सितंबर 28, 2014

बाढ़ राहत लेने जा रहे युवक की ट्रेन से गिरकर मौत

बाढ़ राहत के लिए अपने गाँव से कुछ पीड़ितों के साथ ट्रेन से सलखुआ प्रखंड आ रहे एक तीस वर्षीय युवक की मौत ट्रेन से गिरकर हो गयी.मृतक धमारा स्टेशन से कोपरिया स्टेशन आ रहा था की ट्रेन से उतरने के दौरान कोपरिया स्टेशन पर वह ट्रेन की चपेट में आकर गंभीर रूप से जख्मी हो गया.सलखुआ थाना के साम्हर कला गाँव के रहने वाले जख्मी ख़ुशी लाल चौधरी की मौत सदर अस्पताल में ईलाज के दौरान हो गयी.राहत लेने से पहले ही वह इस दुनिया से कूच कर गया.सदर अस्पताल के आपात्कालीन कक्ष के बेड पर ख़ुशी लाल चौधरी की लाश पड़ी हुयी है.ट्रेन से गिरकर जख्मी होने के बाद इसे पहले सलखुआ PHC ले जाया गया लेकिन स्थिति गंभीर देखते हुए वहाँ से इसे सदर अस्पताल रेफर कर दिया गया.सदर अस्पताल में डॉक्टरों ने इसे बचाने की भरपूर कोशिश की लेकिन इसे बचाया नहीं जा सका.तीन बच्चों का पिता सरकारी राहत लेने से पहले ही इस दुनिया को खुदा हाफिज कह दिया.अब कोई भी राहत इसे ज़िंदा नहीं कर सकती.मृतक के चाचा जय जय राम चौधरी और वीरो चौधरी सहरसा टाईम्स को घटना की पूरी जानकारी देते हुए रो पड़ते हैं..
पुलिस के अधिकारी शम्भू नाथ तिवारी,एसआई,सदर थाना,सहरसा पंचनामा बनाकर घटना की जानकारी दे रहे हैं और कार्रवाई के नाम पर केश दर्ज करने की बात कर रहे हैं.
सरकारी बाढ़ राहत लेने आ रहे थे की घर का खमाॉश चूल्हा जलेगा लेकिन उसे क्या पता थी की चूल्हे की अंगीठी जलने की जगह उसकी चिता में ही आग लगने वाली है.आगे रब जाने की इसे अब कैसी सरकारी मदद मिलेगी.

सितंबर 23, 2014

बंदी गए भूख हड़ताल पर


मंडल कारा सहरसा के पचास से ज्यादा बंदी पूर्व सांसद आनंद मोहन के नेतृत्व में अनिश्चितकालीन भूख हड़ताल पर चले गए हैं.इस वर्ष ईलाज के अभाव में तीन बंदियों की हुयी मौत की न्यायिक जांच नहीं होने,मृतक बंदियों को मुआवजा नहीं मिलने,जेल के भीतर स्वास्थ्य व्यवस्था में सुधार नहीं होने,जेल के भीतर विभिन्य तरह के काम करने वाले बंदियों को मिलने वाले पारिश्रमिक में अनियमितता,जेल के भीतर घटिया खाद्य सामग्री की आपूर्ति और जेल के भीतर विभिन्य निर्माण कार्यों में अनियमितता सहित कई अन्य मांगों को लेकर बंदी भूख हड़ताल को विवश हुए हैं.बताते चलें की अभी हड़ताल में शामिल बंदियों की संख्यां करीब पचास है लेकिन आगे हड़ताल जारी रही तो में बंदियों की संख्यां में क्रमवार ईजाफा होगा.इस पुरे मसले पर फिलवक्त जेल प्रशासन ने हमसे कुछ भी बोलने से इंकार कर दिया.

पूर्व सांसद के घर मिली युवक की लटकती लाश


मधेपुरा के राजद सांसद पप्पू यादव द्वारा डॉक्टर और पैथोलॉजिस्टों को जारी नाजी फरमान से हलकान--परेशान कोसी इलाके का माहौल अभी नरम भी नहीं पड़ा था की जदयू के कद्दावर नेता और खगडिया के पूर्व सांसद दिनेश चन्द्र यादव के सहरसा जिला मुख्यालय के कायस्थ टोला स्थित आवासीय परिसर के एक कमरे से बरामद एक युवक की लटकती लाश ने पुरे इलाके में सनसनी फैला दी है.मृतक पल्लव कुमार झा कायस्थ टोला का ही रहने वाला था जो केबल का काम करता था.भीतर से बंद कमरे में युवक की लाश मिली है लेकिन मृतक के परिजन का आरोप है की सांसद के बॉडी गार्डों ने उसकी हत्या कर लाश को लटका दिया है.
इस मामले में सांसद ने निष्पक्ष जांच की मांग के साथ--साथ जांच में पुलिस को भरपूर सहयोग करने का भरोसा दिलाया है.जदयू में बड़ी हैसियत रखने वाले कोसी इलाके के कद्दावर जदयू नेता और खगडिया के पूर्व सांसद दिनेश चन्द्र यादव के आवास के बाहर मेले की शक्ल में लोगों का हुजूम जमा है.ये सारे लोग किसी दावत में नहीं आये हैं बल्कि एक युवक की जो लाश मिली है उसके पीछे का रहस्य क्या हैं.यानि यह हत्या है या फिर आत्महत्या,इस सच को यहां मौजूद हर कोई जानना चाहता है
चूँकि मामला हाई प्रोफाईल है,इसलिए पुलिस के अधिकारी फूंक--फूंक के कदम रख रहे हैं.हांलांकि फिलवक्त जिले में ना तो एसपी पंकज कुमार सिन्हा मौजूद हैं और ना ही एसडीपीओ प्रेमसागर.सारी कमान अभी सूर्यकांत चौबे,इन्स्पेक्टर साहब के जिम्मे है.इनका कहना है की परिजन के बयान पर मामला दर्ज होगा और आगे की जांच में जो कुछ निकलेगा,उसी आधार पर कार्रवाई होगी.
इस मामले ने पुरे इलाके को हिलाकर रख दिया है.चूँकि मामला ना केवल पूर्व सांसद के आवास से जुड़ा है बल्कि आरोप भी उनके बॉडी गार्डों पर ही लग रहा है,ऐसे में निष्पक्ष जांच पर संसय बरकरार है.आगे देखना दिलचस्प होगा पुलिस की जांच कितनी पाक--साफ़ और मृतक को इन्साफ दिलाने लायक होती है.यूँ घटनास्थल की परिस्थिति आत्महत्या की कम और हत्या की ओर ज्यादा इशारे कर रही है.

*अपनी बात*

अपनी बात---थोड़ी भावनाओं की तासीर,थोड़ी दिल की रजामंदी और थोड़ी जिस्मानी धधक वाली मुहब्बत कई शाख पर बैठती है ।लेकिन रूहानी मुहब्बत ना केवल एक जगह काबिज और कायम रहती है बल्कि ताउम्र उसी इक शख्सियत के संग कुलाचें भरती है ।