरपुर में एबीवीपी नेता को सरेआम मारी गोली, विरोध में जल रहा जिला...

गुंडे--मवालियों की चल रही समानांतर सरकार.......

पुलिस और कानून पर बारूद भारी.........

ठांय--ठांय से दहला मुजफ्फरपुर .......
सुशासन में अपराधी लगा रहे जयकारे..... 
मुजफ्फरपुर से मुकेश कुमार सिंह की दो टूक----  बिहार में जंगल राज है की मंगल राज,इसपर रायशुमारी जरुरी है ।कोई दिन ऐसा नहीं है जिस दिन सूबे में गोलीबारी, लूट, छिनतई या फिर संगीन वारदात की सूचना ना आती हो ।एसी कमरे में बैठकर फाइलों के मुआयने भर से अपराध पर लगाम लगना मुश्किल है ।
अपराधियों ने आज रविवार की सुबह अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी) के प्रदेश छात्र नेता केसरी नंदन शर्मा को सरेआम गोली मार दी ।घटना से विद्यार्थी परिषद के कार्यकर्ता और ग्रामीण बेहद आक्रोशित हो गए ।उन्होंने सड़कों पर जमकर उत्पात मचाया ।जानकारी के अनुसार विद्यार्थी परिषद के नेता केसरी नंदन शर्मा कांटी थाना अंतर्गत सिरसिया गांव में अपने घर पर बैठे थे,उसी समय पल्सर मोटरसाईकिल पर सवार अज्ञात अपराधी वहां पहुंचे और ताबड़तोड़ फायरिंग शुरू कर दी ।इस फायरिंग  से छात्र नेता गंभीर रूप से जख्मी हो गए । बुरी तरह घायल छात्र नेता को परिजनों ने आनन-फानन में ईलाज के लिए निजी नर्सिंग होम में भर्ती कराया है ।
छात्र नेता की हालत गंभीर बतायी जा रही है ।छात्र नेता को गोली दाहिने हाथ में लगी है । दो गोली लगने की बात बतायी जा रही है ।खून काफी बह चुका है, इसलिए स्थिति बेहद गंभीर बतायी जा रही है ।  
मुजफ्फरपुर के बैरिया गोलंबर स्थित एक निजी अस्पताल में गंभीर रुप से घायल छात्र नेता की चिकित्सा की जा रही है ।घटना की जानकारी मिलने के बाद विद्यार्थी परिषद के कार्यकर्ता आक्रोशित हो गए ।उनके साथ स्थानीय लोग भी आ मिले ।भीड़ ने मुजफ्फरपुर के चांदनी चौक को जाम कर सड़कों पर जमकर आगजनी की ।
मौके पर पहुंचे पुलिस अधिकारियों के समझाने और अपराधियों की जल्द गिरफ्तारी के आश्वासन पर भीड़ ने जाम को खत्म किया । देखते ही देखते एबीवीपी नेता पर गोलीबारी की खबर पूरे बिहार में फैल गयी । अब प्रदेश भर के एबीवीपी नेताओं का मुजफ्फरपुर पहुंचना शुरु हो गया है ।
एबीवीपी के तेवर को देख ऐसा लग रहा है की सूबे में बिगड़ती कानून-व्यवस्था के खिलाफ हो ना हो आगे छात्र सड़क पर उतर कर जोरदार आंदोलन करें ।
इस घटना ने इतना तो साफ़ कर दिया है की अपराधियों के हौसले बुलंद हैं । पीसी करके अपराधियों पर लगाम लगाना नामुमकिन है ।बिहार के हालिया माहौल से यह जाहिर हो रहा है की अपराधी पुलिस पर भारी पर रहे हैं । एकं दल दूसरे दल पर आरोप--प्रत्यारोप को छोड़कर अपराधियों से कैसे निजात मिले,इसपर मिल--बैठकर काम करें ।सत्ता सुख की आड़ में आखिर जनता की बलि कबतक लेते रहेंगे ।जनता को जनार्दन बताकर ठगने वाले नेताओं,अब तो कुछ शर्म करो और जनता सुरक्षित रह सके,इसकी जुगत करो ।

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अपनी बात---थोड़ी भावनाओं की तासीर,थोड़ी दिल की रजामंदी और थोड़ी जिस्मानी धधक वाली मुहब्बत कई शाख पर बैठती है ।लेकिन रूहानी मुहब्बत ना केवल एक जगह काबिज और कायम रहती है बल्कि ताउम्र उसी इक शख्सियत के संग कुलाचें भरती है ।