नवंबर 12, 2011

पुलिस अपराधी मुठभेड़

SAHARSA:  12-11-2011
बुधवार की रात करीब साढ़े नौ बजे सदर थाना क्षेत्र के सपटियाही गाँव के सपीप मोटरसाईकिल पर सवार तीन अपराधियों ने पुलिस के रोके जाने पर पुलिस पर अंधाधुन फायरिंग शुरू कर दी.पुलिस ने भी जबाबी कारवाई में फायरिंग की जिसमें एक अपराधी मौके पर ही ढेर हो गया जबकि दो अपराधी भागने में कामयाब हो गए.घटनास्थल पर से पुलिस ने एक नाईन एम.एम का विदेशी पिस्टल,एक देशी पिस्टल,चार जिन्दा कारतूस,तीन खोखे और एक मोटरसाईकिल बरामद किया है.इस मुठभेड़ में सदर एस.डी.पी.ओ राजकुमार कर्ण को बांह में गोली लगी है जिनका सदर अस्पताल में इलाज किया जा रहा है.वे खतरे से बाहर हैं.एस.डी.पी.ओ सुपौल जिले के किसी जगह पर एक अपराधी को दबोचने के लिए दल--बल के साथ जा रहे थे की यह घटना घटी.घटना की सूचना मिलते ही आनन्--फानन में मौके पर पुलिस अधीक्षक मोहम्मद रहमान पहुँचे जिन्होनें कमान अपने हाथों लेते हुए भागे अपराधियों को दबोचने के लिए जिले की सीमा सील करते हुए छापामारी शुरू कर दी है.फिलवक्त मृत अपराधी की पहचान नहीं की जा सकी है
 
यह नजारा है सदर थाना क्षेत्र के मत्स्यगंधा झील और सपटियाही गाँव के समीप का.देखिये पुलिस मुठभेड़ में मार गिराए गए एक अपराधी की लाश यहाँ पड़ी हुई है.रात करीब साढ़े नौ बजे एस.डी.पी.ओ राजकुमार कर्ण,सदर थानाध्यक्ष रविन्द्र यादव,प्रशिक्षु दारोगा चन्दन कुमार सहित पुलिस के कई जवान एक अपराधी को पकड़ने के लिए बगल के जिला सुपौल जा रहे थे.जैसे ही ये घटनास्थल पर पहुँचे की देखा की एक मोटरसाईकिल पर सवार तीन युवक तेजी से जा रहे हैं.एस.डी.पी.ओ ने ओवर टेक करके उनकी गाड़ी को वहाँ रोककर उनकी तलाशी लेनी चाही की इतने में उन मोटरसाईकिल सवारों की तरफ से गोलीबारी होने लगी.सबसे पहले गोली एस.डी.पी.ओ राजकुमार कर्ण के हाथ में लगी. एस.डी पी.ओ ने भी जबाबी कारवाई करते हुए अपने पिस्टल से फायरिंग शुरू कर दी.उसके बाद सुरक्षा गार्डों ने भी फायेंग शुरू कर दी.दोनों तरफ से करीब आधे घंटे तक गोलियां चलती रही.इस दौरान एक अपराधी गोली लगने से वहीँ ढेर हो गया जबकि दो अपराधी रात के अँधेरे और ईख की खेत में छुपते--छुपाते निकल भागे.देखिये यह पड़ी है अपराधी की लाश.उसके बगल में एक विदेशी पिस्टल और एक देशी पिस्टल रखे हुए हैं.कुछ दूरी पर ही जिन्दा कारतूस और खोखे हैं.सड़क किनारे औंधे गिरी यह मोटरसाईकिल अपराधियों की है जिसे छोड़कर दो अपराधी भाग निकले हैं.घटना की सूचना के बाद मौके पर पहुँचे पुलिस अधीक्षक ने जिले की सीमा को सील करते हुए सघन छापामारी शुरू कर दी जिससे भागे अपराधियों को दबोचा जा सके..
बेलगाम अपराध के बीच मुठभेड़ में एक अपराधी का मारा जाना पुलिस के लिए एक बड़ी कामयाबी कही जा सकती है लेकिन सहरसा जिला मुख्यालय या की पूरे जिले भर में मुठभेड़ की यह पहली घटना है जिससे लोग ना केवल सकते में हैं बल्कि बहुत कुछ सोचने पर भी विवश हैं.जाहिर तौर पर यह घटना अपराधियों में दहशत पैदा करेगी जिससे अपराध पर लगाम लगने की संभावना अब बढ़ेगी.आगे इस मुठभेड़ मामले में क्या कुछ निकल कर सामने आएगा,यह देखने वाली बात होगी

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अपनी बात---थोड़ी भावनाओं की तासीर,थोड़ी दिल की रजामंदी और थोड़ी जिस्मानी धधक वाली मुहब्बत कई शाख पर बैठती है ।लेकिन रूहानी मुहब्बत ना केवल एक जगह काबिज और कायम रहती है बल्कि ताउम्र उसी इक शख्सियत के संग कुलाचें भरती है ।