जून 06, 2013

वादा स्मृति यज्ञ

सहरसा टाईम्स:-  सूबे के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार द्वारा क्षेत्र की जनता से थोक में किये गए वायदे को अभीतक पूरा नहीं किये जाने की वजह से बौखलाए लोगों ने आज जिला मुख्यालय के कुंवर सिंह चौक पर वादा स्मृति यज्ञ का आयोजन किया।समाजसेवी सह जिला परिषद सदस्य प्रवीण आनंद के संयोजन में हुए इस यज्ञ का लक्ष्य यह था की सहरसा के विकास के लिए उदासीन बने सूबे के मुखिया नीतीश कुमार को भगवान् सद्द्बुद्धि दें जिससे नीतीश बाबू को सहरसा की जनता से अपने द्वारा किये गए वायदे का अहसास हो और वे उसे पूरा करने की दिशा में शीघ्रता से पहल करें। अपनी सेवा यात्रा के दौरान नीतीश कुमार आज सहरसा के बगल के जिला मधेपुरा के दौरे पर हैं और वहाँ पर विकास की कई बड़ी योजनाओं की घोषणा कर रहे हैं।
 इधरसहरसा की जनता नीतीश बाबू द्वारा पूर्व में किये गए वायदे के अभीतक पूरा नहीं होने पर न केवल खुद को ठगा महसूस रहे हैं बल्कि वादा स्मृति यज्ञ करके भगवान् उन्हें सद्द्बुद्धि दे इसके लिए भगवान् से वे प्रार्थना भी कर रहे हैं। इस यज्ञ के माध्यम से यहाँ उपस्थित लोग नीतीश के द्वारा वर्ष 2003 में सहरसा के बंगाली बाजार में ओवरब्रिज निर्माण करने का वादा,2009 में जिले के पुरीख गाँव में अतिरिक्त प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र का निर्माण,2010 में दुबारा सत्ता में आने पर पंचगछिया को अनुमंडल बनाने और सेवा यात्रा के दौरान वर्ष 2011 में मत्स्यगंधा की सुखी और पशुगंधा में तब्दील झील को देश स्तरीय मनोरम झील बनाने के किये गए वादे की याद ताजा करा रहे थे।इसके अलावे लोग सदर अस्पताल को मेडिकल कॉलेज का दर्जा देने और बाढ़ पीड़ितों की शरण स्थली सहरसा को विशेष जिला का दर्जा देने की भी मांग कर रहे थे।जाहिर तौर पर यहाँ की जनता त्राहिमाम कर रही है और अबतक सियासी लौलीपॉप से काम चला रही है।
नीतीश बाबू जनता के भरोसे का खून हो रहा है।अबतक इलाके की जनता बस सियासी लौलीपॉप से काम चला रही है।अब तो अपने वायदे पर पुनःविचार कीजिये और उसे पूरा करने की दिशा में पूर्वाग्रह मुक्त प्रयास कीजिये।भगवान् की बेआवाज लाठी और जनता के जेहन की खलबली कब कौन सा गुल खिला दे कहना नामुमकिन ही।

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अपनी बात---थोड़ी भावनाओं की तासीर,थोड़ी दिल की रजामंदी और थोड़ी जिस्मानी धधक वाली मुहब्बत कई शाख पर बैठती है ।लेकिन रूहानी मुहब्बत ना केवल एक जगह काबिज और कायम रहती है बल्कि ताउम्र उसी इक शख्सियत के संग कुलाचें भरती है ।