अप्रैल 04, 2012

हंगामा क्यों बरपा

घायल पुलिस जवान
जिले के सिमरी बख्तियारपुर थाना के रामपुर गाँव में राम नवमी के अवसर प़र आयोजित हो रहे ऑर्केस्ट्रा प्रोग्राम को अनुमंडल प्रशासन द्वारा रोके जाने से खफा दो गुटों ने ना केवल जमकर गोलीबारी की बल्कि पुलिस जवान प़र भी रोड़े--पत्थर बरसाए और उन्हें दौड़ा--दौड़ा के पीटा.इस दौरान जान बचाने के लिए पुलिस के जवानों ने भी छूटकर गोलीबारी की.इस घटना में ग्रामीणों ने पुलिस जीप को भी पूरी तरह से क्षतिग्रस्त कर दिया.इस भीषण उत्पात में जहां दो ग्रामीणों को गोली लगी है वहीँ एक हवलदार सहित आठ जवान भी जख्मी हुए हैं.रात नौ बजे से बारह बजे करीब तीन घंटे तक पूरे क्षेत्र में अफरातफरी और भागम--भाग की दहशतजदा स्थिति बनी रही.घटना की सूचना मिलने प़र जिले के नवपदस्थापित पुलिस अधीक्षक अजीत सत्यार्थी ने मौका ए वारदात प़र सिमरी बख्तियारपुर एस.डी.पी.ओ अनंत रॉय सहित कई पुलिस अधिकारियों को भारी संख्यां में पुलिस बल के साथ भेजा.रात से पुलिस के अधिकारी वहाँ कैम्प किये हुए हैं.गाँव में स्थिति तनावपूर्ण लेकिन नियंत्रण में है. गाँव में भारी तायदाद में पुलिस जवानों के साथ पुलिस के बड़े अधिकारी कैम्प कर रहे हैं.स्थिति तनावपूर्ण लेकिन नियंत्रण में है.देखिये यही है रामपुर गाँव का दुर्गा स्थान जहां पायल मुखर्जी ग्रुप का ऑर्केस्ट्रा प्रोग्रामहोने वाला था लेकिन अनुमंडल पदाधिकारी देवेन्द्र कुमार दर्द ने सरोज के लोगों के आवेदन प़र प्रोग्राम को स्थगित करा दिया था.देखिये किस तरह से मैदान में टूटे और बिखड़े शीशे पड़े हुए हैं.बड़े--बड़े ईंट और पत्थर के टुकड़े हैं जो यहाँ की घटना की पुख्ता गवाही दे रहा है.उत्पातियों ने पुलिस जीप को भी बुरी तरह से क्षतिग्रस्त कर दिया.रामपुर और सरोजा गाँव के लोग हमारे कैमरे प़र आने से भागते रहे लेकिन हमने ऑर्केस्ट्रा में टेंट और शामियाने लगाने वाले से घटना के बाबत जानकारी ले ही ली.यही नहीं मेला में दूकान लगाने वाले से भी हमने घटना के बाबत जानकारी ली. इस घटना का एक बड़ा ही दिलचस्प पक्ष है जिससे हम आपको रूबरू कराना चाहते हैं.
नाच--गाने के शौक ने दो गांवों के लोगों के दिल में कटुता और नफरत भर दी है.सुरक्षा के लिहाज से घटनास्थल और आसपास के इलाके में मेजिस्ट्रेट के साथ--साथ थोक में जवान भर दिए गए हैं.लेकिन  सवाल यह है की आखिर यह स्थिति उत्पन्न क्यों हुयी और तंग हुए रिश्ते को फिर से कैसे मधुर बनाया जाएगा.पुलिस के सामने बड़ी चुनौती है.पहले उसे शान्ति व्यवस्था कायम करनी है फिर लोगों को प्यार के अनुपम डोर में बांधना है.

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*अपनी बात*

अपनी बात---थोड़ी भावनाओं की तासीर,थोड़ी दिल की रजामंदी और थोड़ी जिस्मानी धधक वाली मुहब्बत कई शाख पर बैठती है ।लेकिन रूहानी मुहब्बत ना केवल एक जगह काबिज और कायम रहती है बल्कि ताउम्र उसी इक शख्सियत के संग कुलाचें भरती है ।