जून 23, 2016

उपरवाला देता है तो छप्पर फाड़ के देता है.....

लाखों की उगाही में शुमार, सदर थाना पर मेहरबानी की हो रही बरसात ...
तेजस्वी ठाकुर 
सहरसा टाईम्स तेजस्वी ठाकुर की खास रिपोर्ट---- सदर थाना के ऊपर सांसद पप्पू यादव हुए मेहरबान, सांसद योजना राशि से हाे रहा सदर थाना का सौंदर्यीकरण सदर थाना के अच्छे दिन अब आ गए । मधेपुरा के सांसद राजेश रंजन उर्फ़ पप्पू यादव की दोनों हाथ से सदर थाना पर अब कृपा बरसने वाली है । सदर थाना का बेहतर ढंग से सौंदर्यीकरण हो, इसके हम भी पक्षधर हैं लेकिन इससे ज्यादा बेहतर होता की कोसी के पीएमसीएच कहे जाने वाले सदर अस्पताल पर माननीय सांसद की अकूत कृपा बरसती।
कोसी प्रमंडल के तीन जिलों की लगभग पचास लाख की आबादी का प्राणरक्षक है यह सदर अस्पताल ।सांसद महोदय सदर अस्पताल का भी  सौंदर्यकरण होना चाहिए ।अस्पताल में गाड़ियों की पार्किंग की व्यवस्था के साथ-साथ अगर एक बड़ा गार्डन होता जिसमें तरह-तरह के फूल लगे होते तो लोग बहुत ख़ुशी बटोरते ।अस्पताल परिसर के अंदर जमीन की कोई कमी नहीं है बस आपकी पहल और आपकी योजना के इधर मुंह भर करने की देरी है ।

जिस थाने में हर दिन लोगों को बेदर्दी और बेरहमी से लूटा जाता हो वहां खर्च हो रही है सांसद की योजना राशि ? कल तक सांसद भ्रष्ट अधिकारी और घूसखोर पदाधिकारी के खिलाफ स्ट्रिंग ऑपरेशन चला रहे थे और स्टिंग ऑपरेशन करने वाले युवकों को वे पुरस्कृत भी करते थे । पुरस्कार स्वरूप  20,000 हजार और 25000 हजार रूपये देने की घोषणा माननीय सांसद ने कई बार खुले मंच से भी की है । सदर थाने के ऊपर आखिरकार इतनी मेहरबानी क्यों दिखा रहे हैं सांसद राजेश रंजन उर्फ पप्पू यादव ? सदर थाना तो पैसे उगाही का केंद्र स्थल है । अगर इस जगह का सौंदर्यीकरण हुआ तो फिर बेचारी जनता को उसका टैक्स भी अलग से भरना होगा । साक्षात यमराज बैठते हैं थाने में । जहां लाश की जेब भी महफूज ना हो, वहाँ का सौदर्यीकरण करवा रहे हैं सांसद महोदय ? 


अगर कोसी के पीएमसीएच कहे जाने वाले सदर अस्पताल का सौंदर्यकरण हो तो, यहां आने वाले गरीब मरीजों का खूब भला होगा ।सदर अस्पताल परिसर में गाड़ियों की पार्किंग की व्यवस्था के साथ-साथ एक बड़ा गार्डन हो,जो तरह-तरह के फूल पत्तियों से सजा हुआ हो और बैठने की व्यवस्था हो तो गरीब मरीजों के लिए और आम जनता के लिए इससे बड़ा सुकून का मंजर और क्या हो सकता है ?

