कृष्णमोहन सोनी की रिपोर्ट:- कोशी नदी हर
वर्ष अपनी उग्र रूप धारण कर कई गाँवों को अपने आगोश में लेती है मगर
इस
बार पूर्वी कोशी नदी फिर एक बार नए तेवर में दिखने लगी है समय पूर्व ही
कोशी अपना करवट बदलने लगी है. जिससे कोशी तटबंध के अंदर व बाहर बसे लोगो
में हरकंप मचने लगा है. लोग अपने को असुरक्षित महसूस करने लगे है। मिली
जानकारी के मुताविक जिले के नवहट्टा प्रखंड के पूर्वी कोशी तटबंध के 78.60
किलो मीटर स्पर के उत्तरी भाग में कोशी का कटाव जारी हो गया है इस कटाव से
स्थानीय लोग बुरी तरह प्रभावित होने लगे है. कोशी के कटाव से किसानो की
जमीन व फसल नदी के तेज कटाव में विलीन हो रहा है.
इस बावत किसानो ने बताया की इस से कदली, रामपुर, हाटी आदि कई
गाँव बुरी तरह प्रभावित हो रहा है. स्थानीय किसान शमसुल, मोहम्मद आलम, पप्पू सिंह,
सुभाष,
रमेश कुमार आदि ने बताया की करीब 24 एकड़ में लगी फसल कोशी के कटाव से
बर्वाद हुआ है लोगों ने बताया की इस दिशा में जलसंसाधन विभाग उदासीन है।
विभाग को इसकी जानकारी है वाबजूद कोई निरोधात्मक कार्य नही हो रहा है
विभाग सिर्फ इतना जरूर कह रही है कि जलसंसाधन विभाग के कलेंडर में समय
सीमा बाढ़ व कटाव की जून माह से 10 अक्टूबर तक ही होती है। विभाग द्वारा
अब
तक कटाव निरोधी कार्य नही होने से जहाँ ग्रामीण व किसान हलकान है वही
उनकी फसल और जमीन को कोशी ने अपने आगोश में लेना शुरू कर दी. बहरहाल
पूर्वी कोशी तटबंध के 78.60
किलोमीटर स्पर के उत्तरी भाग पर समय पूर्व तेज कटाव जारी है और
जलसंसाधन विभाग उदासीन है.
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