जुलाई 26, 2012

सहरसा टाइम्स के ख़बर का असर........ अनाथ बच्चे ने ख़त्म किया भूख हड़ताल

रिपोर्ट चन्दन सिंह : अनाथ बच्चों की भूख हड़ताल से पहले तो जिला प्रशासन का कलेजा नहीं पसीजा लेकिन सहरसा टाइम्स के ख़बर का असर देखिये की गहरी नींद में सोया प्रशासन अनशन के दूसरे दिन बीते देर शाम में जागा और अनाथ आश्रम के संचालक से ना केवल वार्ता की बल्कि उनकी कुछ छोटी मांगों को मानकर तत्काल भूख हड़ताल को खत्म भी कराया.जिला प्रशासन के अधिकारी का कहना है की ऐसे अनाथ बच्चों को सरकार द्वारा आदेशित और निर्देशित NGO या किसी संस्था को रखने का हक़ है लेकिन आकांक्षा अनाथ आश्रम के संचालक बिना किसी वैधानिकता के पिछले चार साल से इन अनाथों को पाल रहे हैं इसलिए उनके बच्चों के प्रति लगाव की वजह से जिला प्रशासन उनसे सहानुभूति रखता है.जिला प्रशासन ने उनकी वे मांगें मान ली है जो जिला प्रशासन से संभव है.बड़ी मांगों की भरपाई सरकार के स्तर से ही संभव है.जिला प्रशासन ने किसी तरह से बला को टालने की तर्ज प़र अनशन को तो खत्म करा लिया है लेकिन आगे बच्चों की जिन्दगी कैसे चलेगी और इनके भविष्य का क्या होगा यह यक्ष प्रश्न जस का तस बरकरार है.
अनशन तो खत्म हो गया लेकिन इन बच्चों के लिए कोई बेहतर और स्थायी समाधान नहीं हो सका.संचालक आगे सरकार से लड़कर हक़ लेने की बात कर रहा है.रब जाने इन नौनिहालों का क्या होगा.

1 टिप्पणी:

  1. bahut hi acha laga mujhe ki saharsa times ne in bacho ke liye pahal ki saharsa ke kuch jane mane vyavasay in bacho ke liye apne star se jo ban sakta tha unhone madad ko or kar rahe hain par baki sabhi log ismein samne nahi aaye ye bahut hi saramnaak baat hai agar humare vyavasay bhai v kuch madad karein to in bachon ko sarkar se jarurat lene ki jarurat hi nahi paregi.

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