रिपोर्ट सहरसा टाईम्स: मनरेगा
मजदूरों सहित तमाम मजदूरों को ससमय काम मिले और उन्हें काम के बदले उचित
मजदूरी मिले इसके लिए आज पुरे बिहार में विभिन्य मजदूर संघठनों के साथ
मिलकर माले धरना--प्रदर्शन और चक्का जाम कर रहा है। मनरेगा कर्मी आंदोलित होकर
अपनी मांगों के लिए नारेबाजी कर रहे हैं।इनका कहना है की एक तो सरकार
उन्हें साल में कम से कम सौ दिन काम दे और न्यूनतम तय मजदूरी 168 रूपये का
उन्हें भुगतान करे। इसी कड़ी में आज सहरसा
में माले कार्यकर्ताओं ने विभिन्य मजदूर संघठनों के साथ मिलकर पहले तो
सरकार के खिलाफ विरोध मार्च निकालकर सड़कों पर घूम-घूमकर की खूब नारेबाजी की
फिर उसके बाद जिला मुख्यालय के गंगजला चौक स्थित रेलवे गुमटी को जामकर
सहरसा से सुपौल मार्ग के रेल परिचालन को घंटों ठप्प कर दिया।
अभी सरकार उन्हें महज 148 रूपये दे रही है।इनका यह भी
कहना है की काम नहीं मिलने की स्थिति में सरकार से उन्हें बेरोजगारी भत्ता
मिले।इस
चक्का जाम और आन्दोलन का सरकार पर कितना असर होता है और सरकार इन मजदूरों
की कितनी सुधि लेती है,आगे देखने वाली बात होगी।
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