सहरसा टाईम्स की रिपोर्ट: बिहार की शिक्षा व्य्वस्था हमेशा हास्यास्पद बनी रहती है. यहाँ की डिग्री दुसरे राज्यों में संदेह की दृष्टी से देखी जाती है. मैट्रिक और इन्टर के रिजल्ट्स में शिक्षा विभाग की एक से एक कारनामे सामने आ रहे है. जहाँ एक तरफ सरकार मैट्रिक और इंटर की परीक्षा कदाचार मुक्त कर अपनी सुर्खिया बटोरी वहीं दूसरी तरफ शिक्षा माफियाओं ने शिक्षा विभाग की किरकिरी कर दी.
मैथमेटिक्स रखा और बायोलॉजी में पास |
शिक्षा विभाग की इस कारनामे को देखिये और आप खुद इस बात का आकलन कर सकते है कि मैट्रिक और इंटर का जो कॉपी जाँच हुई है और जो रिजल्ट्स आये है इससे स्टूडेंटस की क्या दुर्गति हुई होगी।
गौरतलब है कि सोनू नाम का स्टूडेंट जो एस.के. बीजीएच. इंटर कॉलेज, सारन से इंटर में फिजिक्स केमेस्ट्री और मैथमेटिक्स रखा था जब रिजल्ट्स निकला तो बोर्ड की मेहरबानी से प्रथम श्रेणी से उत्तीर्ण तो हुआ लेकिन मैथ से नहीं बल्कि बायोलॉजी से डिक्स्टेंसन प्राप्त कर. इस रिजल्ट्स से ये तो साफ जाहिर होता है की आज भी हमारी शिक्षा प्रणाली हास्यास्पद बनी हुई है. सिर्फ एक शिक्षा मंत्री के चाहने से बिहार में कुछ होने वाला नहीं है यहाँ की हर सिस्टम में भ्रष्टाचार दिमक की तरह चाट चूका है.
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