कृष्णमोहन सोनी की रिपोर्ट:- सहरसा में अपराधियों की फिर गरजी बंदूक.इलाके में अपराधियों के द्धारा खेली जा रही है खून की होली.पिछले दिनों पंचवटी चौक के एक व्यवसायी सुनील गुप्ता की हत्या को लेकर जिला मुख्यालय के लोगों ने लामबंद होकर सहरसा बंद कर विरोध जताया था इस दिशा में पुलिस कुछ
युवको को हिरासत में लेकर छानबीन में जुटी हुई थी. लेकिन अपराधियों ने फिर
से पुलिस को एक और चुनौती देते हुए उसे एक काम अलग से सौंप दिया है …………
मृतक पूर्व मुखिया गोपाल यादव |
सदर थाना क्षेत्र के पटुआहा में बीती रात अपराधियों के द्धारा पूर्व मुखिया गोपाल यादव की गोली मार कर हत्या कर दी गयी. मिली जानकारी के मुताबिक पूर्व मुखिया भोज खाकर
वापस अपने घर लौट रहे थे. इसी क्रम में घात लगाये अपराधियों ने उन्हें गोली मार
दी और आराम से भाग निकले.मृतक मुखिया की पत्नी सुनीता देवी ने बताया की उनके पति शाम चार बजे ही अपने चिमनी
पर गये थे.जहां से वे गांव के ही एक व्यक्ति के यहां भोज खाने चले गये थे.घर
लौटने के क्रम में अपराधियों ने महादेव स्थान के समीप गोली मार दी.स्थानीय लोगो की मदद से जख्मी गोपाल को सदर
अस्पताल पहुंचाया गया.लेकिन डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया.मृतक की पत्नी
ने बताया कि बीते दो जनवरी को भी गोपाल यादव पर जानलेवा हमला किया गया था. अपराधियों
ने मृतक मुखिया के शरीर में सात गोली मारी जिसमें
चार गोली पेट, दो गोली जांघ व एक गोली उनकी गर्दन में लगी थी. स्थानीय लोगों
ने बताया की इसके अलावा कई राउंड हवाई फायरिंग भी की गयी थी.
शहर में
अपराधियों द्धारा बदस्तूर जारी हत्या के खेल को लेकर शहरवासी दहशतजदा
है. अपराध की घटनाओं पर अंकुश लगाने के लिए पुलिस जहां कागजी तौर पर तफ्तीश में जुटी हुई
है वहीँ अपराधी शहर में लगातार बड़ी घटनाओं का अंजामदेकर उड़न छू हो रहे हैं.कहना लाजिमी है की इस इलाके की पुलिस पर अपराधी सौ फीसदी भारी हैं.
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