रिपोर्ट चन्दन सिंह: केन्द्रीय चयन पर्षद पटना के द्वारा आज पुरे बिहार में आयोजित
हुयी सिपाही भर्ती लिखित परीक्षा में एक तरफ जहां गेटिंग--सेटिंग और कदाचार
का बोलबाला रहा वही कई फर्जी परीक्षार्थी और फर्जी वीक्षक भी दबोचे
गए। सहरसा में भी ऐसे ही दो मुन्ना भाई दबोचे गए। एक मुन्ना भाई अपने मौसरे
भाई की जगह परीक्षा में शामिल हो कांपी पर अपने जौहर दिखा रहा था तो दुसरा
मुन्ना भाई वीक्षक बनकर अपने संपर्क के परीक्षार्थियों की नैया पार लगाने
में जुटा था। धर्मेन्द्र कुमार वीक्षक की भूमिका में तो नीरज कुमार
परीक्षार्थी की भूमिका में रंगे हाथ दबोचे गए। ये दोनों सहरसा के इवनिंग
कॉलेज से गिरफ्तार किये गए। इस तरह के कदाचार से बिहार में आयोजित होने वाले कई परीक्षा को रद्द तो कर
दिया जाता है लेकिन जो विद्यार्थी कड़ी मेहनत कर के सफलता को प्राप्त करना
चाहता है उस विद्यार्थी के लिए यह दुर्भाग्य है। सहरसा जैसे परीक्षा केंद्र
पर इस तरह की घटना को अंजाम देनेवाले ये मुन्ना भाई यंहा के विधि व्यवस्था
को अंगूठा दिखा रहा है।गिरफ्त में आये ये दोनों मुन्ना भाई पटना के
रहने वाले हैं। पुलिस अधिकारी का कहना है की इनपर विधि सम्मत कारवाई की
जायेगी।
थोड़े से लालच में लोग अपने भविष्य को दाँव पर लगा देते हैं। ना जाने फर्जीवाड़े के इस जड़वत खेल से कब निजात मिलेगी।
थोड़े से लालच में लोग अपने भविष्य को दाँव पर लगा देते हैं। ना जाने फर्जीवाड़े के इस जड़वत खेल से कब निजात मिलेगी।
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