रसूख के सामने कानून हुआ उदार पहले शराब पीने की पुष्टि फिर बात गुटखा खाने की हुयी...
बिहार में कुछ भी हो सकता है साहेब....
दरभंगा से मुकेश कुमार सिंह की खड़ी--खड़ी----- दरभंगा के नगर विधायक संजय सरावगी के छोटे भाई अजय सरावगी को उत्पाद अधीक्षक ने उनके दो अन्य साथियों के साथ एसी कार में बैठकर शराब पीते हुए रंगे हाथों पकड़ लिया था ।कयास यह लगाया जा रहा था की अब उनपर कार्रवाई की जाएगी ।
गिरफ्तार अन्य लोगों में समाहरणालय की विकास शाखा में सहायक के पद पर कार्यरत पंकज कुमार और एलआइसी एजेंट रीतेश कुमार गुप्ता भी शामिल हैं ।इन तीनों को दस-दस हजार के मुचलके पर जमानत पर छोड़े जाने की सूचना है ।
इस संबंध में पूछे जाने पर विधायक संजय सरावगी ने कोई भी प्रतिक्रिया देने से इनकार कर दिया ।
बिहार में कोई भी जादू सम्भव है । विधायक के भाई या कोई रसूखदार शराब पीते पकडे गए तो पहली जांच में शराब निकल सकती है लेकिन आखिरी जांच में गुटखा या फिर किसी लजीज खाने की खुशबू निकलेगी ।बिहार में चमत्कार का खेल जारी है साहेब ।बेदाग़ निकल गए विधायक जी के भाई अपने दो अन्य दोस्तों के साथ ।वाह री दुनिया !वाह रे कानून !
बिहार में कुछ भी हो सकता है साहेब....
दरभंगा से मुकेश कुमार सिंह की खड़ी--खड़ी----- दरभंगा के नगर विधायक संजय सरावगी के छोटे भाई अजय सरावगी को उत्पाद अधीक्षक ने उनके दो अन्य साथियों के साथ एसी कार में बैठकर शराब पीते हुए रंगे हाथों पकड़ लिया था ।कयास यह लगाया जा रहा था की अब उनपर कार्रवाई की जाएगी ।
सूबे में शराबबंदी कानून के उल्लंघन के आरोप में गुरुवार की देर रात पकड़े गए दरभंगा के नगर विधायक संजय सरावगी के छोटे भाई अजय सरावगी और दो अन्य को शुक्रवार को दरभंगा सीजेएम कोर्ट ने जमानत दे दी ।बताया गया है कि कोर्ट में इनकी ओर से दावा किया गया कि इन लोगों ने शराब नहीं पी बल्कि गुटखा खाया था ।जमानत इसी आधार पर दी गई है ।
पहले शराब पीने को लेकर गिरफ्तारी फिर गुटखा खाने के जौहर भरी दलील पर रिहाई,यह मामला पुरे इलाके में चर्चा का विषय बना हुआ है ।गौरतलब है की है कि उत्पाद विभाग की टीम ने गुरुवार की देर रात इन तीनों को एसी कार से पकड़ा था।,तब कहा गया था कि विभाग की जांच में इन लोगों के शराब पीने की पुष्टि भी हुई थी ।विभाग का दावा था कि गुरुवार की रात करीब नौ बजे नगर थाने के हसन चौक के पास से अजय सरावगी सहित तीन लोगों को एसी कार में शराब पीते गिरफ्तार किया गया था ।तलाशी के दौरान कार से शराब की बोतलें और ग्लास भी बरामद किए गए थे ।
उत्पाद अधीक्षक दीनबंधु ने बताया कि उत्पाद विभाग की टीम ने शराब पी रहे तीनों लोगों की ब्रेथ एनालाइजर लगाकर जांच भी की थी ।उत्पाद अधीक्षक ने ब्रेथ एनालाइजर से हुई जांच में तीनों के नशे में होने की पुष्टि भी की थी ।गिरफ्तार अन्य लोगों में समाहरणालय की विकास शाखा में सहायक के पद पर कार्यरत पंकज कुमार और एलआइसी एजेंट रीतेश कुमार गुप्ता भी शामिल हैं ।इन तीनों को दस-दस हजार के मुचलके पर जमानत पर छोड़े जाने की सूचना है ।
इस संबंध में पूछे जाने पर विधायक संजय सरावगी ने कोई भी प्रतिक्रिया देने से इनकार कर दिया ।
बिहार में कोई भी जादू सम्भव है । विधायक के भाई या कोई रसूखदार शराब पीते पकडे गए तो पहली जांच में शराब निकल सकती है लेकिन आखिरी जांच में गुटखा या फिर किसी लजीज खाने की खुशबू निकलेगी ।बिहार में चमत्कार का खेल जारी है साहेब ।बेदाग़ निकल गए विधायक जी के भाई अपने दो अन्य दोस्तों के साथ ।वाह री दुनिया !वाह रे कानून !
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