दिसंबर 12, 2011

अगवा बच्ची का सुराग नहीं


बीते तीन दिसंबर को सहरसा जिला मुख्यालय से अगवा हुई श्वेता को सकुशल बरामद करने में पुलिस अभीतक नाकाम रही है. बेटी के गुम होने से जहां परिजनों का रो-रो कर बुरा हाल है वहीँ पूरे घर में मातमी सन्नाटा है.घर के लोगों का कहना है की श्वेता को पंकज नाम के एक युवक ने अगवा किया है जो उसे किसी दूसरे प्रांत में ले जाकर बेच डालेगा.परिजन पुलिस पर आरोप लगाते हुए कह रहे हैं की आगामी 12 से 14 दिसंबर तक मुख्यमंत्री का सहरसा में कार्यक्रम है जिसमें पुलिस का सारा अमला दिलोजान से लगा हुआ है.कोई भी उनकी फ़रियाद नहीं सुन रहा है.जहांतक पुलिस का सवाल है तो पुलिस के अति व्यस्त बड़े अधिकारी की जगह हमसे रूबरू हुए छोटे अधिकारी का कहना है की सदर थाना में काण्ड दर्ज कर पुलिस अनुसंधान में जुटी हुई है.पुलिस ने इस मामले में आरोपी पंकज के एक मित्र को गिरफ्तार कर जेल भी भेजा है.
अगवा श्वेता
जिला गर्ल्स स्कूल की नवीं कक्षा की छात्रा तीन दिसंबर को सुबह में कोचिंग गयी थी लेकिन वह लौटकर घर वापिस नहीं आई.घर के लोगों ने उसकी खूब खोजबीन की तो पता चला की जिला गर्ल्स स्कूल के चपरासी सिकंदर दास का बेटा पंकज ने उसे अगवा कर लिया है.परिजनों ने इस बात की तुरंत पुलिस को सूचना दी.पुलिस ने थाने में काण्ड दर्ज कर लिया.लेकिन अभी पुलिसवालों की रात की नींद और दिन का चैन हराम है.भाई सूबे के राजा यहाँ पधारने वाले हैं.श्वेता के घर पर मातमी सन्नाटा है.उसकी माँ,नानी और बुआ का रो--रो कर बुरा हाल है.परिजनों का साफ़--साफ़ कहना है की मुख्यमंत्री के आगामी कार्यक्रम की वजह से पुलिस इस मामले को ख़ास महत्व नहीं दे रही हैं.परिजनों की मानें तो उन्हें शक है की पंकज ने श्वेता को बिहार से बाहर ले जाकर उसे कहीं बेच दिया है.घर के लोग किसी बड़ी अनहोनी की आशंका से डरे--सहमे हैं.पुलिस वालों पर कई तरह के आरोप लगाते हुए ये मीडिया से श्वेता को जिन्दा या मुर्दा बरामद कराने की गुहार लगा रहे हैं. 
आरोपी के एक मित्र को जेल भेज कर पुलिस इस काण्ड में काफी गंभीर है,यह जताना चाह रही है लेकिन श्वेता कहाँ और किस हाल में है इसको लेकर उसके पास कोई जबाब नहीं है.जाहिर सी बात है की वे इस मामले में ज्यादा गंभीर होंगे भी तो मुख्यमंत्री के कार्यक्रम के बाद. भगवान् ना करे की इस बीच कोई अनहोनी हो जाए.अभी श्वेता के घर का ना केवल चूल्हा खामोश है बल्कि घर की हर आँख नम और पूरा माहौल गमजदा है.श्वेता की सकुशल बरामदगी के लिए हम भी अल्लाह से दुआ करता है.

1 टिप्पणी:


THANKS FOR YOURS COMMENTS.

*अपनी बात*

अपनी बात---थोड़ी भावनाओं की तासीर,थोड़ी दिल की रजामंदी और थोड़ी जिस्मानी धधक वाली मुहब्बत कई शाख पर बैठती है ।लेकिन रूहानी मुहब्बत ना केवल एक जगह काबिज और कायम रहती है बल्कि ताउम्र उसी इक शख्सियत के संग कुलाचें भरती है ।