मई 13, 2016

रजिस्ट्रेशन के नाम पर स्कूल में मची लूट.........

बिहार में अभी नौवीं कक्षा के छात्र--छात्राओं का ऑन लाईन रजिस्ट्रेशन हो रहा है । आज सहरसा टाईम्स  इस रजिस्ट्रेशन में मची लूट का एक्सक्लूसिव खुलासा करने जा रहा है ।
 सरकार ने रजिस्ट्रेशन फी 200 रूपये तय किये हैं लेकिन सहरसा के हाई स्कूलों में ढाई सौ से लेकर चार सौ रूपये वसूले जा रहे हैं ।सिस्टम में मची इस लूट का जायजा लिया सहरसा टाईम्स के चीफ एडीटर मुकेश कुमार सिंह ने। 
कहते है चोर के लिए ताला और बेईमान के लिए जमीन का केबाला,कोई मायने नहीं रखता है ।सरकार की घोषणा से ईतर सहरसा में नौवीं कक्षा के छात्र--छात्राओं से अवैद्य वसूली की जा रही है ।गौरतलब है की सरकार ने प्रति छात्र--छात्रा रजिस्ट्रेशन फी 200 रूपये तय किया है लेकिन हर स्कूल अपनी सुविधा के मुताबिक़ वसूली कर रहा है ।सहरसा जिले में 52 हाई स्कूल हैं ।
शहरी क्षेत्र में ढाई सौ से,साढ़े तीन सौ और ग्रामीण इलाके में चार सौ रूपये तक फी के नाम पर वसूले जा रहे हैं ।हमने जिला मुख्यालय के चार स्कूल का जायजा लिया जहां बच्चों से ढाई सौ से लेकर 320 रूपये तक लिए जाने के हमें पुख्ता प्रमाण मिले ।अनुग्रह नारायण सिंह स्कूल के बच्चों ने खुलकर बताया की उनसे तीन सौ से लेकर तीन सौ बीस रूपये तक लिए गए ।
रूपवती कन्या हाई स्कूल और राजकीय कन्या उच्च विद्यालय की बच्चियों ने बताया की उनसे ढाई सौ रूपये लिए गए । तय फी से पचास रूपये ज्यादा इनसे साईबर के खर्चे के नाम पर लिए गए । मनोहर स्कूल के बच्चों ने भी बताया की उनसे ढाई सौ रूपये लिए गए ।
रूपवती कन्या उच्च विद्यालय के प्रिंसिपल योगेन्द्र यादव जी कहते हैं की उनके स्कूल में 200 रूपये ही लिए जाते हैं ।वे जांच करवाते हैं ।किसी बच्ची ने उनसे शिकायत नहीं की है ।वैसे फी वसूलने की जिम्मेवारी उन्होनें वर्ग शिक्षक को सौंपी है । बच्चियों के बयान और इनके बयान पर गौर करें तो यह साफ़ जाहिर हो जाता है की ना केवल दाल में कुछ काला है बल्कि पूरी दाल ही काली है ।
मनोहर स्कूल के प्रिंसिपल नवल किशोर झा का कहना है की उन्हें साईबर में खर्चे हो रहे हैं,इसलिए बच्चों से वे पचास रूपये ज्यादा ले रहे हैं लेकिन इसकी वे रशीद बच्चों को दे रहे हैं और आगे देंगे ।हद बात तो यह जानिये की हमें एक भी बच्चा ऐसा नहीं मिला जिसके पास ढाई सौ की रशीद दी गयी हो ।हमारी मौजूदगी में स्कूल में रशीद देना बंद कर दिया गया ।वैसे 50 रूपये ये ज्यादा ले रहे हैं,तो इनकी यह सफाई है लेकिन जहां 300 और उससे ज्यादा लिए जा रहे हैं,वहाँ क्या हो रहा है ।इनके बॉडी लेंग्वेज से ये साफ़ पता चल रहा है की यहां लूट का खेल चल रहा है
हमने इस गंभीर मसले को लेकर जिला शिक्षा पदाधिकारी अब्दुल खालिक से जबाब--तलब करना चाहा लेकिन वे अपने कक्ष में मौजूद नहीं थे ।वैसे साहब अक्सर इसी तरह से गायब रहते हैं ।हमने वहाँ मौजूद लोगों से इस अधिकारी के बारे में जानना चाहा लेकिन साहब किस दिन आएंगे,यह जानकारी भी किसी ने हमें देना मुनासिब नहीं समझा ।
वैसे सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक़ साहब पटना में हैं और अगले हफ्ते सहरसा आएंगे ।वैसे ऐसे मसले पर अधिकारी हम से बात करने से यूँ भी परहेज करते हैं ।
हमाम में सारे नंगे हैं ।लेकिन यहां तो खुले में लूट का नंगा नाच हो रहा है ।शिक्षा मंत्री इस तस्वीर को देखकर,क्या कोई शख्त कदम उठाएंगे ।या फिर बात जांच और आगे कार्रवाई होगी पर आकर ठहर जायेगी ।गरीब बच्चों के साथ हो रहे इस शोषण पर सरकार क्या कार्रवाई करती है,सहरसा टाईम्स की नजर आगे इसपर बनी रहेगी ।

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें


THANKS FOR YOURS COMMENTS.

*अपनी बात*

अपनी बात---थोड़ी भावनाओं की तासीर,थोड़ी दिल की रजामंदी और थोड़ी जिस्मानी धधक वाली मुहब्बत कई शाख पर बैठती है ।लेकिन रूहानी मुहब्बत ना केवल एक जगह काबिज और कायम रहती है बल्कि ताउम्र उसी इक शख्सियत के संग कुलाचें भरती है ।