सितंबर 10, 2012

नंदलाली गावं में तीन बच्ची एक साथ डूबकर मरी

रिपोर्ट चन्दन सिंह सदर थाना क्षेत्र के नंदलाली गाँव में बीते शाम चार बजे खेलते--खेलते  पोखर में नहाने गयी तीन बहनें डूबकर परलोक सिधार गयीं.मरने वाली बच्चियों में दो सगी और एक ममेरी बहन है.गाँव वालों को जैसे ही बच्चियों की डूबने की सूचना मिले में तुरंत भागकर पोखर के पास पहुँचे लेकिन तबतक काफी देर हो चुकी थी.तीनों बच्ची की मौत हो चुकी थी.लाश को गाँव वालों ने निकाला.घर में रोदन--क्रंदन और विलाप से पूरा माहौल गमगीन है. एक माँ का विलाप.अपनी दो बच्चियों को एक साथ गंवाने वाली यह अभागी माँ सावित्री देवी है.इन्हें बस दो बेटियाँ ही थीं  जिसे आज भगवान् ने उससे छीन लिया.बच्चियों की लाश को यह अभागी माँ बस चूमती और विलाप करती चली जा रही है.मरने वाली बच्ची पुष्पा कुमारी 12 वर्ष,मौसम कुमारी 10 वर्ष दोनों सगी बहनें हैं.इसके पिता का नाम बैजनाथ यादव है. तीसरी बच्ची सत्यम कुमारी 12 वर्ष मृतिका दोनों बच्चियों की ममेरी बहन है.इसके पिता का नाम विजेंद्र यादव है और ये बगल के ही मेनहा गाँव की रहने वाली थी और अपनी फुआ के यहाँ घुमने आई थी.अचानक हुई बच्ची की मौत से जहां परिजनों का रो--रोकर बुरा हाल है वहीँ पूरे गाँव में मातमी सन्नाटा पसरा है.इतनी बड़ी घटना घट गयी लेकिन सूचना के बाद भी देर शाम तक मौके पर पुलिस और प्रशासन के अधिकारी नहीं पहुंचे.
अचानक दो परिवार प़र कुदरत ने कहर बरपाया है.भगवान इन्हें ताकत दें की इस दुःख को ये झेल सकें और इससे उबर सकें.इस मामले में एक बार फिर पुलिस और प्रशासन के अधिकारियों का रवैया लापरवाही भरा और पत्थर दिल रहा है.

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*अपनी बात*

अपनी बात---थोड़ी भावनाओं की तासीर,थोड़ी दिल की रजामंदी और थोड़ी जिस्मानी धधक वाली मुहब्बत कई शाख पर बैठती है ।लेकिन रूहानी मुहब्बत ना केवल एक जगह काबिज और कायम रहती है बल्कि ताउम्र उसी इक शख्सियत के संग कुलाचें भरती है ।