सांसद महोदय राजेश रंजन उर्फ पप्पू यादव जी वर्तमान समय में जहां हर दिन लोगों की जेब में हाथ डालकर वसूली की जाती हो, रंगदारी सहित अन्य अपराध पर कोई नियंत्रण ना हो और जहां गरीब जनता न्याय के लिए भटक रही हो,उस जगह का आप सौंदर्यीकरण करवा रहे हैं ? 
आज आमलोगों से सड़कों पर भी रिश्वत मांगी जाती हो और रिश्वत नहीं देने पर थाने से कर दिया जाता हाे बाहर ? क्या ऐसी जगह का सौंदर्यीकरण आवश्यक है ? निरीह,गरीबों के दम से नहीं बल्कि पूंजीपतियों और भूमाफियाओं के इशारों पर चलने वाले सदर थाना में आपके सांसद योजना की राशि का खर्च होना क्या जायज है ? सांसद राजेश रंजन उर्फ पप्पू यादव जैसे नेता की  योजना राशि का उपयोग ऐसी जगह हो जिससे  किसी आम जनता को कोई सरोकार ना हो और ना ही उसका भला होता हो....जहां दबे--कुचले लोगों का सिर्फ शोषण होता हो,उस जगह पर सांसद योजना की योजना राशि का खर्च किया जाना क्या और कितना उचित है ?
सदर अस्पताल का फर्श बना बेड, फोटो अजहर उद्दीन 

सांसद महोदय इतनी मेहरबानी मत दिखाइये । सरकार खुद मेहरबान है अपने पुलिस--प्रशासन पर ।सभी जिले और अनुमंडल में करोड़ों खर्च कर थाना के भवन बनाये गए हैं ।यही नहीं थाने परिसर में ही पुलिस अधिकारियों के लिए चार मंजिला इमारत भी बनाये गए हैं ।सरकार ने सभी थानों को तेज रफ्तार वाली गाड़ियां और मोटरसाइकिल भी दी है .... पुलिस की गिरती साख को नहीं बचा पाना और अधिकार पूर्वक लोगों को लूटा जाना, रिश्वत मांगा जाना इन पुलिस वालों की आदतों में शुमार हो चला है । इनको अब कुछ कहना ही बेकार है ।वैसे सरकार इनकी गिरती छवि को सुधारने के प्रयास में तन--मन और धन से जुटी हुई है ।अन्य सुविधाएं सरकार के द्वारा अलग से इन्हें लगातार दी जा रही हैं ।
सांसद महोदय सदर अस्पताल का आइसीयू बंद है ।आँख के ऑपरेशन के लिए मंगाई गयी लाखों की मशीनें बिना उपयोग किये ही खराब हो रही हैं ।विभिन्य  तरह की जांच और एक्सरे की सुविधा इस अस्पताल में नहीं है ।ऑपरेशन थियेटर सही नहीं है ।ऑपरेशन के औजार भी पुराने हो चले हैं ।पांच एम्बुलेंस खराब पड़े हैं । सदर अस्पताल आज फुट--फुटकर रो रहा है । क्या गरीबों के लिए किसी को फ़िक्र नहीं । सांसद महोदय कम से कम आप तो गरीबों के लिए आगे आईये । जिस अस्पताल से हजारों नहीं बल्कि लाखों लोगों की उम्मीदें टिकी हुयी है, वहाँ का सौदर्यीकरण करवाईये । थाना का सौंदर्यीकरण करवाने से ये खाकी वाले लोगों से रेट हाई करके वसूली करेंगे । आम गरीब--गुरबों पर जजिया कर ना लगे इसके लिए सहरसा की जनता की तरफ से हमारा आपसे विनम्र आग्रह है की सदर थाना की जगह,सदर अस्पताल का सौदर्यीकरण करवाएं ।जनता आपको झोली भर--भर के दुआएं देगी ।

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अपनी बात---थोड़ी भावनाओं की तासीर,थोड़ी दिल की रजामंदी और थोड़ी जिस्मानी धधक वाली मुहब्बत कई शाख पर बैठती है ।लेकिन रूहानी मुहब्बत ना केवल एक जगह काबिज और कायम रहती है बल्कि ताउम्र उसी इक शख्सियत के संग कुलाचें भरती है ।