भिखारी ठाकुर यानि भोजपुरी के भारतेंदु. भोजपुरी के शेक्सपीयर.एगो कवि,एगो गीतकार, नाटककार,नाट्य निर्देशक,कुल मिलाके एगो अईसन इंसान जे जीते जी विभूति बन गईलें ।गवना कराई सैंया घर बइठलवे से... /अपने लोभवले परदेस रे बिदेसिया...... /हमरा बलमु जी के बड़ी -बड़ी अँखियाँ से .../चोखे -चोखे बाड़े नयना कोरे रे बटोहिया.... जईसन गीत के रचयिता भिखारी ठाकुर के आज 45 वां पुण्यतिथि (10 जुलाई, 1971)बडुए । बिदेसिया,गबरघिचोर, बेटी बेचवा, विधवा विलाप जइसन नाटक के माध्यम से इहां के समाज में फईलल कुरीति के उजागर कईनीं और समाज के जगावे के प्रयास । उहे महान आत्मा के आज पुण्यतिथि बा । तमाम भोजपुरी भाषा भाषी लोगन की ओर से भिखारी ठाकुर जी के श्रद्धांजलि अर्पित बा.......
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