जून 13, 2013

अपराधियों ने प्रिंसीपल को मारी गोली

रिपोर्ट सहरसा टाईम्स: बीती रात अज्ञात अपराधियों ने मधुबनी जिले के कटौना देल्ही पब्लिक स्कूल {डीपीएस}के प्रिंसीपल इन्द्रजीत पाठक को गोली मारकर ना केवल गंभीर रूप से जख्मी कर दिया बल्कि उनके पास रखे पचास हजार नकदी,दो कीमती मोबाइल,सोने की चेन और अंगूठी सहित लैपटॉप भी लुट लिए।घटना सोनवर्षा राज थाना के शाहपुर गाँव के समीप घटी।गंभीर रूप से जख्मी प्रिंसीपल को रात में ही सदर अस्पताल में भर्ती कराया गया था लेकिन उनकी स्थिति नाजुक देखकर डॉक्टर ने रात में ही उन्हें PMCH रेफर कर दिया।
लेकिन फिलवक्त जख्मी प्रिंसीपल को सहरसा के सूर्या हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया है जहां डॉक्टर ने उनकी छाती में लगी दो गोलियों को निकाल दिया है लेकिन अभी उनकी स्थिति बेहद नाजुक है।जख्मी प्रिंसीपल खगड़िया के रहने वाले हैं और बीती रात वे अपने सहरसा के एक रिश्तेदार से मिलकर वापिस अपने घर लौट रहे थे जिस दौरान यह घटना घटी।इस मामले में जहांतक पुलिसिया कारवाई की बात है तो पुलिस ने घटनास्थल पर से जख्मी प्रिंसीपल की मोटरसाईकिल बरामद करते हुए जख्मी के भाई के बयान पर सोनवर्षा राज थाना में अज्ञात अपराधियों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है।अभीतक यह साफ़ नहीं हो पाया है की यह मामला सिर्फ लूटपाट का है या फिर इसके पीछे कोई और कारण है।
डॉक्टर विजय शंकर
इनकी हालत को लेकर के डॉक्टर विजय शंकर कह रहे हैं की चौबीस घंटे तक कुछ भी नहीं कहा जा सकता है।जख्मी के फेफरे के समीप गोली लगी थी जहां खून जमा हो जाते हैं।वे अपनी तरफ से इनकी जान बचाने की भरपूर कोशिश कर रहे हैं। इस मसले को लेकर पुलिस अधीक्षक अजीत सत्यार्थी का कहना है की पुलिस ने जख्मी के भाई के बयान पर सोनवर्षा राज थाना में अज्ञात अपराधियों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है।पुलिस तफ्तीश में जुटी हुयी है और अपराधियों की पहचान करने की हर संभव कोशिश की जा रही है।इनकी मानें तो यह मामला सिर्फ लूटपाट का है या फिर इसके पीछे कोई और वजह है,पुलिस इसको लेकर भी छानबीन कर रही है।किसी भी सूरत में अपराधियों को नहीं बख्सा जाएगा।
जाहिर तौर पर जहां पुलिस और कानून का खौफ कमतर और फिसड्डी साबित हो रहे हैं वहीँ अपराधियों की जय--जय और बल्ले--बल्ले है।इस जिले में अपराधी निसंदेह पुलिस पर भारी हैं।अगर आप सही--सलामत बच रहे हैं तो समझिये खुदा का शुक्र और अपराधियों की मेहरबानी आपके साथ है।

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें


THANKS FOR YOURS COMMENTS.

*अपनी बात*

अपनी बात---थोड़ी भावनाओं की तासीर,थोड़ी दिल की रजामंदी और थोड़ी जिस्मानी धधक वाली मुहब्बत कई शाख पर बैठती है ।लेकिन रूहानी मुहब्बत ना केवल एक जगह काबिज और कायम रहती है बल्कि ताउम्र उसी इक शख्सियत के संग कुलाचें भरती है ।