रिपोर्ट चन्दन सिंह आज सुबह जिले के सिमरी बख्तियारपुर थाना के रंगीनिया गाँव के समीप एक खेत में एक 18 वर्षीय अज्ञात युवती की लाश देखते ही पूरे इलाके में सनसनी फैल गयी.आनन्--फानन में इस घटना की सूचना पुलिस को दी गयी.पुलिस ने लाश को कब्जे में लेकर जहां पोस्टमार्टम के लिए उसे सदर अस्पताल सहरसा भेज दिया वहीँ गहराई से तफ्तीश में जुट गयी है.बताया जा रहा है की बीती रात किसी ने पहले उसकी अस्मत उतारी फिर उसकी इहलीला ही खत्म कर डाली.अब पुलिस को पहले यह जानना जरुरी है की यह अज्ञात लड़की कौन है और कहाँ की रहने वाली है.आगे पुलिस के लिए यह जानना भी जरुरी है की ह्त्या से पूर्व इसके साथ कहीं सामूहिक दुष्कर्म तो नहीं हुआ.इन बातों का खुलासा तो पोस्टमार्टम रिपोर्ट से हो जाएगा लेकिन बड़ा सवाल तो यह है की जिश्म की भूख मिटाने के लिए क्या अब इंसानी जान की कोई कीमत नहीं रही.
पोस्टमार्टम के लिए सदर अस्पताल लायी गयी यह अभागी बच्ची कहाँ की रहने वाली है और इसकी जिन्दगी किसने लील ली,इसके जबाब अभी तलाशने हैं.पोस्टमार्टम करने वाले डॉक्टर भी इस ह्त्या को बेरहमी से हुई ह्त्या बता रहे हैं.दुष्कर्म को लेकर इन्होनें कुछ भी नहीं बताया,बस इतनी जानकारी अवश्य दी की पोस्टमार्टम रिपोर्ट कल दिया जाएगा जिसमे सारे सच उकेरे होंगे. नारी देह अभिशप्त तो नहीं.देह की भूख ने एक मासूम को असमय इस दुनिया से विदा करा दिया.अब पुलिस की तफ्तीश में आगे क्या कुछ निकलकर सामने आता है और दोषियों तक पुलिस कैसे और कितने समय झोंककर पहुँचती है,इसे देखना बांकी है.वैसे जाने वाली जा चुकी है.जीते जी इसके साथ भला नहीं हो सका तो आगे कौन सा इन्साफ इसे जिन्दा कर देगा.यह खौफनाक और दर्दनाक वाकया अब भूली--बिसरी कहानी की तरह है.
पोस्टमार्टम के लिए सदर अस्पताल लायी गयी यह अभागी बच्ची कहाँ की रहने वाली है और इसकी जिन्दगी किसने लील ली,इसके जबाब अभी तलाशने हैं.पोस्टमार्टम करने वाले डॉक्टर भी इस ह्त्या को बेरहमी से हुई ह्त्या बता रहे हैं.दुष्कर्म को लेकर इन्होनें कुछ भी नहीं बताया,बस इतनी जानकारी अवश्य दी की पोस्टमार्टम रिपोर्ट कल दिया जाएगा जिसमे सारे सच उकेरे होंगे. नारी देह अभिशप्त तो नहीं.देह की भूख ने एक मासूम को असमय इस दुनिया से विदा करा दिया.अब पुलिस की तफ्तीश में आगे क्या कुछ निकलकर सामने आता है और दोषियों तक पुलिस कैसे और कितने समय झोंककर पहुँचती है,इसे देखना बांकी है.वैसे जाने वाली जा चुकी है.जीते जी इसके साथ भला नहीं हो सका तो आगे कौन सा इन्साफ इसे जिन्दा कर देगा.यह खौफनाक और दर्दनाक वाकया अब भूली--बिसरी कहानी की तरह है.
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें
THANKS FOR YOURS COMMENTS.