एक मोहल्ले की जानलेवा सड़क को लेकर लोगों का फूटा गुस्सा
रिपोर्ट सहरसा टाइम्स: बीते दस
वर्षों से एक अदद बेहतर सड़क के लिए तरसते और जानलेवा बनी सड़क से
लगातार हादसों के शिकार होते रहने वाले सदर थाना के अनुराग गली के सैंकड़ों
परिवारों ने एक साथ हल्ला बोला और जिला मुख्यालय के सबसे महत्वपूर्ण
डी.बी.रोड को बांस की टाटी और बांस--बल्ले से घेराबंदी करके जाम लगा
दिया। इस जाम से यातायात पूरी तरह से ना केवल बाधित हो गया
बल्कि आमलोगों के जीवन की रफ़्तार एक तरह से थक सी गयी।सहरसा के डी.एम सतीश
चन्द्र झा किसी मीटिंग में व्यस्त थे और सुचना के बाबजूद वे तत्क्षण मौके
पर नहीं पहुँच सके।
डी.बी.रोड
और गांधी पथ को जोड़ने वाली इस अनुराग गली से गुजरें,ज़रा संभल के।क्योंकि
ना जाने कितने अपने हाथ--पांव तुड्वा चुके हैं।नोट में लिखा हुआ है की रात
में ना ही गुजरें।निवेदक में पीड़ित संघ का जिक्र है।यह सारा ताम--झाम यह
जाहिर करने के लिए काफी है की लोग लम्बे समय से पीड़ित और परेशान हैं।इस गली
में सैकड़ों रसूखदारों के परिवार बसते हैं जिन्हें मुक्ति की दरकार है।इस
मोहल्ले के लोग बताते हैं की अबतक इस गली में सैंकड़ों लोग दुर्घटना ग्रस्त
होकर अपना हाथ--पैर तुड्वा चुके हैं।अब वे आजिज आ चुके हैं।जब कोई रास्ता
नहीं बचा तो आज इनलोगों ने जाम किया।आप भी देखिये इस गली की सड़क का
नजारा।देखिये नाला के मेनहोल के लगभग सारे चेंबर या तो खुले हैं या फिर
क्षतिग्रस्त हैं।रात की बात तो छोडिये यहाँ दिन में सुरक्षित गुजरना
मुमकिन नहीं है।
दोपहर बाद करीब तीन बजे डी.एम सतीश चन्द्र झा जाम स्थल
पर पहुंचे और खुद से उस जानलेवा गली का मुआयना किया।डी.एम इस गली
का नजारा देखकर ना केवल भौचक हुए बल्कि नगर परिषद् पर कई सवाल भी खड़े
किये।डी.एम ने गली से गुजरने वाले परिवारों को आश्वस्त किया की अतिशीघ्र ना
केवल गली की सड़क को दुरुस्त किया जाएगा बल्कि गली का नाला जो बीच सड़क होकर
गुजरती है उसके लिए तकनीकी इंतजाम भी किये जायेंगे। आखिरकार यह जाम साढ़े
तीन बजे दिन में खत्म कराया जा सका। इनके भरोसे के बाद लोगों ने जाम को खत्म
किया।लोगों के आक्रोश को इन्होनें बिल्कुल जायज ठहराया।
इस गली की सड़क महज एक
बानगी है।जिला मुख्यालय में ऐसी कई सड़कें हैं जो विगत कई वर्षों
से जानलेवा बनी लोगों को लीलने का न्योता दे रही है।
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