बिहार में एक साथ 52 इंटर कॉलेजों की मान्यता हुयी रद्द............
कई और कॉलेजों पर लटकी है तलवार ........
पटना से मुकेश कुमार सिंह : बिहार में इस साल अंतर स्नातक परीक्षा के रिजल्ट घोटाला में फर्जी तरीके से टॉपर बनाने के मामले के उजागर होने के बाद जांच समिति की जाँच पर खड़े नहीं उतरने वाले राज्य के 52 इंटर स्तरीय कॉलेजों की मान्यता रद्द कर दी गयी है । जांच कमिटी के द्वारा जांच के दौरान कारण बताओ नोटिस का इन कॉलेजों से या तो जवाब नहीं मिला या फिर जो जबाब कॉलेज से मिला,वह जवाब संतोषजनक नहीं था । बोर्ड सूत्रों ने बताया की बिहार विद्यालय परीक्षा समिति के अध्यक्ष आनंद किशोर ने इस आशय के आदेश पर हस्ताक्षर कर दिए हैं ।अभी और कई कॉलेजों की जांच चल रही है ।
जाहिर तौर पर जिस पैमाने पर फर्जीवाड़ा हुआ है,उससे यह लगता है की कई और कॉलेजों पर कार्रवाई की तलवार लटक रही है । इन तमाम प्रकरण में हम खुले सफे से यह कहना चाहते हैं की बिहार में टॉपर्स घोटाले का यह खेल महज दो चार वर्षों से नहीं चल रहा है ।दशकों पुराना इसका इतिहास है ।फर्जीवाड़े का ग्राफ जितना बड़ा है,उस लिहाज से कार्रवाई बेहद बौनी है ।इसी फर्जी डिग्री पर कई उस्ताद ऊँचे पद पर बने अभी हुक्म बजा रहे होंगे ।अगर ईमानदारी से इस घोटाले का खुलासा किया जाए तो कई रिटायर्ड अधिकारी और कई मृत अधिकारी भी निकलेंगे,जो फर्जी टॉपर बनकर अपनी सेवा से मेवा खा चुके हैं ।
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